युरोप में ३० लाख शरणार्थी भेजेंगे : तुर्की राष्ट्राध्यक्ष की युरोपीय महासंघ को चेतावनी

अंकारा, दि. २७ (वृत्तसंस्था) – युरोपीय महासंघ अपने वचनों से मुक़र रहा होने का आरोप तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष रेसेप तय्यीप एर्दोगन ने किया| लाखों सीरियाई शरणार्थियों की ज़िम्मेदारी के लिए महासंघ ने तुर्की को ढ़ाई अरब डॉलर्स सहायता की घोषणा की थी|

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लेकिन यह सहायता ना मिलने के कारण गुस्सा हुए एर्दोगन ने, शरणार्थियों के जथ्थे युरोप पर छोड़ने की धमकी दी है| उसी समय, युरोप में प्रवेश करने के लिए कोशिशें कर रहें शरणार्थियों ने, तुर्की-ग्रीस की सीमा पर तुर्की पुलीस पर हमला करने की बात सामने आई है|

सीरिया और इराक में भड़के संघर्ष के कारण शरणार्थियों के जथ्थे तुर्की में आ बसे हैं| वहीं, पिछले कुछ महीनों में, सीरिया में चल रहे संघर्ष की तीव्रता बढ़ने के कारण, तुर्की में दाखिल होनेवाले शरणार्थियों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है| अब तक तुर्की में पंजीकृत शरणार्थियों की तादात २८ लाख तक है| वहीं, बिना पंजीकरण के रहनेवाले शरणार्थियों की गिनती ही नहीं हैं, ऐसा दावा मानवतावादी संगठन कर रहे हैं| इन सीरियाई शरणार्थियों की ज़िम्मेदारी लेनेवाले तुर्की को, युरोपीय महासंघ ने ढ़ाई अरब डॉलर्स की सहायता घोषित की थी|

इसमें से अब तक तुर्की को सिर्फ़ २० लाख डॉलर्स की सहायता दी गई, ऐसी जानकारी राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन ने एक समाचार चॅनेल से की हुई बातचीत के दौरान दी| युरोपीय देशों की सरकारें बेईमान हैं, ऐसा आरोप करते हुए एर्दोगन ने महासंघ को धमकाया|

‘यदि तुर्की ने ३० लाख शरणार्थियों को युरोप पर छोड़ा, तो युरोप का क्या होगा, सोचिए’ ऐसी चेतावनी एर्दोगन ने दी| शरणार्थियों को रोकने के लिए महासंघ निर्धारित सहायताराशि तत्काल तुर्की को सौंप दें, ऐसी माँग तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष ने की|

लेकिन युरोपीय महासंघ ने तुर्की के आरोपों को झुठलाया| महासंघ द्वारा मंजूर की गई राशि तुर्की को दी गई है, ऐसी जानकारी महासंघ की प्रवक्ता ‘मार्गारिटीस शिनास’ ने दी| ‘साथ ही, महासंघ ने दी हुई सहायताराशि सीरियाई शरणार्थी और उनसे जुड़े संगठनों के लिए थी| इसपर तुर्की सरकार का कोई अधिकार नहीं’ ऐसा कहते हुए शिनास ने तुर्की को फटकारा| साथ ही, महासंघ अपने वचनों का पालन कर रहा है और तुर्की से भी यहीं उम्मीद करता है, ऐसा शिनास ने कहा|

turkey-erdoganतुर्की और महासंघ में शरणार्थियों को लेकर बढ़ते तनाव के बीच, तुर्की सीमा पर भी धांदली मची है| पिछले कुछ दिनों से, हज़ारो शरणार्थी युरोप में प्रवेश करने के लिए हिंसक प्रदर्शन कर रहे हैं| तुर्की सरकार सीमा पर लगा हुआ दरवाज़ा तोड़ दें, ऐसी माँग करते हुए इन प्रदर्शनकारियों ने तुर्की पुलीस पर हमला किया|

‘नो बॉर्डर कॅम्प’ इस चरमपंथी गुट का इन प्रदर्शनकारियों को समर्थन मिल रहा है| हर एक को युरोप में दाखिला मिलना ही चाहिए, ऐसी माँग यह अराजकतावादी गुट कर रहा है| शरणार्थियों के साथ इस गुट के समर्थक, तुर्की सीमा पर लगे तारों का बाड़ तोड़ने की कोशिश भी की| इस कारण तुर्की-ग्रीस सीमा पर तनाव का माहौल बना है|

पिछले महीने से, यह गुट शरणार्थियों को लेकर सीमा पर प्रदर्शन कर रहा है| वहीं, इस गुट को सीरियाई शरणार्थियों द्वारा मिल रहे समर्थन में भी बढ़ोतरी हुई है| इस कारण तुर्की की चिंताएँ बढ़ रही हैं, ऐसा कहा जाता है|

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