उत्तर कोरिया ने किया ‘बैलेस्टिक मिसाइल’ का परीक्षण – संयुक्त राष्ट्र संघ की आम सभा में अमरीका को चेतावनी

ballistic-missiles-test-north-korea-3प्योंगयांग/वॉशिंग्टन – मंगलवार की सुबह उत्तर कोरिया ने छोटी दूरी के ‘बैलेस्टिक मिसाइल’ का परीक्षण करने का खुलासा हुआ है। इस परीक्षण के कुछ ही घंटों बाद संयुक्त राष्ट्र संघ की आम सभा में अमरीका को चेतावनी भी दी गई। अपनी सुरक्षा के लिए हर तरह के हथियार विकसित करने का अधिकार उत्तर कोरिया को है, यह इशारा उत्तर कोरिया के राजदूत किम साँग ने दिया। अमरीका अपनी शत्रूता की नीति का त्याग करे, यह बयान भी साँग ने अपने इशारे में किया है। मंगलवार के दिन किया गया यह परीक्षण उत्तर कोरिया ने इस महीने किया हुआ तीसरा मिसाइल परीक्षण है।

दो हफ्ते पहले मात्र पांच दिनों के अंतराल में उत्तर कोरिया ने दो मिसाइल परीक्षण किए थे। ११ और १२ सितंबर के दिन उत्तर कोरिया ने लंबी दूरी के एटमी ‘क्रूज़’ मिसाइल का परीक्षण किया था। इसके बाद बुधवार १५ सितंबर के दिन अन्य दो ‘बैलेस्टिक मिसइल्स’ का परीक्षण किया था। अमरीका, दक्षिण कोरिया और जापान यह उत्तर कोरिया के साथ फिर से शांति वार्ता शुरू करने की कोशिश कर रहे हैं। दक्षिण कोरिया के राष्ट्राध्यक्ष ने दोनों देशों के युद्ध का अधिकृत स्तर पर अन्त होना चाहिये, यह प्रस्ताव भी दिया था। इस पृष्ठभूमि पर अमरीका और अन्य देशों पर दबाव ड़ालने के लिए उत्तर कोरिया परीक्षणों का इस्तेमाल कर रहा है, ऐसा कहा जाता है।

ballistic-missiles-test-north-korea-2मंगलवार के दिन किया हुआ परीक्षण भी इसी का हिस्सा होता दिखाई दे रहा है। इस परीक्षण के लिए उत्तर कोरिया ने सुबह तकरीबन छह बजे जगांग प्रांत से यह मिसाइल दागी। इस मिसाइल ने करीबन १२५ किलोमीटर की दूरी तय करने की बात कही जा रही है। इस परीक्षण के दौरान यह मिसाइल २० मील ऊँची उठी थी, यह जानकारी दक्षिण कोरिया के सूत्रों ने प्रदान की। जापान की सरकार ने यह ‘बैलेस्टिक मिसाइल’ होने की जानकारी साझा की है। इसी बीच अमरीका और दक्षिण कोरिया ने कहा कि, इस परीक्षण का पूरा ब्यौरा प्राप्त किया जा रहा है।

अमरीका के विदेश विभाग ने इस परीक्षण की आलोचना की है। ‘उत्तर कोरिया का यह परीक्षण संयुक्त राष्ट्र संघ के कई प्रस्तावों का उल्लंघन है। यह परीक्षण उत्तर कोरिया के पड़ोसी देशों के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए भी खतरा है’, ऐसी प्रतिक्रिया अमरिकी विदेश विभाग ने दर्ज़ की है। साथ ही उत्तर कोरिया के साथ राजनीतिक स्तर पर बातचीत के लिए हम वचनबद्ध हैं और वह भी बातचीत के लिए तैयारी दर्शाए, यह आवाहन भी अमरिकी विदेश विभाद ने किया है। लेकिन, उत्तर कोरिया ने इस मुद्दे पर आक्रामक भूमिका अपनाने की बात संयुक्त राष्ट्र संघ की आम सभा में किए गए बयान से सामने आयी है।

ballistic-missiles-test-north-korea-1‘उत्तर कोरिया को आत्मरक्षा का और इसके लिए हथियार विकसित करने का अधिकार है। हम अपनी सुरक्षा यंत्रणा का निर्माण कर रहे हैं। देश की शांति बरकरार रहे और हमारी सुरक्षा हो, इसी लिए हम आगे भी हथियारों का निर्माण करेंगे’, यह इशारा संयुक्त राष्ट्र में उत्तर कोरिया के राजदूत किम साँग ने दिया। अमरीका अपनी शत्रुता की नीति छोड़ती है तो उत्तर कोरिया इस पर रिस्पान्स करेगा, लेकिन फिलहाल इसके आसार नहीं दिखाई देते, यह बयान भी साँग ने आगे किया।

मार्च में उत्तर कोरिया ने छोटी दूरी के क्रूज़ मिसाइल्स एवं बैलेस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया था। इसके बाद उत्तर कोरिया की परमाणु गतिविधियों में बढ़ोतरी होने की रपट अमरिकी अभ्यासगुट ने प्रसिद्ध की थी। ऐसे में उत्तर कोरिया ने बीते महीने, ‘प्रिएम्प्टिव स्ट्राईक’ की क्षमता अधिक बढ़ाने का इशारा भी दिया था।

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