फ्रान्स के साथ रक्षा सहयोग समझौता करने के लिए भारत की तैयारी

नई दिल्ली – दो महीने पहले ही भारत ने अमरीका के साथ ‘बेसिक एक्सचेंज ऐण्ड को-ऑपरेशन ऐग्रीमेंट-बेका’ समझौता करके अपने रक्षा सहयोग को नई ऊँचाई प्रदान की थी। अब भारत ने फ्रान्स के साथ भी इसी तरह का समझौता करने की तैयारी दर्शाई है। भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवल और फ्रेंच राष्ट्राध्यक्ष के राजनीतिक सलाहकार इमैन्युअल बन की द्विपक्षीय बातचीत जारी है। इस चर्चा में दोनों देशों के संबंधित समझौते का मुद्दा शीर्षस्थान पर होने की बात कही जा रही है। साथ ही फ्रान्स ने भारत को अतिरिक्त ३६ लड़ाकू रफायल विमान, स्कॉर्पिन पनडुब्बियाँ और लष्करी परिवहन के लिए आवश्‍यक विमानों की आपूर्ति की उत्सुकता दिखाई है और इससे संबंधित समझौते पर भी अजित डोवल और इमैन्युअल की चर्चा होने की उम्मीद है।

फ्रान्स के साथ सभी स्तरों पर भारत का सहयोग मज़बूत और व्यापक हो रहा है। इसके अनुसार दोनों देशों ने एक-दूसरे को रणनीतिक नज़रिये से अहम जानकारी प्रदान करने के लिए आवश्‍यक समझौता करने की तैयारी की है। डोवल और बन की चर्चा में यह मुद्दा सबसे ऊपरी स्थान पर होगा, ऐसा कहा जा रहा है। इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में मौजूद फ्रान्स के हितसंबंधों को चीन से खतरा निर्माण हुआ है। खास तौर पर इस क्षेत्र में फ्रान्स के अधिकार वाले द्विप चीन के निशाने पर हैं। इसी कारण चीन को लेकर फ्रान्स काफी सावधानी से भूमिका अपनाकर भारत के साथ जारी रक्षा सहयोग अधिक से अधिक मज़बूत कर रहा है। इसी कारण दोनों देशों में होनेवाले समझौते की अहमियत बढ़ रही है और इससे भारत और फ्रान्स की नौसेनाओं को बड़ा लाभ प्राप्त होगा, ऐसा विश्‍लेषकों का कहना है।

इसके साथ ही फ्रान्स अब भारत को अतिरिक्त ३६ लड़ाकू रफायल विमानों की आपूर्ति करने के लिए उत्सुक होने की खबरें प्राप्त हो रही हैं। भारतीय वायुसेना को लड़ाकू विमानों की कमी महसूस हो रही है। रफायल जैसे ३६ प्रगत लड़ाकू विमानों की खरीद का व्यवहार करके भारत ने अपनी वायुसेना की क्षमता में प्रचंड़ बढ़ोतरी की है। लेकिन, भारत को अब भी अधिक लड़ाकू विमानों की आवश्‍यकता है और अगले दिनों में भारत अतिरिक्त ३६ रफायल विमानों की फ्रान्स से खरीद करेगा, ऐसी चर्चा भी शुरू हुई है। यह विमान पहले की तुलना में कम कीमत में प्रदान करने के लिए फ्रान्स तैयार है।

फ्रान्स के सहयोग से भारत ने देश में ही ‘स्कॉर्पिन’ पनडुब्बियों का निर्माण किया है। अगले दिनों में भारतीय नौसेना को आवश्‍यकता होने पर नई पनडुब्बियों के लिए ‘प्रोजेक्ट ७५ आय’ के तहत सहयोग करने की तैयारी फ्रान्स ने दिखाई है। लष्करी परिवहन के लिए आवश्‍यक ५६ विमान और छह बहुद्देशीय, भारी सामान का परिवहन करनेवाले विमानों की खरीद करने की तैयारी भी भारत ने जुटाई है। इस खरीद का कान्ट्रैक्ट प्राप्त करने के लिए फ्रान्स ने खास उत्सुकता दिखाई है। इस मुद्दे पर दोनों देशों का समझौता होने की कड़ी संभावना जताई जा रही है।

इसी बीच इमैन्युएल बन अपनी इस भारत यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेशमंत्री एस.जयशंकर और विदेश सचिव हर्ष श्रृंगला से भी चर्चा करेंगे, ऐसा वृत्त है।

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