आयकर विभाग द्वारा देशभर में छापें

नई दिल्ली: ५०० और १००० रुपये के नोट रद करने का फैसला होने के बाद, पूरे देश के लोगों ने ये नोट बदलने के लिए बैंक में जमा करने की शुरुआत की है| साथ ही, इन नोटों के रूप में होनेवाला अपना अघोषित पैसा बचाने के लिए कालाबाज़ार में शामिल लोगों ने भी अलग अलग स्तर पर कोशिशें शुरू की हैं| सोना ख़रीदकर अपना काला धन सुरक्षित रखनेवालों के लिए, सोने की कालाबाजार में क़ीमत करीब पचास हजार प्रति तोला पर गयी है, ऐसा कहा जाता है| इस पृष्ठभूमि पर, आयकर विभाग ने दिल्ली, मुंबई, चंदिगढ, लुधियाना शहर में छापें मारे हैं|

Money- आयकर विभाग ज्वेलर्स, हवाला के व्यवहार में शामिल लोग, साथ ही, मुद्रा का व्यवहार करनेवालों पर भी छापें मारे गये हैं, ऐसे सूत्रों ने कहा| लेकिन इसकी जानकारी प्रकाशित नहीं हुई है| आम जनता अपने दैनंदिन व्यवहार के लिए १०० रुपयों के नोट और ५०० व १००० रुपये के नोटों के बदले नये नोट प्राप्त करने के लिए बैंकों एवं पोस्ट ऑफिसों में लाईन लगा रही थी; वहीं, इन स्थानों पर ५०० और १००० के नोट बदलना जिनके लिए संभव नहीं हैं, ऐसे कालाबाज़ार करनेवाले लोगों ने सोने की खरीदारी का विकल्प चुना|

इसी कारण, ५०० और १००० रुपये के पुराने नोटों के बदले सोना खरीदा, तो सोने की क़ीमत प्रति तोला पचास से साठ हज़ार तक गयी, यह जानकारी मीडिया में प्रकाशित हुई थी| इस प्रकार अवैध सोना खरीदारी की ख़बरें सामने आते हुए, आयकर विभाग ने कुछ स्थानों पर छापे मारे, यह ख़बर प्रकाशित हुई है|

५०० और १००० रुपये के पुराने नोट चलन से रद करने का फैसला होने के बाद शुरू हुईं आर्थिक गतिविधियों पर सरकार की पूरी तरह कडी नज़र है, ऐसे केंद्रीय वित्तमंत्री ने स्पष्ट किया था| साथ ही, किसी के पास अघोषित रक़म होगी, तो वह उस रक़म को बैंक में जमा करते हुए आयकर और जुर्माना भरें, ऐसा आवाहन भी अर्थमंत्री जेटली ने किया है| साथ ही, अघोषित संपत्ती को घोषित करने के लिए सरकार ने अवधि भी दी थी, इस बात की भी वित्तमंत्री जेटली ने याद दिला दी| लेकिन कई जगह, कालाबाजार करनेवाले लोगों ने ५०० और १००० के नोट व्हाईट करने की कोशिशें शुरू की हैं, ऐसा दिखाई दे रहा है| इसमें सोने की खरीदारी को पहली पसंद मिल रही है| लेकिन यह व्यवहार उलटा आप के लिए ही घातक साबित हो सकता है, ऐसी चेतावनी सरकार द्वारा दी जा रही है|

दिल्ली, मुंबई, लुधियाना तथा चंदिगड में आयकर विभाग ने मारे हुए छापूं का तफ़सील घोषित नहीं किया गया है| लेकिन आनेवाले समय में पूरे देश में इस प्रकार के छापें मारे जा सकते हैं, ऐसे संकेत मिल रहे हैं| इस संदर्भ में देश का क़ानून अपना काम करेगा, यह दावा केंद्रीय वित्तमंत्री ने वृत्तसंस्था को दिये इंटरव्यू के दौरान किया| साथ ही, वैध संपत्तीवालों को डरने का कारण न होकर, उनकी संपत्ती सुरक्षित रहेगी, ऐसा भरोसा वित्तमंत्री ने दिलाया|

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