‘किसान रेल’ को प्राप्त हुआ बड़ा ‘रिस्पॉन्स’

नई दिल्ली – भारतीय रेल ने अगस्त महीने से शुरू की हुई किसान रेल को जोरदार ‘रिस्पॉन्स’ प्राप्त हो रहा है। मध्य रेल के सांगोला से हाल ही में छोड़ी गई किसान रेल से १८७.४१ टन सामान की यातायात की गई, यह जानकारी रेल मंत्रालय ने साझा की। किसान रेल को प्राप्त हो रहे रिस्पॉन्स को देखकर आम, केले, चीकू और प्याज की यातायात करने के लिए विशेष ट्रेन चलाई जाएगी। साथ ही जल्द ही सब्जी और फंलों के अलावा मांस और मछली की यातायात शुरू करने का भी विचार हो रहा है, यह जानकारी रेल मंत्रालय ने साझा की है।

kisan-railकिसानों की आय दोगुनी करने का उद्देश्‍य सरकार ने तय किया है। इस नज़रिये से शुरू की जा रही किसान रेल अहम साबित होगी। इससे पहले महाराष्ट्र के देवलाली और बिहार के दानापुर के बीच किसान रेल की साप्ताहिक सेवा शुरू की गई थी। इस रेल को प्राप्त हुआ रिस्पॉन्स देखकर यह सेवा सप्ताह में दो बार शुरू की गई। इसके बाद अनंतपुर और दिल्ली के आदर्श नगर के बीच देश की दूसरी किसान रेल शुरू हुई। दक्षिण भारत से छोड़ी गई यह पहली किसान रेल है।

किसान रेल को प्राप्त हो रहे रिस्पॉन्स को देखकर देवलाली-मुज़फ्फरपुर के बीच किसान रेल सप्ताह में तीन बार चलाई जा रही है। इस मार्ग पर २ अक्तुबर से किसान रेल की १९ ट्रेनें चलाई गईं और अब तक ५,२२३ टन सामान की यातायात हुई। हर मौसम में उपलब्ध होनेवाले फल और सब्जीयों का विचार करके विशेष ट्रेन चलाई जाएगी। यह सेवा प्रदान करने की योजना पर रेल और कृषि मंत्रालय काम कर रहे हैं और फिलहाल कुछ मार्ग भी तय किए गए हैं।

नासिक और जलगांव से दिल्ली के बीच मार्च से दिसंबर के दौरान प्याज स्पेशल और केला स्पेशल किसान ट्रेन शुरू की जाएगी। इसके अलावा आंध्र प्रदेश से दिल्ली के बीच अप्रैल से जून के दौरान आम स्पेशल एवं गुजरात के सूरत, वलसाड और नवसारी से दिल्ली तक अप्रैल से नवंबर के दौरान चीकू स्पेशल ट्रेन चलाई जाएगी।

राज्य के उत्पादनों के लिए नया मार्ग सूचित करने का निवेदन भी कृषी, पशुपालन और मत्स्य विभाग के अधिकारियों से किया गया है। इस पर निर्णय लेकर जल्द ही किसान रेल के मार्गों की संख्या बढ़ाई जाएगी, यह कहा जा रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.