फ्रान्स, ग्रीस तथा साइप्रस के साथ इस्रायल का संयुक्त नौसेना अभ्यास – तुर्की विरोधी रणनीति में महत्वपूर्ण पड़ाव

france-greece-cyprus-israel-navyजेरुसलेम/अथेन्स/पॅरिस – इस्रायल ने भूमध्य सागरी क्षेत्र में फ्रान्स, ग्रीस तथा साइप्रस के साथ संयुक्त नौसेना अभ्यास किया होने की बात सामने आई है। इस्रायल के रक्षा बलों ने इस संदर्भ में जानकारी जारी की होकर, गुरुवार को अभ्यास संपन्न हुआ, ऐसा घोषित किया। ‘नोबल दिना’ नाम से आयोजित इस अभ्यास में इसराइल के युद्धपोत के साथ ही पनडुब्बी भी सहभागी हुई थी। पिछले कुछ सालों में भूमध्य सागरी क्षेत्र में तुर्की की हरकतें बढ़ीं होकर, इस पृष्ठभूमि पर यह संयुक्त अभ्यास महत्वपूर्ण माना जाता है।

पिछले साल इस्रायल ने ग्रीस और साइप्रस इन देशों समेत, युरोप के साथ ‘ईस्टमेड पाईपलाईन’ इस महत्त्वाकांक्षी ईंधन प्रोजेक्ट पर हस्ताक्षर किए थे। उसके बाद पिछले ही महीने इस्रायल ने इजिप्ट के साथ भी इंधन वाहिनी समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इस्रायल और ग्रीस के बीच हाल ही में रक्षा समझौता भी हुआ है। इस्रायल की ये बढ़तीं गतिविधियाँ, इस्रायल द्वारा तुर्की को मात देने की योजना का भाग दिख रहीं हैं। भूमध्य सागर में किया हुआ यह नया अभ्यास भी उसमें महत्वपूर्ण पड़ाव होने की बात सामने आ रही है।

france-greece-cyprus-israel-navyइस्रायल की नौसेना ने पिछले हफ्ते से साइप्रस के पश्चिमी ओर के भूमध्य सागर क्षेत्र में नौसेना अभ्यास की शुरुआत की। इस अभ्यास में फ्रान्स, ग्रीस और साइप्रस की नौसेना ने भी सहभागी हुई थी। इस अभ्यास में, ‘अँटी सबमरिन प्रोसिजर्स’, ‘बॅटल बिटवीन शिप्स’ और ‘सर्च ऍण्ड रेस्क्यू’ का अभ्यास किया गया, ऐसी जानकारी इस्रायली नौसेना के प्रमुख रिअर ऍडमिरल एयाल हारेल ने दी। समान हितसंबंध रखने वाले विदेशी आरमारों के साथ सहयोग मजबूत करने के लिए ऐसे अभ्यास बहुत महत्वपूर्ण साबित होते हैं, ऐसा भी रिअर ऍडमिरल एयाल हारेल ने कहा।

पिछले कुछ सालों से तुर्की द्वारा खाड़ी क्षेत्र तथा भूमध्य सागर क्षेत्र में आक्रामक गतिविधियाँ शुरू हैं। पिछले साल तुर्की ने ग्रीस की सीमा में स्थित द्वीपों पर अपना हक होने का दावा करके, इंधन क्षेत्र में संशोधन करने के लिए जहाज़ और युद्धपोत भेजे थे। उसके बाद भूमध्य सागरीय क्षेत्र में तनाव बहुत बढ़ा होकर, ग्रीस ने तुर्की को रोकने के लिए अन्य देशों से सहयोग प्राप्त करने की शुरुआत की है। उनमें अमरीका और france-greece-cyprus-israel-navyयुरोपीय देशों के अलावा इस्रायल, इजिप्ट और संयुक्त अरब अमिरात (युएई) इन देशों का समावेश है।

इस्रायल और तुर्की के बीच के संबंध भी इन दिनों तनावपूर्ण बने हैं। तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष रेसेप एर्दोगन द्वारा पॅलेस्टीन, हमास तथा ईरान की संदर्भ में अपनाई गई भूमिका, इसका मुख्य कारण माना जाता है। पिछले कुछ दिनों में हालाँकि तुर्की द्वारा संबंध सुधारने के लिए गतिविधियाँ शुरू कीं गईं हैं, फिर भी इस्रायल ने उसे कुछ खास प्रतिसाद नहीं दिया है। उल्टे तुर्की की आक्रामकता पर रोक लगाने के लिए इस्रायल अधिक तेज़ी से कदम उठाने के संकेत इस नौसेना अभ्यास से प्राप्त हो रहे हैं।

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