अफ़गान सुरक्षा बल की कार्रवाई में ४६ तालिबानी मारे गए

काबुल – शनिवार के दिन अफ़गानिस्तान के फरयाब प्रांत में सुरक्षा बलो ने ४६ तालिबानी मार गिराया। तालिबान ने फरयाब के कैसर ज़िले पर और हेरात प्रांत के पुलिस मुख्यालय और बाज़ार को लक्ष्य करने के लिए हमले किए। तालिबान के इन हमलों को प्रत्युत्तर देने के लिए अफ़गान सुरक्षाबल और तालिबान के बीच संघर्ष हुआ। इस दौरान कुछ दिन पहले ही अफ़गान सरकार ने सौ से अधिक तालिबानी कैदी रिहा किए हैं। लेकिन, तालिबानी आतंकी अफ़गानिस्तान की सरकार के खिलाफ़ दुबारा संघर्ष करने उतरेंगे, ऐसा इशारा एक रपट से दिया गया है।

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शनिवार के दिन तालिबान ने अफ़गानिस्तान के फरयाब प्रांत में हमला करने की कोशिश की। लेकिन, सुरक्षा बलों की सतर्कता की वजह से तालिबान का हमला नाकाम किया गया। इस दौरान हुई मुठभेड़ में ४६ तालिबानी मारे गए और ३७ घायल हुए। घायलों में तालिबानी कमांडर के शामिल होने की जानकारी अफ़गानिस्तान के शहीन कोअर ने साझा की। अफ़गान सेना ने इस ज़िले से तालिबानी आतंकियों को भगा दिया। तालिबान ने हेरात प्रांत में भी हमले की कोशिश की थी। वहां पर अफ़गान सुरक्षा बलों ने तालिबान को जोरदार प्रत्युत्तर दिया।

afghanistan-talibअमरीका और तालिबान के बीच हुए शांति समझौते के अनुसार अफ़गान सरकार ने जेल में बंद सैंकड़ों तालिबानी आतंकियों को रिहा किया है। इससे अफ़गानिस्तान में शांति स्थापित होगी, यह विश्‍वास अफ़गान सरकार ने व्यक्त किया था। लेकिन, इसके बाद अफ़गानिस्तान में तालिबान के हमलों में बढ़ोतरी हुई है। जेल से बाहर निकले तालिबान के आतंकी दुबारा अफ़गानिस्तान में जारी संघर्ष में उतरेंगे और जनतांत्रिक पद्धती से चुनी गई अफ़गान सरकार पर हमले करेंगे, ऐसा इशारा फॉरेन पॉलिसी की रपट में दिया गया था। इसके अलावा यही तालिबानी अफ़गानिस्तान की लोकनियुक्त सरकार का तख्ता पलट देंगे, यह इशारा भी इस रपट में दिया गया है। इससे पहले भी जेलों से रिहा हुए तालिबानी आतंकियों ने अफ़गानिस्तान में खूनखराबा करने के उदाहरण हैं।

इसी बीच, कतार स्थित दोहा में अफ़गान सरकार और तालिबान के बीच शांतिवार्ता होनी है। इसके लिए तालिबानी शिष्टमंडल कतार पहुँचा है। लेकिन, अफ़गानिस्तान की सरकार में इस शांतिवार्ता को लेकर मतभेद हैं। यह चर्चा शुरू होने से पहले ही तालिबान ने अफ़गानिस्तान में खूनखराबा करके हम हिंसा की राह से नहीं हटेंगे, यह इशारा भी दिया है।

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