देश की पहली किसान रेल का हुआ जोरदार स्वागत

नई दिल्ली – सब्जी, फल जैसे नाशवान सामान की यातायात के लिए शुरू की गई देश की पहली किसान रेल को बड़ा अच्छा रिस्पान्स प्राप्त हुआ है। इससे पहले यह ट्रेन सप्ताह में एक बार नाशिक स्थित देवलाली से बिहार के दानापूर तक चलाई जा रही थी। अब यह ट्रेन हफ्ते में दो बार चलाई जाएगी, ऐसा मध्य रेल ने कहा है। साथ ही सोलापुर से बिहार के दौरान किसान रेल चलेगी। इस रेल से किसानों को बड़ा लाभ होने की बात स्पष्ट होने पर इस सेवा का विस्तार किया गया है। साथ ही देश की सबसे बड़ी बैंक एसबीआय खेती के लिए ज़मीन खरीदनेवाले किसानों को ८५% कर्ज़ उपलब्ध कराएगी, यह समाचार प्राप्त हुआ है।

देश की पहली किसान रेल का हुआ जोरदार स्वागतवर्तमान के अर्थसंकल्प में नाशवान सामान की यातायात के लिए निजी उद्योग की साझेदारी से वातानुकूलित रेल सेवा शुरू करने का ऐलान किया गया था। इसके अनुसार अगस्त के पहले सप्ताह में नाशिक स्थित देवलाली से बिहार के दानापुर के बीच पहली किसान रेल चलाई गई। अब तक इस रेल से नाशिक से बिहार तक २३५.४४ टन सब्जी और फल भेजे गए हैं। इससे किसानों को बड़ा लाभ हुआ। इस सेवा का जोरों से स्वागत किया जा रहा है और इसके बाद रेल प्रशासन ने इस ट्रेन की यात्रा में बढ़ोतरी की है। साथ ही अब सोलापुर के सांगोला से बिहार के मुझफ्फरपुर तक किसान रेल चलाई जाएगी, यह जानकारी मध्य रेल ने दी है।

इससे पहले किसानों को सडक परिवहन से अपना सामान भेजना पड़ रहा था। इसमें काफी समय और पैसे खर्च होते थे। किसान रेल की वजह से बाज़ार में तेज़ गति से और कम कीमत में सामान पहुँचाना किसानों को संभव होगा। खास बात यह है कि, इस यात्रा के दौरान किसानों का सामान खराब नहीं होगा। इससे किसानों की आय बढ़ने में सहायता होगी, यह विश्‍वास मध्य रेल के जनसंपर्क अधिकारी ने व्यक्त किया।

इसी बीच, एसबीआय ने जमीन खरीदकर खेती करनेवाले किसानों के लिए ८५% कर्ज देने की तैयारी दिखाई है। इस योजना के तहत प्राप्त कर्ज के भुगतान हेतु किसानों के लिए सात से दस वर्ष का अवधि प्राप्त होगा। इससे छोटे किसानों को बड़ा लाभ होगा, यह विश्‍वास एसबीआय ने व्यक्त किया।

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