फ्रान्स और ऑस्ट्रेलिया के साथ भारत इंडो-पैसिफिक में नौसेना का युद्धाभ्यास करेगा

india-france-ausनई दिल्ली – बीते सप्ताह में भारत ने इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के ‘क्वाड़’ के मोर्चे में फ्रान्स को शामिल करवाने की गतिविधियां शुरू कीं। अब इस सहयोग के अगले चरण में फ्रान्स और ऑस्ट्रेलिया के साथ भारत इसी समुद्री क्षेत्र में संयुक्त युद्धाभ्यास का आयोजन करेगा, ऐसे समाचार प्राप्त हो रहे हैं। आनेवाले दिनों में चीन हिंद महासागर क्षेत्र में अपनी गतिविधियां बढ़ा सकता है, ऐसे दावे किए जा रहे हैं। इस पृष्ठभूमि पर फ्रान्स, ऑस्ट्रेलिया के साथ भारत का इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में युद्धाभ्यास करना चीन की चिंता बढ़ाने का कारण बन सकता है।

लगभग एक हफ्ते पहले भारत, फ्रान्स और ऑस्ट्रेलिया के विदेश सचिवों की अहम त्रिपक्षीय चर्चा हुई। इस चर्चा के दौरान इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के साथ ही वहां के आर्थिक एवं सामरिक चुनौतियों का मुकाबला करने पर भी तीनों देशों के अधिकारियों की सहमति हुई। इस दौरान ‘मरिन ग्लोबल कॉमन्स’ के तहत सागरी सहयोग का समावेश रहा। इस चर्चा के बाद २४ घंटों में ही फ्रान्स के रक्षामंत्री फ्लोरेन्स पार्ली ने भारत का दौरा किया था। रफायल विमानों के भारतीय वायुसेना में समावेश करने की पृष्ठभूमि पर फ्रान्स के रक्षामंत्री के इस दौरे का आयोजन किया गया था।

india-france-ausइस दौरे में फ्रान्स के रक्षामंत्री ने भारतीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से की हुई चर्चा में त्रिपक्षीय नौसेना युद्धाभ्यास का मुद्दा शामिल था। साथ ही रक्षामंत्री पार्ली ने भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवल से भेंट करके हिंद महासागर क्षेत्र की सुरक्षा, चुनौतियां और सहयोग के मुद्दे पर त्रिपक्षीय चर्चा की। यह जानकारी भारत में नियुक्त फ्रान्स के राजदूत इमैन्युएल लेनिन ने एक समाचार पत्र से साझा की। बीते कुछ वर्षों से भारत ने फ्रान्स और ऑस्ट्रेलिया के साथ स्वतंत्र रक्षा सहयोग स्थापित करके युद्धाभ्यास का आयोजन किया है। इनमें से फ्रान्स और भारत के वरुण नौसेना युद्धाभ्यास में दोनों देशों के युद्धपोत बड़ी संख्या में शामिल होते हैं। बीते वर्ष हुए युद्धाभ्यास में फ्रान्स की विमान वाहक युद्धपोत और रफायल विमान भी शामिल हुए थे।

अब इसी युद्धाभ्यास का दायरा बढ़ाकर इसमें ऑस्ट्रेलिया को भी शामिल करने की माँग फ्रान्स कर रहा है। इस युद्धाभ्यास के लिए भारत की अनुकूलता के दावे हो रहे हैं। इसके अलावा इंडो-पैसिफिक क्षेत्र की ‘क्वाड़’ में भी ऑस्ट्रेलिया को शामिल करने के लिए अमरीका बड़ी कोशिश कर रही है। ‘क्वाड़’ में ऑस्ट्रेलिया को शामिल करने के लिए भारत तैयार है और अगले महीने तक भारत इससे संबंधित ऐलान करेगा, यह उम्मीद है।

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