तालिबान की हुकूमत को स्वीकृति प्रदान करनेवाले देशों पर प्रतिबंध लगाएं – अमरिकी सिनेटर्स का प्रस्ताव

Taliban-Regime-Rubioवॉशिंग्टन – ‘संयुक्त राष्ट्र संघ ने आतंकी करार दिए लोगों को सरकार में स्थान देनेवाली तालिबान को आतंकी संगठन घोषित करें। साथ ही तालिबान की आतंकी हुकूमत को स्वीकृति प्रदान करनेवाले देशों पर प्रतिबंध लगाएं’, ऐसी माँग करनेवाला प्रस्ताव अमरीका के प्रमुख सिनेटर्स ने कांग्रेस में पेश किया। यह प्रस्ताव पारित हुआ तो तालिबान की वकालत कर रहे पाकिस्तान पर कड़ी कार्रवाई हो सकती है। दो दिन पहले तालिबान को लष्करी सहायता प्रदान करनेवाले पाकिस्तान को यूरोपिय महासंघ ने फटकार लगाई थी।

Taliban-Regimeअमरीका के वरिष्ठ सिनेटर मार्को रुबिओ, टॉमी टबरविल, मूर कैपिटो, डैन सविलन, थॉम टिलिस और सिंथिया लुमिस ने गुरूवार के दिन अमरिकी कांग्रेस के सामने अहम प्रस्ताव पेश किया। ‘प्रिवेंटिंग रेकग्नीशन ऑफ टेररिस्ट स्टेटस्‌ ऐक्ट’ नामक कानून के तहत अफ़गानिस्तान की तालिबानी हुकूमत अवैध होने का बयान इन सिनेटर्स ने किया है। अमरीका और संयुक्त राष्ट्रसंघ ने ‘टेरर लिस्ट’ में शामिल किए आतंकी तालिबान की सरकार का हिस्सा होने की ओर अमरिकी सिनेटर्स ने ध्यान आकर्षित किया।

दस दिन पहले तालिबान ने घोषित की हुई सरकार के ३६ में से १४ सदस्य संयुक्त राष्ट्रसंघ ने जारी की हुई आतंकियों की सूचि में हैं। इसके अलावा अमरिकी गुप्तचर यंत्रणा ‘एफबीआय’ की ‘मोस्ट वॉन्टेड’ सूचि में शामिल सिराजुद्दीन हक्कानी और खलिल हक्कानी भी तालिबान की सरकार में मंत्री बने हैं, इस बात की याद अमरिकी सिनेटर्स ने कराई। इन आतंकियों को सरकार में शामिल करनेवाली तालिबान को भी आतंकी घोषित करें, यह माँग इन सिनेटर्स ने की।

taliban-regime-Blinkenआतंकियों के समावेश वाली तालिबान की हुकूमत को स्वीकृति प्रदान करनेवाले देशों पर एवं सहयोग करनेवाले लोगों पर भी अमरीका सख्त प्रतिबंध लगाए’, यह माँग इस प्रस्ताव में की गई है। अमरिकी कांग्रेस में इस प्रस्ताव को मंजूरी प्राप्त होने की कड़ी संभावना जताई जा रही है। ऐसा हुआ तो अफ़गानिस्तान की तालिबानी हुकूमत पर नशीले पदार्थों की तस्करी करनेवाली सरकार के तौर पर भी कार्रवाई होगी, यह दावा किया जा रहा है। साथ ही अंतरराष्ट्रीय समुदाय तालिबानी हुकूमत को स्वीकृति प्रदान करे, इस उद्देश्‍य से कोशिश में जुटे पाकिस्तान पर भी सख्त प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं।

इसी बीच, बीते २० वर्षों से आतंकवाद विरोधी कार्रवाई के तहत अमरीका से आर्थिक लाभ एवं लष्करी सहायता प्राप्त करनेवाला पाकिस्तान तालिबान और अन्य आतंकी संगठनों को पाल रहा है, यह आरोप अमरीका में जोर पकड़ रहा है। अमरिकी सिनेट की सुनवाई में विदेशमंत्री ब्लिंकन को इसी मुद्दे पर सवाल किया गया था। इस पर पाकिस्तान के साथ संबंधों पर अमरीका पुनर्विचार कर रही है, ऐसी सख्त चेतावनी अमरीका के विदेशमंत्री एंथनी ब्लिंकन ने दो दिन पहले ही दी थी। इसके बाद पाकिस्तान में ड़र का माहौल फैला था। ऐसी स्थिति में अमरिकी सिनेटर्स ने रखी नई यह माँग पाकिस्तान के लिए चिंताजनक साबित होती है।

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