अफ़गानिस्तान में अमरीका की असफ़लता – अमरिकी राष्ट्रपति से कमांड प्रमुख के इस्तीफ़े की मांग

अफ़गानिस्तान के आतंकवाद विरोधी कारवाई अधिक तीव्र करने के आदेश देने बाद भी अमरिकी लष्कर को संघर्ष में सफ़लता नहीं मिली। अफ़गानिस्तान के संघर्ष में अमरिका का पराजय हो रहा है” इन कठोर शब्दों में अमरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्पने नाराजगी व्यक्त की। साथ ही अफ़गानिस्तान के संघर्ष में असफल रहे अमरिका के कमांड प्रमुख जनरल जॉन निकोलसन का इस्तीफ़ा लेने के आदेश राष्ट्रपति ट्रंपने दिए है। पर अमरिका का रक्षा मुख्यालय पेंटागन इस निर्णय से सहमत न होने के संकेत है। अमरिका अधिकारी के हवाले से एक वृत्त माध्यमने यह जानकारी दी।

अमरीका की असफ़लताअफ़गानिस्तान में तालिबान में कब्ज़ा लिया है और अफ़गानी सेना के साथ अमरिकी सेना एवं नाटो के सैनिको को भी तालिबान को रोकने में सफ़लता मिली नहीं। इस लिए अमरिका अफ़गानिस्तान के युद्ध में परास्त है यह टीका विश्लेषकों ने की। रिपब्लिकन पक्ष के मान्यवर नेता और अमरिकी सीनेट की आर्म्स कमिटी के अध्यक्ष जॉन मॅक्केन ने राष्ट्रपति ट्रंप को अफगानिस्तान की समस्या को लेकर फटकार लगायी है।। राष्ट्रपति ने अफ़गानिस्तान को लेकर अपनी नीती स्पष्ट करे यह मांग की और हो रहे विलम्ब को लेकर मैक्वेनने कड़ी टीका की।

राष्ट्रपति ट्रंपने जल्द से जल्द अफ़गानिस्तान के विषय में अपनी रणनीति बताई नहीं तो मैं अपनी नीती जरुर दिखाऊंगा यह संकेत मैक्वेनने दिया। इस मामले में राष्ट्रपति ट्रम्प का अफ़गानिस्तान विषय में प्रकाश डाला जा रहा है।

पिछले महीने के १९ जुलाई को अमरिकी राष्ट्रपति ने रक्षामंत्री जेम्स मैटिसने एवं रक्षा दल प्रमुख जनरल जोसेफ डनफोर्डने ‘सिचुएशन रूम’ में प्रदीर्घ चर्चा की। दो घंटे चले इस बैठक में अफ़गानिस्तान में चल रहे संघर्ष में अमरिकी लष्कर को मिली असफलता पर नाराजगी व्यक्त हुई। साथ ही अमरिका को अफ़गानिस्तान की खनिज संपत्ति क्या मिल रही है यह प्रश्न राष्ट्रपति ट्रम्प ने किया।

उसमें राष्ट्रपति ट्रम्प रक्षामंत्री मैटिस और जनरल डनफोर्ड के सामने अफ़गानिस्तान का नक्षा खोल कर बैठे थे यह बात एक अधिकारी ने अमरिकी वृत्त माध्यम को दी। पिछले कई महीनों से तालिबान के हमले रोकने में अमरिका को असफल मिल रही है यह चिंता राष्ट्रपति ट्रंपने जताई। अफ़गानिस्तान को लेकर अपनी ठोस नीती न होने का बयान रक्षामंत्री मैटिस ने दिया। यह नीती निश्चित करने के लिए अफगान कमांड प्रमुख जनरल निकोलसनने राष्ट्रीय रक्षा सलाह्गारो की समिति से कोई चर्चा नहीं की यह कहते हुए राष्ट्रपति ट्रंप ने इसकी ज़िम्मेदारी निकोलसन पर होने का अहसास कराया।

इसलिए अफ़गानिस्तान के संघर्ष में असफल रहे कमांड प्रमुख निकोलसन का इस्तीफ़ा मांगे यह राष्ट्रपति ट्रंपने सुझाया। पर पेंटागन निकोलसन को सिद्धता दिखाने के लिए और समय देने की सोच में है।

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