उइगरवंशियों पर हो रहे अत्याचारों की खबर जारी करने पर चीन ने लगाई ‘बीबीसी’ पर पाबंदी

बीजिंग/लंदन – चीन के सरकारी समाचार चैनल का बीते हफ्ते लायसेन्स रद करनेवाले ब्रिटेन को चीन ने प्रत्युत्तर दिया है। ब्रिटेन की सरकारी वृत्तसंस्था ‘बीबीसी’ उइगरवंशियों के मुद्दे पर पक्षपाती जानकारी प्रदान कर रही है, यह आरोप लगाकर चीन ने ‘बीबीसी’ पर पाबंदी लगाने का ऐलान किया है। इस पर ब्रिटेन के विदेशमंत्री डॉमिनिक राब ने चीन की हुकूमत पर आलोचना की है और ‘बीबीसी’ ने भी यह निर्णय दुर्भाग्यपूर्ण होने की प्रतिक्रिया दर्ज़ की है।

china-ban-bbc‘बीबीसी वर्ल्ड न्यूज’ ने २ फ़रवरी के दिन चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत ने निर्माण किए उत्पीड़न शिविरों में उइगरवंशियों पर हो रहे अत्याचारों की रपट जारी की थी। यह रपट पक्षपाती होने का आरोप चीन ने लगाया है। ‘बीबीसी ने निष्पक्ष वृत्तांकन करने के लिए आवश्‍यक निकषों का उल्लंघन किया है। ‘बीबीसी’ की वर्णित रपट के कारण चीन के वांशिक एकता का बड़ा नुकसान हुआ है’, इन शब्दों में चीन के ‘रेडिओ ऐण्ड टेलिविजन ऐडमिनिस्ट्रेशन’ यंत्रणा ने ‘बीबीसी’ पर लगाई पाबंदी की जानकारी सार्वजनिक की।

चीन की इस पाबंदी के पीछे उइगरों के मुद्दे पर हो रही बदनामी के साथ ही ब्रिटेन की सरकार से हो रही आक्रामक कार्रवाई का कारण भी होने की बात कही जा रही है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉन्सन और प्रशासन ने बीते वर्ष से चीन के विरोध में अधिक से अधिक आक्रामक भूमिका अपनाना शुरू किया है। कोरोना वायरस के मुद्दे पर चीन की जाँच करने के लिए पहल कर रहे ब्रिटेन ने ‘५ जी’, ‘हाँगकाँग’, ‘उइगरवंशी’, ‘साउथ चायना सी’ में जारी हरकतों जैसे मुद्दों पर चीन के विरोध में स्पष्ट नीति अपनाई है।

china-ban-bbcबीते हफ्ते में ब्रिटेन की माध्यम यंत्रणा ने चीन के सरकारी समाचार चैनल ‘चायना ग्लोबल टेलिविजन नेटवर्क’ (सीजीटीएन) का लायसेन्स रद किया। इसके साथ ही चीन के माध्यमों के लिए काम कर रहे तीन पत्रकारों को जासूसी का आरोप लगाकर देश से बाहर खदेड़ा है, यह समाचार भी प्रसिद्ध हुआ था। ब्रिटेन की संसद में उइगरवंशियों पर हो रहे अत्याचारों को ‘वंशसंहार’ का दर्जा प्रदान करने से संबंधित प्रस्ताव भी पेश किया गया है। इन घटानाओं से बौखलाए हुए चीन ने ब्रिटीश समाचार चैनल को झटका दिया हुआ दिख रहा है।

चीन की इस हरकत पर ब्रिटेन के विदेशमंत्री ने आलोचना की है। ‘चीन का निर्णय माध्यमों की आज़ादी को नुकसान पहुँचानेवाली जुल्मी कार्रवाई है। इस वजह से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चीन की प्रतिमा को अधिक झटके लगेंगे’, यह इशारा भी विदेशमंत्री डॉमिनिक राब ने दिया है।

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