अमरिका ने ईरान पर लगाये प्रतिबंधों को चीन, जर्मनी एवं तुर्की का विरोध

बीजिंग/बर्लिन/अंकारा: अमरिका ने इराक पर जारी किए नए प्रतिबंध ठुकराकर रशिया ने ईरान के साथ सहयोग कायम रखने की घोषणा की थी। रशिया के बाद अब चीन, जर्मनी और तुर्की ने भी अमरिका के ईरान पर लगे प्रतिबंध नहीं मानेंगे, ऐसा घोषित किया है। ईरान के साथ व्यापारिक संबंध रखने वाले देश भी इन प्रतिबंधों के चंगुल में आएंगे, ऐसा अमरिका ने इससे पहले ही घोषित किया था। इसकी वजह से रशिया, चीन, जर्मनी और तुर्की ईरान के ऊपर होनेवाले प्रतिबंधों के मुद्दे पर अमरिका के विरोध में खड़े होते दिखाई दे रहे हैं।

अमरिका ने ईरान पर डाले प्रतिबंधों की चीन ने आलोचना की है और अमरिका के प्रतिबंध एक तरफा और नियम के बाहर होने की बात कही है। तथा ईरान के साथ परमाणु करार अंतरराष्ट्रीय नियमों के अनुसार होने की बात कहकर चीन ईरान के साथ व्यापारी सहयोग शुरू रखेगा ऐसा चीन के विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया है। ईरान के साथ चीन के व्यापारी सहयोग पारदर्शी, स्वच्छ, न्याय और संयुक्त राष्ट्रसंघ की सुरक्षा परिषद के नियमों की कक्षा में है, ऐसा कहकर अमरिका ने चीन के इस अधिकारों का सम्मान करना चाहिए, ऐसा चीन के विदेश मंत्रालय ने सूचित किया है।

ईरान, लगाये प्रतिबंधों, चीन, जर्मनी, तुर्की, विरोध, अमरिका, रशियाजर्मनी के विदेश मंत्रालय ने भी ईरान के साथ परमाणु करार का समर्थन किया है। तथा अमरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने परमाणु करार से वापसी करके बहुत बड़ी गलती की है, ऐसी चेतावनी जर्मनी के विदेश मंत्री हाईको मास ने दी है। पर जर्मनी अमरिका के गलतियों को नहीं दौहराएगा और ईरान के साथ परमाणु करार पर कायम रहेगा ऐसा मास ने स्पष्ट किया है। इस परमाणु करार में यूरोप के सुरक्षा का यकीन होने की वजह से जर्मनी यह करार बचाने के लिए प्रयत्न करेगा, ऐसा मास ने कहा है। तथा प्रतिबंध जारी करके ईरान को अकेला करने का प्रयत्न करने पर कट्टरवाद का बल बढ़ेगा, ऐसी चेतावनी मास ने दी है। जर्मनी की यह भूमिका उजागर तौर पर अमरिका विरोधी होने की बात स्पष्ट होती है।

पिछले कई महीनों से अमरिका विरोधी आक्रामक भूमिका लेने वाले तुर्की ने भी ईरान के साथ व्यापार शुरू रखने की बात जोर देकर कही थी। तुर्की की वित्त व्यवस्था ईरान से मिलनेवाले ईंधन पर निर्भर है, इसकी वजह से प्रतिबंधों के दबाव में ना आते हुए तुर्की ईरान के साथ इंधन व्यापार शुरू रखेगा, ऐसा तुर्की के इंधन मंत्री फतिह डोन्मेझ ने कहा है। तथा इस बारे में चर्चा करने के लिए जल्द ही तुर्की के विशेष पथक अमरिका से जाकर मिलेंगे ऐसी जानकारी डोन्मेझ ने दी है।

सोमवार को राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने ईरान पर नए कठोर प्रतिबंध की घोषणा करके ईरान से व्यापारी संबंध रखनेवाले देशों को चेतावनी दी थी। ट्रम्प इनका यह इशारा रशिया, चीन और यूरोपीय देशों के लिए था यह स्पष्ट होता है।

अमरिका के इन प्रतिबंधों पर चर्चा करने के लिए यूरोपीय महासंघ जल्द ही बैठक का आयोजन करने वाला है। तथा महासंघ ने यूरोप में कंपनियों को ईरान के साथ सहयोग शुरू करने की सूचना की है। पर यूरोप में बडी कंपनियां अमरिका के प्रतिबंधों की डर से ईरान के साथ सहयोग के लिए आगे नही आ रही, ऐसा आरोप ईरान में सरकारी माध्यमों ने किया है।

दौरान अमरिका ने ईरान पर लगाये इन प्रतिबंधों के गंभीर परिणाम ईरान के वित्त व्यवस्था पर हुए है और एक डॉलर के लिए १ लाख १२ हजार ईरानी रियाल चुकाने पड़ रहे हैं। अमरिका के नए प्रतिबंधों के बाद ईरान की वित्त व्यवस्था अधिक जटिल स्थिती में जा सकती है। जिसकी वजह से संकट में आए हुए ईरान की जनता रास्ते पर उतरकर सर्वोच्च धर्मगुरु खामेनी एवं राष्ट्राध्यक्ष रोहानी इनके धारणाओं का निषेध कर रही है। इस सल्तनत के कट्टरवादी धारणाओं की वजह से ईरान पर यह समय आने का आरोप प्रदर्शक कर रहे हैं।

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