चीन अगले दशक में परमाणु हथियारों की संख्या दुगनी करेगा – अमरिकी रक्षा विभाग का इशारा

वॉशिंग्टन – अमरीका और रशिया की तरह ही ‘न्युक्लियर ट्रायड़’ की क्षमता प्राप्त करने के लिए चीन कड़ी कोशिशें कर रहा है और अगले दशक में चीन के परमाणु हथियारों की संख्या दुगुनी से अधिक होगी, ऐसा इशारा अमरिकी रक्षा विभाग ने दिया है। परमाणु हथियारों की संख्या सीमित रखने से संबंधित समझौते में रशिया के साथ चीन भी शामिल हो, इस दिशा में अमरीका कोशिश कर रही है। लेकिन, अमरीका और रशिया की तुलना में अपने परमाणु हथियारों की संख्या काफ़ी कम होने से इस समझौते के लिए हम पर दबाव ना डालें, यह प्रत्युत्तर चीन दे रहा है। इसी पृष्ठभूमि पर अमरीका के रक्षा विभाग का यह रपट ध्यान आकर्षित करता है।

china-nuclearअमरिकी रक्षा विभाग ने हाल ही में ‘मिलिटरी ऐण्ड सिक्युरिटी डेवलपमेंट इन्वॉल्विंग द पिपल्स रिपब्लिक ऑफ चायना २०२०’ नामक रपट जारी की है। अमरिकी संसद में पेश हुए इस रपट में बीते २० वर्षों में चीन ने रक्षा क्षेत्र में की हुई प्रगति, उसकी योजनाएं और भविष्य की महत्वाकांक्षा का ज़िक्र किया गया है। इसी में ‘न्युक्लियर डिटरन्स’ के लिए चीन की जारी गतिविधियों की ओर भी ध्यान आकर्षित किया गया है। चीन के बेड़े में फिलहाल २०० परमाणु हथियार मौजूद होने की बात समझी जा रही है और रक्षाबलों के आधुनिकीकरण की गति देखें तो आनेवाले दशक में यह संख्या दुगुनी से अधिक होगी, यह इशारा अमरिकी रक्षा विभाग ने दिया है।

परमाणु हथियारों की संख्या को लेकर इशारा जारी करने के साथ ही चीन ‘एअर लौन्चड् न्युक्लियर बैलेस्टिक मिसाइल’ के निर्माण में जुटा होने की जानकारी इस रपट में दी गई है। साथ ही चीन के बेड़े में फिलहाल अमरीका को लक्ष्य करने की क्षमता रखनेवाले कम से कम १०० अंतरमहाद्विपिय बैलेस्टिक मिसाइल्स मौजूद हैं और अगले पांच वर्षों में इन मिसाइलों की संख्या बढ़कर २०० तक जाएगी, यह इशारा भी इस रपट में दिया गया है।

china-nuclearबीते कुछ महीनों से अमरीका और रशिया दोनों देश परमाणु हथियारों की संख्या सीमित रखने से संबंधित नए ‘स्टार्ट’ (स्ट्रैटेजिक आर्म्स रिडक्शन ट्रीटी) समझौते पर बातचीत कर रहे हैं। इस ऐतिहासिक समझौते में चीन को शामिल करने पर दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों की चर्चा होने की जानकारी भी सामने आयी थी। लेकिन, अमरीका और रशिया सबसे पहले अपने परमाणु हथियारों की संख्या कम करें और उसके बाद ही अन्य देशों को यह सलाह दें, ऐसीं फटकार चीन ने लगाई थी। तभी, अपनी रक्षा तैयारी को लेकर चीन सच्ची जानकारी घोषित नहीं कर रहा है और चीन के बेड़े में घोषित संख्या से अधिक परमाणु हथियार मौजूद होने की कड़ी आशंका अमरीका ने व्यक्त की थी।

यह चर्चा हो रही थी तभी कुछ महीने पहले अमरीका की सामरिक महत्वाकांक्षा को रोकने के लिए चीन ने कम से कम हज़ार परमाणु हथियारों के साथ सज्जित होना होगा, ऐसी सलाह चीन के ‘ग्लोबल टाईम्स’ समाचार पत्र ने दी थी। तभी अप्रैल महीने में अमरिकी विदेश विभाग के रपट में चीन ने गुप्त रूप से परमाणु परीक्षण करने की जानकारी दर्ज़ की गई थी। इससे संबंधित जानकारी छुपाने पर अमरीका ने चीन के उद्देश्‍य पर भी आशंका व्यक्त की थी।

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