पाकिस्तान के कराची बंदरगाह पर चीन के युद्धपोत

नवी दिल्ली, दि. १२: चीन के तीन युद्धपोत पाकिस्तान के कराची बंदरगाह में दाखिल हुए हैं| दोनों देशों के बीच सामरिक सहयोग के तहत इन युद्धपोतों ने कराची बंदरगाह की भेंट की, ऐसा दिखाई दे रहा है| उसी समय भारत ने मलाका की खाड़ी में युद्धपोत तैनात करते हुए, चीन की इस सामरिक गतिविधियों को मुँहतोड़ जवाब देनेवाला फैसला किया है| मलाका में यह तैनाती हमेशा के लिए होगी, ऐसी जानकारी भारतीय नौसेना ने दी|

चीन की नौसेना के ‘चँग चून’, ‘जिंग झोऊ’, ‘चाओ हू’ ये तीन युद्धपोत कराची बंदरगाह में दाखिल हुए हैं| ये विनाशिकाएँ सदिच्छा भेंट करने आयीं हैं, ऐसा दावा चीन की ओर से किया जा रहा है| चीन और पाकिस्तान की नौसेनाओं में सहयोग और समन्वय बढ़ाने के लिए यह सदिच्छा भेंट उपयुक्त साबित होगी, ऐसा दावा भी चिनी नौसेना ने किया है| उसी वक्त, चीन का यह युद्धपोत प्रशिक्षण देने का काम करेगा, ऐसा चीन की नौसेना की ओर से कहा जाता है|

लेकिन इसका विवरण सार्वजनिक नहीं किया गया है| पाकिस्तान के बंदरगाह में चिनी युद्धपोतों तथा पनडुब्बियों की भेंट यह आम बात मानी जा रही है| भारत पर दबाव बढ़ाने के लिए दोनो देश इस तरह की सदिच्छा भेंट का बड़ी खुबी से इस्तेमाल करते हुए दिखाई दे रहे है|

हिंदी महासागर में चिनी नौसेना की गतिविधियाँ भारत के लिए बड़ी चिंता का कारण बनी हुईं हैं| ‘हिंदी महासागर क्षेत्र यह कोई भारत के घर का बरामदा नहीं है’ ऐसी चेतावनी चीन की ओर से लगातार दी जा रही है| चिनी नौसेना की पनडुब्बियों की इस क्षेत्र में आवाजाही भारत के नैसर्गिक प्रभाव क्षेत्र को चुनौती देने के लिए ही है, यह बात अब छुपी नहीं है| चीन की गतिविधियों को भारत ने गंभीरता से लिया है और इसके खिलाफ़ रणनीति रची है, ऐसा दिखाई दे रहा है| ऐसे में, चिनी युद्धपोतों द्वारा कराची बंदरगाह की भेंट की जाने की ख़बर सामने आ रही है; वहीं, कुछ दिन पहले, मलाका की खाड़ी में भारत ने अपने युद्धपोत को हमेशा के लिए तैनात करने का निर्णय लिया है|

दुनिया की दूसरे नंबर की अर्थव्यवस्था रहनेवाले चीन का व्यापार बड़ी मात्रा में मलाका की खाड़ी से ही होता है| इस क्षेत्र पर भारत का प्रभाव चीन को हमेशा ही चुभता रहा है| भारत ने ठान ली, तो भारत इस क्षेत्र को घेरकर चीन की व्यापारी यातायात ख़तरे मे ला सकता है, ऐसी चेतावनी चीन के सामरिक विश्‍लेषक लंबे समय से देते आ रहे हैं| मलाका की खाड़ी में वह घिरा जा सकता है, इस बात को ध्यान में रखकर चीन भारतविरोधी कार्रवाइयों को क़ाबू में रख रहा है| चीन के भारतविरोधी निर्णय की तीव्रता बढ़ ही रही है कि तभी इस क्षेत्र में युद्धपोत तैनात करके, भारत ने चीन को सही ‘संदेश’ दिया दिखाई दे रहा है|

मलाका की खाड़ी में भारतीय युद्धपोत की तैनाती, यह समुद्री लुटेरों के खिलाफ मुहिम के साथ साथ, यहाँ पर गश्त लगाने के लिए की जा रही कोशिश का हिस्सा है, ऐसा खुलासा भारतीय नौसेना के कॅप्टन गुरप्रित एस. खुराना ने किया है| वहीं, भारतीय नौसेना की इस तैनाती का मतलब, दुनिया के व्यस्त सागरी आवाजाही के मार्ग में जागरुकता पैदा करने की कोशिश है, ऐसा नौसेना के सूत्रों ने कहा है|

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