अल-कायदा अफ़गानिस्तान में फिर से संगठित हो सकती है – अमरिकी रक्षामंत्री लॉईड ऑस्टिन

al-qaeeda-afghanistan-lloyd-austin-1कुवेत सिटी/काबुल – दो दशक पहले अमरीका पर आतंकी हमला करनेवाला आतंकी ‘अल कायदा’ संगठन अफ़गानिस्तान में फिर से सिर उठा सकता है, ऐसा बयान अमरीका के रक्षामंत्री लॉईड ऑस्टिने किया है। अफ़गानिस्तान में अल कायदा का फिर से संगठित होना खतरनाक है और अल कायदा को रोकने के लिए अमरीका की तैयारी का दावा भी उन्होंने किया। बीते महीने में राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने सेना वापसी का समर्थन करते समय यह बयान किया था कि, अफ़गानिस्तान में अल कायदा खत्म हो चुकी है। लेकिन, अब बायडेन प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी ही इशारे दे रहे हैं कि, अफ़गानिस्तान में अल कायदा फिर से सक्रिय होगी। इससे राष्ट्राध्यक्ष बायडेन को अफ़गानिस्तान की सच्चाई का अहसास ना होने की बात फिर से दिखाई दे रही है।

al-qaeeda-afghanistan-lloyd-austinअफ़गानिस्तान में अल कायदा फिर से संगठित होती है या नहीं, इसी ओर पूरे विश्‍व का ध्यान लगा हुआ है। अल कायदा और आयएस दोनों आतंकी संगठन अवसर प्राप्त होते ही फिर से संगठित होने की क्षमता रखते हैं। अफ़गानिस्तान या किसी भी अनियंत्रित प्रदेश में सिर उठाने की क्षमता अल कायदा रखती है’, ऐसा इशारा अमरिकी रक्षामंत्री ऑस्टिन ने दिया है। इससे पहले तालिबान ने ‘अल कायदा’ को आश्रय दिया था। लेकिन, इस बार ऐसा ना हो, इसके लिए तालिबान को नोटिस थमाई गई है, यह दावा भी ऑस्टिन ने किया। साथ ही अफ़गानिस्तान से अमरीका की सुरक्षा के लिए किसी भी तरह का खतरा निर्माण हुआ तो उसे रोकने की क्षमता अमरीका रखती है, यह बात भी रक्षामंत्री ने स्पष्ट की।

al-qaeeda-afghanistan-lloyd-austin-2‘निगरानी एवं पर्शियन खाड़ी समेत अन्य अड्डों पर तैनात लड़ाकू विमानों की सहायता से अफ़गानिस्तान में अल कायदा और अन्य आतंकी संगठनों से मुकाबला किया जाएगा’, ऐसा भी अमरिकी रक्षामंत्री ने कहा। लेकिन, साथ ही अफ़गानिस्तान में अमरीका के सैनिक या गुप्तचर यंत्रणा मौजूद ना होने से इस तरह की मुहिम चलाना अधिक कठिन होगा, यह बात भी उन्होंने कही। बीते वर्ष तालिबान के साथ समझौते में अमरीका ने तालिबान अफ़गानिस्तान में किसी भी आतंकी संगठन को स्थान नहीं देगी, यह शर्त भी रखी है। लेकिन, समझौते में शर्त दर्ज़ होने के बावजूद तालिबान के अल कायदा के साथ ताल्लुकात जारी होने का इशारा अमरीका के वरिष्ठ अधिकारी लगातार दे रहे हैं।

अमरीका ने अफ़गानिस्तान से वापसी करने से पहले भी रक्षामंत्री ऑस्टिन एवं वरिष्ठ सेना अधिकारी जनरल फ्रैंक मैकेन्ज़ी ने अल कायदा के बारे में इशारे दिए थे। रक्षामंत्री ऑस्टिन ने संसद के सामने सुनवाई के दौरान कहा था कि, अमरीका की वापसी के बाद अफ़गानिस्तान में दो वर्षों में ही अल कायदा संगठित होगी। इसके अलावा जनरल फ्रैंक मैकेन्ज़ी ने यह इशारा दिया था कि, इस सेना वापसी के बाद अमरीका के लिए अल कायदा का खतरा अधिक बढ़ेगा।

अमरीका के पूर्व रक्षामंत्री एवं गुप्तचर यंत्रणा ‘सीआयए’ के पूर्व प्रमुख लिऑन पैनेटा ने भी अल कायदा और आयएस दोनों आतंकी संगठनों के खतरे को रेखांकित किया था। लेकिन, मौजूदा एवं पूर्व अधिकारी एवं सलाहकारों के निर्णय को अनदेखा करके राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने जल्दबाजी में अफ़गानिस्तान से अमरिकी सेना की वापसी का निर्णय किया था।

अपने निर्णय का समर्थन करते हुए बायडेन ने यह दावा भी किया था कि, अल कायदा और ओसामा बिन लादेन को खत्म करना ही अमरीका की अफ़गान मुहिम का उद्देश्‍य था जो अब पूरा हो गया है। अफ़गानिस्तान से अल कायदा खत्म होने के बाद इस देश में सेना की ज़रूरत नहीं रही, यह बयान भी राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने किया था। लेकिन, बायडेन के इस बयान के कुछ ही घंटों बाद अमरीका के रक्षा विभाग के प्रवक्ता ने अल कायदा अफ़गानिस्तान में सक्रिय होने की बात कहकर राष्ट्राध्यक्ष बायडेन को मुँह के बल गिराया था।

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