लेबनोन इस्रायल के कब्जे का गोलान जीतने की योजना बनाए- हिजबुल्लाह प्रमुख का आवाहन

बैरुत: लेबनोन की सेना ने ‘आयएस’ के कब्जे वाला उत्तरी इलाका जीतने के बाद, हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्ला ने लेबनीज सेना को दक्षिण सीमा के पास ध्यान केन्द्रित करने का आवाहन किया है। ‘लेबनोन सेना अब इस्रायल कब्जे वाले गोलान पर्वतीय इलाका ‘मौन्टन डोव’ जीतने के लिए योजना बनाए’, ऐसा नसरल्ला ने सुझाया है। पिछले दस दिनों में हिजबुल्लाह प्रमुख ने इस्रायल को दिया हुआ यह दूसरा इशारा है।

इस्रायल और लेबनोन की सीमारेखा पर स्थित ‘मौन्टन डोव’ यह गोलान पर्वतों का इलाका महत्वपूर्ण माना जाता है। सन १९६७ में छः, अरब देशों के खिलाफ लड़े गए युद्ध में इस्रायल ने गोलान पर्वतों पर कब्ज़ा किया था। इसमें सीरिया के सीमा का ‘शिबा. फार्म’ और ‘करशूबा हिल्स’ इन इलाकों का समावेश था। इस्रायल में इस इलाके को ‘मौन्टन डोव’ कहा जाता है। इस ‘मौन्टन डोव’ पर कब्ज़ा पाने के लिए लेबनोन सेना तैयारी करे, ऐसी सुचना नसरल्ला ने दी है।

हिजबुल्लाह प्रमुख की इस सुचना की तरफ इस्रायल के विश्लेषकों का एक समूह अचरज से देख रहा है। ‘मौन्टन डोव’ पर इस्रायल का कभी भी वर्चस्व नहीं था। सीरिया के अस्साद प्रशासन ने इस इलाके के लिए दावा किया होता, तो उसे समझा जाता। लेकिन नसरल्ला ने इस इलाके पर हमला करने के लिए लेबनीज सेना को चेतावनी दी है, यह बात आश्चर्यकारक है ऐसा इस्रायल के विश्लेषक ख रहे हैं।

दो हफ़्तों पहले हिजबुल्लाह प्रमुख ने इस्रायल के उत्तर में स्थित ‘अराक’ परमाणु प्रकल्प पर हमला करने की धमकी दी थी। इस्रायल अपने इस परमाणु प्रकल्प की सुरक्षा के लिए कदम उठाए, ऐसा इशारा नसरल्ला ने दिया था। उसके साथ ही सन २००७ की तुलना में हिजबुल्लाह की क्षमता में १०० गुना बढ़ोत्तरी होने का दावा हिजबुल्लाह के प्रमुख ने की है।

दौरान, लेबनोन और सीरिया की सीमा के पास हिजबुल्लाह और आईएस के आतंकवादियों में संघर्ष जारी था। हफ्तेभर के संघर्ष के बाद हिजबुल्लाह ने सीरियन राष्ट्राध्यक्ष अस्साद की पहल से ‘आईएस ‘ के साथ संघर्षबंदी की। यह संघर्षबंदी मतलब ल्ब्निज सेना की जीत है, ऐसा दावा नसरल्ला कर रहा है। लेकिन लेबनोन के कुछ गुटों ने इस संघर्षबंदी पर जोरदार टीका की है।

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