ब्रिटन में स्थित रशियन छात्र मातृभूमि वापस लौटें – रशिया का आवाहन

रशियन छात्र, मातृभूमि वापस लौटें, सर्जेई स्क्रिपल, दोस्ती के संबंध, नहीं, ब्रिटन, अमरिकालंडन: ब्रिटन के साथ रशिया के संबंध बिगड़ गए हैं, ऐसी स्थिति में रशिया ने ब्रिटन में पढाई कर रहे अपने छात्रों को तुरंत मातृभूमि लौटने का संदेश दिया है। सिर्फ ब्रिटन ही नहीं बल्कि रशिया के साथ दोस्ती के संबंध नहीं हैं ऐसे पश्चिमी देशों से रशियन छात्र मातृभूमि लौट आएं, उनका यहाँ पर स्वागत किया जाएगा, ऐसा रशियन यंत्रणाओं की तरफ से कहा जा रहा है। रशिया किसी भी समय ब्रिटन पर हमला कर सकता है, ऐसी संभावना जताई जा रही है, ऐसे में अपने छात्रों को मातृभूमि लौटने का संदेश देकर रशिया ने वातावरण को अधिक गर्म किया है।

सर्जेई स्क्रिपल अपने इस भूतपूर्व जासूस पर और उनकी बेटी पर रशिया ने लंडन में विषप्रयोग करने की बात सामने आई थी। इसकी गंभीर दखल लेकर ब्रिटन ने रशिया के खिलाफ कठोर कार्रवाई की थी। ब्रिटन, अमरिका और अन्य मित्र देशों ने रशियन राजनीतिक अधिकारियों को खदेड़कर रशिया पर टीका की थी। उसके बाद से रशिया की तरफ से पूरा सहकार्य मिल रहे सीरिया पर अमरिका, ब्रिटन और फ़्रांस ने जोरदार हमले किए थे। इन दोनों घटनाओं की वजह से ब्रिटन के साथ रशिया के संबंध बहुत बिगड़ गए हैं। रशिया के राष्ट्राध्यक्ष किसी भी समय अपने लष्कर को ब्रिटन पर हमले का आदेश दे सकते हैं, ऐसी परिस्थिति है, ऐसा इशारा ब्रिटन के लष्करी अधिकारियों ने दिया है। साथ ही यह संघर्ष भड़का तो क्या करना चाहिए, इसकी तैयारी भी रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने पहले से ही करके रखी है, इसका एहसास ब्रिटन के लष्करी अधिकारी करके दे रहे हैं।

रशियन छात्र, मातृभूमि वापस लौटें, सर्जेई स्क्रिपल, दोस्ती के संबंध, नहीं, ब्रिटन, अमरिकारशिया के खिलाफ खड़े हुए देशों को सबक सिखाने के लिए रशिया ने की हुई पूर्व तैयारी इतनी सुनियोजित है कि रशियन राष्ट्राध्यक्ष इस मामले में अपने प्रतिस्पर्धियों से दस कदम आगे हैं, ऐसा दावा एक ब्रिटिश अधिकारी ने किया था। साथ ही रशिया किसी भी समय ब्रिटन पर साइबर हमले करके स्क्रिपल प्रकरण का बदला लेगा, ऐसा भी ब्रिटन के अधिकारी कहने लगे हैं। इस पृष्ठभूमि पर रशिया की यंत्रणाएं और सरकारी नियंत्रण के अंतर्गत काम करने वाली रशियन मीडिया ब्रिटन और पश्चिमी देशों में पढाई कर रहे रशियन छात्रों को संदेश दे रहे हैं। जिन देशों के रशिया के साथ मत्री के संबंध नहीं हैं उन देशों को छोड़कर मातृभूमि पहुंचें, ऐसा संदेश देते समय रशियन यंत्रणा और मीडिया पश्चिमी देशों पर कड़ी टीका कर रहे हैं।

रशिया ने सर्जेई स्क्रिपल पर विषप्रयोग नहीं किया है। बल्कि रशिया को लक्ष्य बनाने के लिए ब्रिटन की ही गुप्तचर यंत्रणाओं ने यह षडयंत्र रचने का दावा रशियन मीडिया और यंत्रणा कर रहीं हैं। सीरिया पर हुए रासायनिक हमलों के पीछे भी ब्रिटन और अमरिका का हाथ होने का दावा उनकी तरफ से किया जा रहा है। इसीलिए रशिया के साथ जिन देशों का मैत्री का रिश्ता नहीं है, उन देशों की तरफ से मिल रही चुनौती चिंताजनक है। इसका नुकसान पश्चिमी देशों में पढाई कर रहे छात्रों और व्यावसायिकों को भी उठाना पड़ सकता है। इसीलिए इन देशों को छोड़कर तुरन मातृभूमि लौट आएं, ऐसा आवाहन रशियन यंत्रणा और मीडिया की तरफ से किया जा रहा है।

पश्चिमी देशों बेहतर रशिया में बहुत अच्छे शैक्षणिक और व्यावसायिक अवसर उपलब्ध हैं। आपका रशिया में अच्छी तरह से स्वागत किया जाएगा, ऐसा आश्वासन इस अवसर पर रशियन यंत्रणाएं विदेश में पढाई कर रहे अपने छात्रों को और व्यावसायिकों को दे रहीं हैं। रशिया की तरफ से ऐसा आवाहन किया जा रहा है, ऐसा होते हुए भी पश्चिमी देशों में उपलब्ध अवसरों को देखा जाए तो, रशियन छात्र और व्यावसायिकों पर इन आवाहनों का विशेष असर नहीं होने वाला है, ऐसा दावा पश्चिमी देशों की मीडिया कर रही है।

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