भारत-बांगलादेश-नेपाल ने किया क्षेत्रिय ‘कनेक्टिव्हिटी’ को गति देने का निर्णय

नई दिल्ली – भारत-बांगलादेश-नेपाल ने ‘मोटर व्हेईकल एग्रीमेंट’ (एमव्हीए) के तहेत यात्री एवं माल परिवहन के लिए तीनों देशों से जुडनेवाले रास्ते, रेल एवं जलमार्ग विकसित करने के काम को गति देने का निर्णय लिया है| बांगलादेश-भूतान-भारत-नेपाल (बीबीआयएन) देशों की बैठक रविवार के दिन हुई| वर्ष २०१५ में बीबीआयएन देशों में यात्री और सामान की ढुलाई के लिए मुक्त समझौता हुआ था| पर, अभी इस समझौते पर अमल शुरू नही हुआ है| पर, रविवार के दिन हुई बैठक में इस समझौते पर अमल करने के मुद्दे पर सहमति बनी| इसके बाद ‘एमव्हीए’ पर अमल करने को गति देने का निर्णय किया गया| इस क्षेत्रिय ‘कनेक्टिव्हिटी’ समझौते से भारत की इंडो-पैसिफिक नीति को मजबूती प्राप्त होगी और इस कारण यह समझौता काफी अहम साबित होगा|

‘बीबीआयएन’ देशों में यात्री और सामान का परिवहन मुक्त तरिके से हो, इसलिए ‘एमव्हीए’ समझौता किया गया था| पर, वर्ष २०१७ में किसी कारण भूटान ने इस समझौते से पीछे हटने का ऐलान किया था| पर, भारत-बांगलादेश और नेपाल इस पर अमल करने पर अभी भी कायम है| पर, इस मुद्दे पर जनवरील २०१८ के बाद एक भी बैठक नही हो सकी है| दो वर्ष के बाद नई दिल्ली में ‘बीबीआयएन’ की बैठक हुई और इसमें ‘एमव्हीए’ पर बातचीत भी हुई| भूटान इस बैठक में बतौर पर्यवेक्षक मौजुद रहा|

भूटान को बाजू में रखर इस समझौते पर आगे काम करना संभव नही होगा| भूटान के लिए अभी भी इस समझौते के दरवाजे खुले है| पर, इसके बावजूद एमव्हीए समझौते पर अमल शुरू करने का तय हुआ है|

इस समझौते का अंग रहे नेपाल और भूटान बडी मात्रा में भारत पर निर्भर है| भौगोलिक स्थिति की वजह से इन देशों को भारत के रास्ते सामान का परिवहन करने के अलावा अन्य विकल्प नही है| इस का लाभ इन देशों को प्राप्त होगा| भारत-बांगलादेश नेपाल में मुक्त यात्री और सामान का परिवहन शुरू हुआ तो तीनों देशों के व्यापार में बढोतरी होगी और साथ ही माल ढुलाई का खर्च भी काफी कम होगा| माल ढुलाई पर लगाया कर कम करने पर भी इस बैठक में बातचीत हुई है|

भारत पिछले कुछ वर्षों से क्षेत्रिय कनेक्टिव्हिटी पर जोर दे रहा है| पडोसी देशों के साथ रास्ते, रेल और जल एवं हवाई मार्ग से कनेक्टिव्हिटी बढाने की कोशिश भारत कर रहा है| थायलैंड और अफगानिस्तान में भी इसी दिशा में काम जारी है| थायलैंड के रास्ते आग्नेय एशियाई देशों को भारत जोडने की मनिषा रखता है| भारत की एक्ट ईस्ट नीति और इंडो-पैसिफिक नीती को यह समझौता मजबूती देगा| इस कारण ‘बीबीआयएन’ की बैठक में ‘एमव्हीए’ पर अमल करने के मुद्दे पर हुआ निर्णय अहम साबित होगा|

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