सीआईए के प्रमुख पद पर जिना हॅस्पेल की नियुक्त का रास्ता साफ़

वॉशिंगटन: अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने ‘सीआईए’ के प्रमुख पद पर चुने ‘जिना हॅस्पेल’ की नियुक्ति का रास्ता साफ़ हुआ है। अमरिकन संसद समिति ने जिना हॅस्पेल की नियुक्ति का प्रस्ताव संमत किया है और जल्द ही इस बारे में निर्णय घोषित किया जाएगा। आतंकवादियों का छल करने के लिए हॅस्पेल ने इस्तेमाल किए उपाय अमानवी हैं, ऐसा आरोप करके उनकी नियुक्ति रोकने की कुछ लोगों ने कोशिश की थी।

सीआईए, प्रमुख पद, जिना हॅस्पेल, नियुक्त, रास्ता साफ़, अमरिका, जॉन बोल्टनअमरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के पद पर जॉन बोल्टन की नियुक्ति करने का निर्णय राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने लिया था। साथ ही सीआईए के प्रमुख माईक पॉम्पिओ को ट्रम्प ने विदेश मंत्री पद के लिए चुना है। साथ ही ‘सीआईए’ की उपप्रमुख जिना हॅस्पेलको सीआईए के प्रमुख पद पर नियुक्त करने का फैसला ट्रम्प ने लिया है। यह सब विवादास्पद निर्णय साबित हुए हैं, ऐसे कड़वे राष्ट्रवादी और आक्रामक व्यक्तियों को अत्यंत महत्वपूर्ण पद पर नियुक्त करके ट्रम्प ने दुनिया भर में सनसनी फैलाई थी।

विशेषतः जिना हॅस्पेल की नियुक्ति सबसे विवादास्पद साबित हुई है। क्यों की अपने कार्यकाल में उन्होंने आतंकवादियों के खिलाफ अत्यंत कठोर भूमिका अपनाकर उनसे जानकारी हासिल करने के लिए कठोर उपायों का इस्तेमाल किया था। ऐसी आक्रामक अधिकारी सीआईए की प्रमुख कैसे बन सकती हैं? ऐसा सवाल उनके विरोधक कर रहे थे। लेकिन अमरिका खतरनाक आतंकवादियों का सामना कर रहा है, ऐसे में जिना हॅस्पेल जैसे कर्तव्यकठोर अधिकारियों की ही सीआईए को आवश्यकता है, ऐसा जिना हॅस्पेल के समर्थकों का कहना है।

आखिर में अमरिका की संसदीय समिति ने १० विरुद्ध ५ मत से जिना हॅस्पेल की नियुक्ति को मान्यता दी है। इस वजह से उनकी नियुक्ति अब लगभग निश्चित हुई है और जल्द ही इस बारे में निर्णय लिया जाएगा। जिना हॅस्पेल की नियुक्ति की वजह से आतंकवादियों का समर्थन करने वाले देश परेशान हुए हैं और आने वाले समय में ‘सीआईए’ की आतंकवाद विरोधी कार्रवाइयां तीव्र होंगी। इसीलिए अमरिका मे आतंकवाद के खिलाफ कठोर भूमिका अपनाने की माँग करने वाले सभी लोग जिना हॅस्पेल की सीआईए के प्रमुख पद चुनाव होने पर समाधान व्यक्त कर रहे हैं।

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