‘सीबीएसई’ की बारहवीं की परीक्षा रद – महाराष्ट्र में भी ‘बोर्ड’ की परीक्षा रद होने के संकेत

‘सीबीएसई’नई दिल्ली – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में सभी राज्यों के शिक्षामंत्री के साथ हुई बैठक के बाद, ‘सीबीएसई’ बोर्ड की बारहवीं की परीक्षा रद करने का निर्णय केंद्र सरकार ने घोषित किया। केंद्रीय बोर्ड की बारहवीं की परीक्षा रद होने के बाद, अब अन्य राज्यों की सरकारें भी अपने अपने राज्य बोर्ड की बारहवीं की परीक्षा रद करने की संभावना हैं। महाराष्ट्र के शिक्षामंत्री ने केंद्र सरकार के इस निर्णय का स्वागत किया और इसी तरह के संकेत दिए हैं। छात्रों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने के लिए यह निर्णय किया गया है।

कोरोना के संकट की वजह से, पिछले वर्ष दसवीं और बारहवीं की परीक्षा का आयोजन नहीं हुआ था। इस साल परीक्षा शुरू होने के कुछ ही दिन पहले कोरोना की नई लहर टकराने की वजह से परीक्षा कार्यक्रम में बदलाव किया गया था। लेकिन, कोरोना संक्रमण तेज़ होने की वजह से दसवीं की परीक्षा रद करने का निर्णय किया गया। केंद्रीय बोर्ड ने किए निर्णय के अनुसार अन्य राज्यों के शिक्षा बोर्ड ने भी इसी तरह के निर्णय किए थे। लेकिन, बारहवीं की परीक्षा से संबंधित निर्णय लटका हुआ था। पहले अप्रैल, बाद में मई में भी ये परीक्षाएँ स्थगित कीं गयीं और परीक्षा की तारीख बाद में घोषित की जायेगी, यह ऐलान किया गया।

लेकिन, बारहवीं की परीक्षाएँ भी रद करने की माँग अदालत के सामने रखी गई थी। अदालत ने बारहवीं की परीक्षा से संबंधित भूमिका स्पष्ट करने के निदेश देने पर केंद्रीय शिक्षामंत्री ने सभी राज्यों के शिक्षामंत्रियों से बैठक की थी। इस दौरान परीक्षा से संबंधित सूचनाएँ मँगवाईं गईं थीं।

अगर परीक्षा का आयोजना करना है, तो उनका आयोजन कैसे किया जाए, इस मुद्दे पर सोच-विचार हुआ था। केवल प्रमुख विषयों की परीक्षा लेने की सूचना भी हुई। इन सभी सूचनाओं का विचार करके १ जून को फिर से सभी शिक्षामंत्रियों की बैठक आयोजित करके परीक्षा की तारीख का ऐलान किया जाएगा, ऐसा बताया गया था।

लेकिन, मंगलवार के दिन हुई इस बैठक में परीक्षा रद करने का निर्णय हुआ। प्रकृती अस्वास्थ्य के कारण इस बैठक में केंद्रीय शिक्षामंत्री उपस्थित नहीं थे। लेकिन, प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में इस बैठक का आयोजन हुआ। केंद्रीय शिक्षा सचिव के साथ सभी राज्यों के शिक्षामंत्री इस बैठक में शामिल हुए थे। देश के कुछ हिस्सों में अभी भी कोरोना संक्रमण नियंत्रण में नहीं है। कुछ ठिकानों पर लॉकडाउन जैसें प्रतिबंध लगाए गए हैं। ऐसी स्थिति में छात्र और पालक दोनों भी चिंता में हैं और इस तरह के तनाव में छात्रों को परीक्षा देने के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता, ऐसा कहकर प्रधानमंत्री ने, छात्रों का हित और सुरक्षा को ध्यान में रखकर केंद्रीय बोर्ड ‘सीबीएसई’ की परीक्षा रद करने का निर्णय घोषित किया। इस वजह से अब अन्य राज्यों के बोर्ड भी ऐसा ही निर्णय करने की संभावना है।

परीक्षा रद होने पर, पहले की परीक्षाएँ एवं अन्य बातों का मूल्यमापन करके नतीजें दिए जाएँगे। साथ ही, बीते वर्ष की तरह, परीक्षा देने की इच्छा रखनेवाले छात्रों को स्थिति सामान्य होने पर परीक्षा देने का विकल्प भी ‘सीबीएसई’ उपलब्ध कराएगी।

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