भारत-रशिया-ईरान के बीच हुई अफ़गानिस्तान के मुद्दे पर चर्चा

मास्को – रशिया की राजधानी मास्को में अफ़गानिस्तान के मुद्दे पर त्रिपक्षीय चर्चा होने की जानकारी सामने आयी है। इस चर्चा में रशिया के साथ भारत और ईरान के विशेषदूत शामिल थे। अमरीका ने अफ़गानिस्तान से सेना हटाने पर भयंकर परिणाम होंगे, यह इशारा रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने हाल ही में दिया था। इस पृष्ठभूमि पर हुई यह चर्चा बड़ी अहम साबित होती है।

अफ़गानिस्तान के मुद्दे

अफ़गानिस्तान की सरकार और तालिबान के बीच फिलहाल कतार में चर्चा जारी है। लेकिन, एक महीने से अधिक समय से जारी इस चर्चा से अभी कोई भी हल नहीं निकला है। इसी बीच अफ़गान मुद्दे से हितसंबंध जुड़े हुए देशों ने भी अलग अलग स्तर पर गतिविधियां शुरू की हैं। रशिया के विदेश मंत्रालय ने बीते सप्ताह में ही जारी किए एक निवेदन में अगले दिनों में दोहा की तरह ही रशिया में भी अफ़गान-तालिबान चर्चा का आयोजन हो सकता है, यह बयान किया था। इसके बाद रशिया में हुई यह बैठक रशिया की जारी गतिविधियों का हिस्सा समझी जा रही है।

दोहा में शांतिवार्ता शुरू होते हुए अफ़गानिस्तान के ‘सीईओ’ अब्दुल्लाह अब्दुल्लाह ने भारत एवं ईरान की यात्रा की थी। अफ़गानिस्तान के अन्य वरिष्ठ नेता एवं अधिकारियों ने भी हाल ही में भारत की यात्रा की है। ईरान अफ़गानिस्तान का पड़ोसी देश है और उसके अफ़गानिस्तान में स्थित हजारावंशियों के साथ पारंपरिक संबंध हैं। ईरान ने तालिबान से नज़दिकीयां बनाने में भी सफलता हासिल की है, ऐसा कहा जा रहा है। इस वजह से अफ़गानिस्तान की शांतिवार्ता में भारत और ईरान दोनों देशों की भूमिका अहमियत रखती है।

इस पृष्ठभूमि पर रशिया ने पहल करके भारत और ईरान के साथ स्वतंत्र बैठक करना ध्यान आकर्षित करता है।

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