खाड़ी की इंधन कंपनियों पर ईरान के हैकर्स के साइबर हमले – साइबर सुरक्षा कंपनी का दावा

तेहरान: ईरान की सत्ताधारी राजवट के साथ संबंधित ‘एपीटी ३३’ यह हैकर्स का गुट खाड़ी देशों की इंधन कंपनियों पर साइबर हमले कर रहा है, ऐसा आरोप साइबर सुरक्षा कंपनी की रिपोर्ट में किया गया है। ‘फायर आई’ इस अमरीकी कंपनी ने इस सन्दर्भ में रिपोर्ट प्रसिद्ध की है। इसमें ईरान के हैकर्स इंधन कंपनियों के साथ अमरिका और जापान के आर्थिक, औद्योगिक कंपनियों को भी अपना लक्ष्य बना रहे हैं।

खाड़ी, इंधन कंपनियों, ईरान, हैकर्स, साइबर हमले, कंपनी, दावा, तेहरान, अमरिकापिछले महीने में ही ब्रिटन के सूचना प्रद्योगिक क्षेत्र की प्रसिद्ध कंपनी ‘सेक्युरवोर्का’ ने ब्रिटन के विश्वविद्यालयों पर साइबर हमले होने की जानकारी प्रसिद्ध की थी। ईरानी सरकार से संलग्न हैकर्स ब्रिटन के प्रसिद्ध विश्वविद्यालयों पर साइबर हमले करके अंतर्राष्ट्रीय खोज को सहायक साबित होने वाले दस्तावेजों की चोरी कर रहे हैं, ऐसा ‘सेक्युरवोर्का’ ने कहा था। उसके बाद अब ईरानी हैकर्स की नई कार्रवाई की जानकारी सामने आई है।

‘एपीटी ३३’ इस गुट की तरफ से खाड़ी की इंधन कंपनियों को ‘फिशिंग ईमेल्स’ भेजे गए थे। उसमें से इंधन कंपनियों को लक्ष्य बनाया गया था। इसमें सऊदी अरेबिया, कुवैत जैसे देशों की इंधन कंपनियों का समावेश है।

खाड़ी, इंधन कंपनियों, ईरान, हैकर्स, साइबर हमले, कंपनी, दावा, तेहरान, अमरिकाअमरिका ने ईरान पर लगाए प्रतिबंधों की पृष्ठभूमि पर यूरोपीय देश और कंपनियां ईरान के साथ व्यवहार न करें, ऐसा अमरिका ने आवाहन किया था। लेकिन यूरोपीय देश ईरान के साथ अनुबंध से और व्यापारी सहकार्य से पीछे हटने के लिए तैयार नहीं है।

खाड़ी के सऊदी अरेबिया, संयुक्त अरब अमिरात जैसे देश ईरान पर लगाए प्रतिबंधों का फायदा उठाकर इंधन बाजार का अपना हिस्सा बढाने की कोशिश कर रहे हैं। उसे प्रत्युत्तर देने के लिए ईरान की तरफ से साइबर हमलों का इस्तेमाल किया जा रहा है, ऐसा अमरिकी कंपनी की रिपोर्ट से सामने आ रहा है।

ईरान ने साइबर हमलों के लिए बहुत बड़ी क्षमता विकसित की है और इससे अमरिका और पश्चिमी देशों को खतरा है, ऐसा अमरिकन नेता और विश्लेषक लगातार चेतावनी देते आ रहे हैं।

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