चीन की आक्रामकता का उसी भाषा में जवाब मिलेगा – वायुसेनाप्रमुख आरकेएस भदौरिया

नई दिल्ली – लद्दाख की एलएसी पर यदि चीन ने आक्रामक गतिविधियाँ कीं, तो भारतीय वायुसेना भी उसका उसी भाषा में जवाब देगी, ऐसी चेतावनी वायुसेनाप्रमुख आरकेएस भदौरिया ने दी। साथ ही, ११४ लड़ाक़ू विमानों की खरीद के काँट्रॅक्टों के लिए भी रफायल विमानों का गंभीरता से विचार किया जा रहा है, यह वायुसेनाप्रमुख ने स्पष्ट किया। वहीं, लद्दाख से लेकर कन्याकुमारी तक, भारतीय वायुसेना किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए सिद्ध है, ऐसा स्क्वाड्रन लिडर सार्थक कुमार ने कहा है।

यदि चीन के साथ संघर्ष शुरू हुआ और एलएसी पर चीन ने आक्रामकता दिखायी, तो वायुसेना भी चीन के विरोध में उतनी ही आक्रामकता दिखा सकती है, ऐसा वायुसेनाप्रमुख ने स्पष्ट किया। पत्रकार परिषद को संबोधित करते समय वायुसेनाप्रमुख ने यह चेतावनी दी। इससे पहले भी वायुसेनाप्रमुख ने यह जताया था कि भारत के साथ का संघर्ष जागतिक महत्त्वाकांक्षा होनेवाले चीन के लिए घातक साबित होगा।

भारत के साथ संघर्ष में चीन को मानहानि सहनी पड़ेगी और उसका चीन की आन्तर्राष्ट्रीय छवि पर विपरित परिणाम होगा, ऐसा संदेश वायुसेनाप्रमुख ने अपने सूचक बयानों द्वारा दिया था।

रफायल विमानों के बारे में बात करते हुए वायुसेनाप्रमुख ने जानकारी दी कि इस महीने के अन्त तक तीन रफायल फ्रान्स से मिलनेवाले हैं। अब तक आठ विमान वायुसेना के बेड़े में आ चुके हैं। उर्वरित विमानों की सप्लाई अगले साल तक फ्रान्स द्वारा भारत को की जायेगी, ऐसा विश्‍वास वायुसेनाप्रमुख ने ज़ाहिर किया। भारत ने ११४ लड़ाक़ू विमानों की खरीद का काँट्रॅक्ट अभी भी किसी देश को नहीं दिया है। लेकिन इसके लिए रफायल विमानों का गंभीरता से विचार किया जा रहा है, ऐसा वायुसेनाप्रमुख ने स्पष्ट किया।

इसके अलावा पाँचवीं पीढ़ी के अतिप्रगत लड़ाक़ू विमानों के निर्माण पर देश में काम शुरू हुआ है। इस पाँचवीं पीढ़ी के अतिप्रगत लड़़ाक़ू विमान में छठीं पीढ़ी के लड़़ाक़़ू विमानों की विशेषताएँ समाविष्ट करने की भी कोशिश जारी है। लेेकिन फिलहाल पाँचवीं पीढ़ी का विमान विकसित करने पर ज़ोर दिया जा रहा है, ऐसी लक्षवेधी जानकारी वायुसेनाप्रमुख ने दी।

इसी बीच, जोधपुर में जारी डेझर्ट नाईट-२०२१ इस वायुसेना के युद्धअभ्यास में सहभागी हुए स्क्वाड्रन लिडर सार्थक कुमार ने महत्त्वपूर्ण बयान किया है। लद्दाख से लेकर कन्याकुमारी तक वायुसेना किसी भी प्रकार की चुनौतियों का सामना करने के लिए सिद्ध है। रफायल केवल भारतीय वातावरण में ही नहीं, बल्कि दुनिया भर में किसी भी मुहिम के लिए तैयार है, यह स्क्वाड्रन लिडर सार्थक कुमार ने स्पष्ट किया। चौथीं और पाँचवीं पीढ़ी के लड़ाक़ू विमानों को सौंपी जानेवाली किसी भी मुहिम को क़ामयाब बनाने की क्षमता रफायल में है, इसका यक़ीन सार्थक कुमार ने दिलाया।

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