ईरान ने अपने अंडरग्राउंड हवाई अड्डे की जानकारी सार्वजनिक की

तेहरान – ईरान ने लड़ाकू एवं बॉम्बर विमान समेत ड्रोन्स की तैनाती का अंडरग्राउंड हवाई अड्डा उसके पास होने का ऐलान किया है। ईरान की सरकारी वृत्तसंस्था ने इस खुफिया हवाई अड्डे के फोटो जारी किए हैं। इनमें शत्रु की हवाई सुरक्षा को चकमा देने की क्षमता के लंबी दूरी के मिसाइलों से लैस लड़ाकू विमानों का भी समावेश है। इसकी वजह से इस खबर के ज़रिये ईरान ने अपने खिलाफ बॉम्बर्स विमानों के अलावा युद्धाभ्यास करने वाले अमरीका और इस्रायल को आगाह किया है, ऐसा दावा किया जा रहा है। अपने सैन्य ठिकानों को लक्ष्य किया गया तो इस खुफिया अड्डे की सहायता से ईरान अपने शत्रु देशों को प्रत्युत्तर देगा, ऐसा संदेश ईरान इस माध्यम से देता हुआ दिख रहा है।

अंडरग्राउंड हवाई अड्डाईरान के इस्फाहन स्थित मिसाइल कारखाने पर पिछले हफ्ते ड्रोन हमले हुए थे। ईरान के बीचोंबीच स्थित इस कारखाने पर हुए हमले के लिए इस्रायल और देश के कुर्द विद्रोही ज़िम्मेदार होने का आरोप ईरान की यंत्रणाओं न लगाया था। ईरान ने भी इस्फाहन पर हमले का जवाब उचित समय पर देने की चेतावनी दी थी। इससे पहले ईरान के तटीय शहरों पर ड्रोन हमले हुए थे। इसके लिए ईरान ने इस्रायली गुप्तचर यंत्रणा मोसाद को ज़िम्मेदार ठहराया था। लेकिन, इस्फाहन शहर सेंट्रल ईरान में है। इसकी वजह से इस्फाहन पर हमला करके ईरान के शत्रु ने अपनी ताकत का प्रदर्शन किया है, ऐसा दावा अंतरराष्ट्रीय विश्लेषक कर रहे थे।

अंडरग्राउंड हवाई अड्डाइसके बाद अमरीका और इस्रायल के लड़ाकू और बॉम्बर विमानों के युद्धाभ्यास की खबरें प्रसिद्ध हुई थीं। इसके अलावा ईरान के परमाणु कार्यक्रम के मुद्दे पर इस्रायल और पश्चिमी देशों की सहमति होने का ऐलान करके इस्रायल ने ईरान पर दबाव बढ़ाया है, यह दावा भी किया जा रहा था। लेकिन, मंगलवार को ईरान की सरकारी वृत्तसंस्था ने ‘ओकाब ४४’ अर्थात ‘ईगल ४४’ नामक पहले अंडरग्राउंड हवाई अड्डे की खबर और इसके फोटो जारी किए। ईरान की सेना ने इस हवाई अड्डे का ठिकाना सार्वजनिक नहीं किया है। लेकिन, ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ के प्रमुख मेजर जनरल मोहम्मद बाकेरी और मेजर जनरल अब्दुलरहीम मुसावी ने इस खुफिया हवाई अड्डे की यात्रा की है, यह स्पष्ट हो रहा है।

इस खुफिया हवाई अड्डे पर हथियारों से लदे हुए लड़ाकू विमान दिन-रात, किसी भी स्थिति में आसानी से उड़ान भर सकते हैं, यह संदेश ईरान ने इससे संबंधित वीडियो में दिया है। पहाड़ों से घिरे हुए और पहाड़ों के अंदर ईरान के इस सबसे बड़े अंडरग्राउंड हवाई अड्डे का निर्माण किया गया है, ऐसा इस वृत्तसंस्था ने कहा।

इसी बीच, पिछले कुछ दशकों से ईरान ऐसे खुफिया सैन्य अड्डों पर काम कर रहा है, यह जानकारी ईरानी वृत्तसंस्था ने प्रदान की। कुछ साल पहले ईरान ने अंडरग्राउंड सैन्य अड्डे पर मिसाइलों का युनिट तैनात करने के फोटो और वीडियोज्‌‍ जारी किए थे। इसी बीच पिछले साल मई में ईरान ने और एक अंडरग्राउंड अड्डे पर गश्त और हमलावर ड्रोन्स तैनात करने का ऐलान किया था। शत्रु के मिसाइल हमारे इन अंडरग्राउंड अड्डों को लक्ष्य नहीं कर सकते, ईरान यह दावा भी कर रहा है।

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