चीन वुहान जैसी ७०० लैब का निर्माण करेगा

बीजिंग – चीन की जिस वुहान लैब मे कोरोना वायरस का निर्माण हुआ, वैसीं ही ७०० नई लैब स्थापित करने का ऐलान चीन ने किया है। एक ही दिन पहले, चीन की वुहान लैब में काम करनेवाली वैज्ञानिक ने यह चेतावनी दी थी कि कोरोना वायरस तो सिर्फ हिमखंड़ की नोक हैं। अब चीन के अन्य सरकारी अख़बार ने ऐसा कहा है कि चीन की अमरीका के साथ शुरू स्पर्धा चोटी पर पहुँची है, ऐसे में ये ७०० नई लैब स्थापित करने का निर्णय राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग ने किया है। चीन से कोरोना से भी अधिक भयंकर महामारियाँ विश्‍वभर में फैल सकती हैं, ऐसी धमकी ही चीन के इस सरकारी अख़बार द्वारा दी जा रही है।

चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग ने ये ७०० नई लैब स्थापित करने का निर्णय अमरीका से स्पर्धा करने के लिए ही किया है, यह दावा ‘इकॉनॉमिक इंफॉर्मेशन डेली’ इस सरकारी अख़बार ने किया। अगले वर्ष के अन्त तक चीन ये सात सौ लैब स्थापित करेगा। इनमें से कुछ लैब, वुहान की लैब की तरह वैद्यकीय अनुसंधान के लिए कार्यरत होंगी और अन्य कुछ लैब में तकनीक से संबंधित अनुसंधान का काम होगा, यह बात इस अख़बार ने स्पष्ट की हैं। अमरीका की चुनौती का स्वीकार करके चीन को विकसित बनाना यही इन लैब का प्रमुख उद्देश्‍य रहेगा, यह बात भी इस अख़बार ने आगे कही है। इससे पहले से ही चीन में ५०१ लैब कार्यरत हैं। लेकिन, अब अमरीका के साथ स्पर्धा करने के लिए चीन को इन नई लैबस्‌ की ज़रूरत महसूस होती दिख रही है।

चीन की कंपनियाँ अमरिका की बौद्धिक सम्पदा से संबंधित कानून का उल्लंघन कर रहीं हैं और अमरिकी कंपनियों के खोज़कार्य का इस्तेमाल कर रहीं हैं, ऐसीं शिकायतें अमरीका कई वर्षों से करती रही है। इस बारे में अमरिकी संसद ने चीन की ३३ कंपनियों को ब्लैक लिस्ट किया था। अमरीका ने रखें इन आरोपों का ज़वाब देकर, बौद्धिक सम्पदा के मोरचे पर चीन को ताकतवर देश के तौर पर स्थापित करना, इसके लिए ७०० नई लैब कार्यरत रहेंगी, यह बात चीन के इस अख़बार ने स्पष्ट की है। उपरी तौर पर हालाँकि इसमें कुछ अजीब नहीं लग रहा है, फिर भी इस अख़बार ने किया हुआ वुहान की लैब का ज़िक्र निरीक्षकों का ध्यान आकर्षित करनेवाला साबित होता है।
कोरोना वायरस का उद्गम जहाँ पर हुआ, वह चीन की वुहान की लैब विश्‍वभर में कुख्यात बनी है। कोरोना वायरस की लैब की गहराई से जाँच हों, यह माँग विश्‍व के प्रमुख देश कर रहे हैं। ऐसी दुनियाभर में बदनाम हुई इस लैब जैसीं ही और ७०० लैब स्थापित करने का ऐलान करके क्या चीन पूरे विश्‍व को धमकाने की कोशिश कर रहा है, यह नया सवाल भी खड़ा हो रहा है। उसी में, चीन की वैज्ञानिक शी झेंग्ली ने, कोरोना वायरस यानी सिर्फ हिमखंड़ की नोक है, यह कहकर, पूरे विश्‍व को इससे भी अधिक भयंकर महामारी का सामना करना होगा, ऐसी चेतावनी दी थी।

कोरोना वायरस की महामारी छिपाकर रखनेवाले चीन से बड़ा हर्ज़ाना वसूल करने की माँग विश्‍वभर से हो रही है, तभी चीन इससे भी भयंकर महामारी की चेतावनी देकर, अपने विरोध में जानेवालें देशों को धमका रहा होने की संभावना से भी इन्कार नहीं किया जा सकता।

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