भारत और श्रीलंका के प्रधानमंत्री की हुई बातचीत

नई दिल्ली – पांच दिन की यात्रा के लिए भारत पहुंचे श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने शनिवार के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भेंट की| इंडो-पैसिफिक से आंतकवादविरोधी कार्रवाई के मुद्दे पर दोनों नेताओं ने गहराई से बातचीत की| श्रीलंका में स्थिरता, सुरक्षा और समृद्धी सीर्फ भारत के ही हित में नही, बल्कि पुरे हिंदमहासागर क्षेत्र के हित में होने की बात प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान रेखांकित की| इस दौरान दोनों देशों ने संयुक्त आर्थिक परियोजना, व्यापार और निवेश में बढोतरी के साथ आतंकवाद विरोधी सहयोग अधिक मजबूत करने का निर्णय किया|

इससे पहले श्रीलंका के राष्ट्राध्यक्ष रहे महिंदा राजपक्षे का बतौर प्रधानमंत्री हो रही यह भारत यात्रा कई मायने में अहम समझा जा रहा है| महिंदा राजपक्षे राष्ट्राध्यक्ष थे तभी के दौर में उनकी नीनि चीन के पक्ष में ज्यादा रही थी| उन्हीं के दौर में हिंद महासागर क्षेत्र में चीन की आवाजाही बढी थी| भारत के लिए यह चिंता की बात साबित हुई थी|

पर, पिछले पांच वर्षों में श्रीलंका की नीति में भारत को दुबारा अहम स्थान प्राप्त हुआ है| श्रीलंका के राष्ट्राध्यक्ष गोटाबाया राजपक्षे ने अपनी पहली विदेश यात्रा के लिए भारत का चयन किया था| वही प्रधानमंत्री होते ही महिंदा राजपक्षे भी अपनी पहली विदेश यात्रा के लिए भारत पहुंचे है| इससे भारत का बढता प्रभाव रेखांकित हो रहा है|

प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने प्रधानमंत्री मोदी से भेंट करके द्विपक्षिय बातचीत की| इसके बाद दोनों नेताओं ने जारी किए निवेदन में इंडो-पैसिफिक क्षेत्र का जिक्र किया है| इस क्षेत्र में शांति और समृद्धी के लिए दोनों देशों में मजबूत सहयोग काफी अहम होने का बयान श्रीलंका का चीन के समर्थन में रही भूमिका में हुआ बदलाव दिखा रहा है|

भारत और श्रीलंका में आतंकवाद की समस्या बडी है और दोनों देशों ने इसका सामना भी किया है और कर रहेहै| आतंकवाद के विरोध में किया यह सहयोग और मजबूत करना संभव है, यह बयान प्रधानमंत्री मोदी ने किया है| साथ ही क्षेत्रिय सुरक्षा और विकास के लिए भारत के सहयोग से काम करने के मुद्दे पर श्रीलंका ने किए निर्णय का हम स्वागत करते है, ऐसा भी प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है| 

इससे पहले श्रीलंका के प्रधानमंत्री ने विदेशमंत्री एस.जयशंकर से भेंट की है| भारत ने श्रीलंका में शुरू किया हुआ निर्माण कार्य और अलग अलग क्षेत्र के सहयोग के मुद्दों पर इस दौरान बातचीत होने की जानकारी प्रधानमंत्री राजपक्षे ने साझा की है|

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