अफ़गानिस्तान में तालिबान के हमलों में २५ की मौत

– २४ घंटों में हुई कार्रवाई के दौरान १६७ तालिबानी ढ़ेर

– तालिबान ने किया ३७ अफ़गान सैनिकों का अपहरण

Afghanistan-taliban-attack-01-300x200काबुल – अफ़गानिस्तान के अलग अलग प्रांतों में तालिबान ने किए बम धमाकों में २५ लोग मारे गए हैं। इनमें अफ़गान सुरक्षा बल के १४ सैनिकों का समावेश है। शनिवार रात के समय तालिबान ने फरयाब प्रांत में हमला करके ३७ अफ़गान सैनिकों का अपहरण किया। इसी दौरान बीते २४ घंटों में की गई कार्रवाई में तालिबान के १६७ आतंकी ढ़ेर होने का ऐलान अफ़गान रक्षा मंत्रालय ने किया है।

अफ़गानिस्तान के १६ प्रांतों में मौजूद तालिबान के कई ठिकानों पर की गई कार्रवाई की अफ़गान रक्षा मंत्रालय ने जानकारी साझा की। नांगरहार, लघमान, मैदान वरदाक, लोगार, पाकतिका, दायकूंड़ी, ज़ाबुल, बदघीस, हेरात, घोर, बल्ख, जोवज़ान, समान्गन, बघलान, बदाखशान और हेल्मंड में की गई कार्रवाई में १६७ तालिबानी आतंकी ढ़ेर हुए और ५९ घायल हुए हैं।

Afghanistan-taliban-attack-02-300x169इसी बीच बीते २४ घंटों के दौरान तालिबान ने अफ़गान रक्षा बल को लक्ष्य करने के लिए तीन बड़े हमले करने की खबरें प्राप्त हो रही हैं। इनमें से फरयाब प्रांत के कैसर क्षेत्र में अफ़गान पुलिस के मुख्यालय पर तालिबान ने हमला किया और इस दौरान १४ सैनिकों की मौत हुई। इसके बाद तालिबान ने ३७ सैनिकों का अपहरण किया। ऐसे में अब अफ़गान यंत्रणा वहां पर तुरंत अतिरिक्त फौज रवाना करे वरना अन्य तीस-चालीस लोगों का अपहरण होगा, ऐसी चिंता वरिष्ठ अफ़गान अधिकारी नादेर सईदी ने व्यक्त की है।

इसके अलावा बदघीस प्रांत के अब्कामारी में गश्‍त लगा रहे अफ़गान सुरक्षा बल के सैनिकों को लक्ष्य करने के लिए तालिबान ने रास्ते में बम धमाका किया। लेकिन, उस मार्ग से जानेवाली यात्री बस इस धमाके के चपेट में आयी। इस बस के ११ यात्री इस धमाके के बाद जगह पर ही मारे गए। इसके अलावा रविवार दोपहर के समय बल्ख प्रांत के पुलिस मुख्यालय के करीब तालिबान ने बम विस्फोट करने का वृत्त है। इस विस्फोट में नागरी एवं पुलिस सैनिकों के मारे जाने का दावा किया जा रहा है। लेकिन, इस घटना में मारे गए लोगों का ब्यौरा अभी प्रसिद्ध नहीं हुआ है।

Afghanistan-taliban-attack-394x217तालिबान के आतंकी बीते कुछ दिनों से अफ़गान सुरक्षा यंत्रणा और छात्रों को लक्ष्य कर रहे हैं, ऐसी चिंता व्यक्त हो रही है। बीते दस दिनों में तालिबान ने काबुल में तीन स्कूलों पर हमले किए। इसके अलावा अफ़गानिस्तान के उत्तरी हिस्से में लड़कियों के स्कूलों को भी लक्ष्य किए जाने की बात स्पष्ट हुई है। तालिबान के इन हमलों की वजह से अफ़गान नागरिकों ने पश्‍चिमी देशों की ओर दौड़ लगाने की तैयारी जुटाई होने की खबरें प्राप्त हो रही हैं।

इसी बीच हमारे देश की अस्थिरता और तालिबान के हमलों के लिए कौन ज़िम्मेदार है, यह पूरे विश्‍व को अच्छी तरह से मालूम है, ऐसी आलोचना अफ़गान विदेश मंत्रालय ने दो दिन पहले की थी। अफ़गान विदेश मंत्रालय सीधे ज़िक्र करने से दूर रहा। लेकिन यह बयान मात्र पाकिस्तान को लक्ष्य कर रहा है, यह बात स्पष्ट है।

कुछ हफ्ते पहले अफ़गान राष्ट्राध्यक्ष अश्रफ गनी ने पाकिस्तान तालिबान का इस्तेमाल करके अफ़गानिस्तान में अप्रत्यक्ष युद्ध कर रहा है, यह आरोप लगाया था। इसके अलावा अफ़गानिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार हमदुल्लाह मोहिब ने पाकिस्तान पर इससे अधिक सख्त शब्दों में आलोचना की थी। तत्पश्चात पाकिस्तान के विदेशमंत्री शाह मेहमूद कुरेशी ने अफ़गानिस्तान को इशारा दिया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.