‘आयएसआय’ के और तीन एजंट गिरफ्तार

मुंबई/लखनऊ, दि. ४ : भारत स्थित पाकिस्तान के उच्चायुक्तालय से संबंधित जासूसी के मामले में और तीन लोगों को मुंबई से गिरफ्तार किया गया है| इनमें से एक ‘आयएसआय’ एजंट के घर से ७१ लाख रुपये बरामद किए गए हैं| उसकी पूछताछ में और अहम जानकारी हाथ आ सकती है| भारत में ‘आयएसआय’ के नेटवर्क की अहम कड़ी के रूप में इन तीनों की ओर देखा जा रहा है|

‘आयएसआय’बुधवार को उत्तर प्रदेश के फैजाबाद से अफ्ताब अली नामक ‘आयएसआय’ के एजंट को गिरफ्तार किया गया था| पाकिस्तान जाकर प्रशिक्षण लेकर वापस लौटनेवाले अफ्ताब के मोबाईल में, सुरक्षा की दृष्टि से संवेदनशील जगहों की तस्वीरें मिली थीं| साथ ही पूछताछ के दौरान, वह पाकिस्तान उच्चायुक्तालय के एक अधिकारी के संपर्क में है, यह जानकारी सामने आई थी| पिछले साल पाकिस्तान के नयी दिल्ली स्थित उच्चायुक्तालय से चलाया जानेवाला जासूसी का एक बड़ा नेटवर्क नष्ट किया गया था| पाकिस्तान उच्चायुक्तालय में कार्यरत एक राजनैतिक अधिकारी को ही जासूसी करते समय रंगेहाथ पकड़ने के बाद पाकिस्तान को, और चार अधिकारियों को देश में वापस बुलाना पड़ा था और यह उनके लिए शर्मनाक बात साबित हुई थी| लेकिन उसके बाद भी पाकिस्तान के उच्चायुक्तालय से होनेवाली जासूसी गतिविधियाँ रुकी नहीं हैं, यह फैजाबाद से हुई अफ्ताब की गिरफ्तारी से पता चलता है|

अफ्ताब की पूछताछ में, मुंबई के अल्ताफ कुरेशी इस ‘हवाला ऑपरेटर’ का नाम सामने आया था| वह मुंबई के मस्जिद बंदर का रहनेवाला है और देशभर में कई ‘आयएसआय’ एजंटों को पैसे पहुँचाता था| अफ्ताब के खाते में कुरेशी ने बड़ी रक्कम जमा की थी| यह बात ध्यान में आने के बाद, उत्तर प्रदेश पुलिस ने दी जानकारी के आधार पर मुंबई पुलिस के आतंकवादविरोधी पथक ने अल्ताफ कुरेशी को मस्जिद बंदर में उसके घर से गिरफ्तार किया है| उसके पास ७१.५७ लाख रुपये की रक़म मिली है| पुलिस ने उसका मोबाईल कब्ज़े में लिया है और उसकी पूछताछ शुरू की है| इस पूछताछ में चौंकानेवाली जानकारी मिल सकती है, ऐसा अंदाजा लगाया जा रहा है|

एटीएस ने इस जासूसी मामले में, आग्रीपाड़ा इलाके से जावेद इक्बाल और युसूफ मंझील इन दोनों को गिरफ्तार किया है| कुछ दिन पहले उत्तर प्रदेश के अयोध्या, वाराणसी, वृंदावन, ताज महल इन अहम पर्यटन ठिकानों पर ‘आयएसआय’ द्वारा प्रशिक्षण दिए हुए आतंकी हमला कर सकते हैं, ऐसी सूचना खुफिया एजन्सियों से मिली थी| साथ ही, उत्तर प्रदेश में आतंकवादियों की गतिविधियाँ बढ़ी हैं, ऐसा गुप्तचर विभाग ने कहा था| इसके बाद मध्य प्रदेश में हुए रेल बम धमाके में लखनऊ में सैफुल्लाह नामक आतंकी मुठभेड में मारा गया था| इस मामले की तहकिकात करते समय उत्तर प्रदेश के ‘एटीएस’ ने कई लोगों को धरदबोचा था| उनकी पूछताछ में अफ्ताब अली का नाम सामने आया और पाकिस्तान उच्चायुक्तालय से संबंधित दूसरा अध्याय खुल गया|

पाकिस्तान अपने अलग-अलग देशों में स्थित उच्चायुक्तालयों का इस्तेमाल जासूसी के लिए करता है, यह इससे पहले भी उजागर हुआ था| तमिळनाडू में, इस्रायल और अमरीका के दूतावास पर हमले की साजिश रचने के मामले में गिरफ्तार किए जासूसों से श्रीलंका स्थित पाकिस्तान के उच्चायुक्तालय के अधिकारी का नाम सामने आया था| साथ ही, इस अधिकारी ने एक श्रीलंकन व्यापारी को भारत में रेकी करने के लिए पैसे दिए थे, ऐसा उजागर हुआ था| इसके बाद भारत के दबाव की वजह से श्रीलंका ने इस अधिकारी पर कार्रवाई करने के संकेत देने के बाद पाकिस्तान ने इस अधिकारी को देश में वापस बुलाया था| साथ ही, पिछले साल बांगलादेश ने भी जासूसी के इल्जाम के तहत ढाका स्थित पाकिस्तानी उच्चायुक्तालय के दो राजनैतिक अधिकारियों को देश से निकाल बाहर किया था|

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