‘डीआरडीओ’ ने किया ‘लेज़र गाईडेड ऐंटी टैंक मिसाइल’ का सफल परीक्षण

अहमदनगर – रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) ने स्वदेशी ‘लेज़र गाईडेड ऐंटी टैंक मिसाइल’ (एटीजीएम) का सफल परीक्षण किया। अर्जुन टैंक से यह मिसाइल छोड़ा गया। यह ‘एटीजीएम’ पांच किलोमीटर दूरी पर निर्धारित लक्ष्य को सटीकता के साथ निशाना करने की क्षमता रखती है। बीते दस दिनों में ‘डीआरडीओ’ ने इस मिसाइल का दूसरी बार परीक्षण किया है।

drdo-laser-tankगुरूवार के दिन अहमदनगर ज़िले में स्थित सेना की के.के.रेंज नामक रेंज पर इस ‘एटीजीएम’ का परीक्षण किया गया। अर्जुन टैंक से छोड़ा गया यह ‘एटीजीएम’ अलग अलग वाहनों से भी छोड़ा जा सकता है। अर्जुन टैंक पर तैनात 120 मीमि रायफल गन से यह मिसाइल छोड़ने का परीक्षण किया जा रहा है। यह मिसाइल जमीन से जमीन पर निर्धारित लक्ष्य को निशाना बनाने के साथ ही कम उंचाई पर उड़ान भरनेवाले हेलिकॉप्टर को भी निशाना बना सकती हैं।

‘डीआरडीओ’ ने इस मिसाइल का सफल परीक्षण करने पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने ‘डीआरडीओ’ का अभिनंदन किया है। ‘डीआरडीओ’ की ‘आर्मामेंट रिसर्च ॲण्ड डेवलपमेंट एस्टैब्लिशमेंट’ ने पुणे स्थित ‘हाय एनर्जी मटेरिअल्स रिसर्च लैबोरेटरी’ (एचईएमआरएल) और देहरादून के ‘इंस्ट्रुमेंट रिसर्च ॲण्ड डेवलपमेंट एस्टैब्लिशमेंट’ (आयआरडीई) की सहायता से इस मिसाइल का निर्माण किया हैं।

चीन के साथ जारी तनाव की पृष्ठभूमि पर भारत ने भी अपनी रक्षा तैयारी बढ़ाने के लिए पुख्ता कदम उठाए हैं। स्वदेशी हथियारों के निर्माण की वजह से रक्षाबलों को बड़ी मात्रा में सहायता होगी। भविष्य में विदेशी रक्षा सामान की निर्भरता कम होगी, यह विश्‍वास भी इस अवसर पर व्यक्त किया जा रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.