जर्मनी और बेल्जियम में बाढ़ से १२० की मौत

जर्मनी और बेल्जियम

बर्लिन – मध्य यूरोप में मूसलाधार बारिश होने के बाद रिने नदी से फैली बाढ़ से १२० की मौत हुई और सैंकड़ों लोग लापता हैं। यूरोप स्थित जर्मनी और बेल्जियम में बह रही इस नदी की धारा में कई घरों के ढ़हकर बहने की खबरें प्राप्त हो रही हैं। वर्ष २०१६ में आई बाढ़ से भी मौजूदा स्थिति अधिक भयंकर है, ऐसा स्थानियों का कहना है।

मध्य यूरोपिय देशों में बीते दो दिनों से भारी बारिश हो रही है। रिने नदी के क्षेत्र में बारिश का जोर तेज़ होने से नॉर्थ रिने-वेस्टफालिया और रिनेलैण्ड पैलेटिनेट क्षेत्र को बड़ा नुकसान पहुँचा है। रिनेलैण्ड पैलेटिनेट क्षेत्र में ६३ लोगों के शव बरामद हुए हैं औड़ रिने-वेस्टफालिया में बाढ़ आने से ४३ लोग मारे गए हैं। वहां के एक वृद्धाश्रम को इस बाढ़ ने भारी नुकसान पहुँचाने की जानकारी सामने आ रही है।

जर्मनी और बेल्जियम

जर्मनी में बाढ़ से मरनेवालों की संख्या कई ज्यादा होने की संभावना जताई जा रही है। सैंकड़ों लोग लापता होने का दावा स्थानीय प्रशासन कर रहा है। तो, हज़ारों लोग बेघर हुए हैं। बचाव और सर्च मुहिम के लिए जर्मन प्रशासन ने १५ हज़ार सैनिक, पुलिस और आपात दल के अफसरों को तैनात किया है। जर्मनी की चान्सलर एंजेला मर्केल ने इस आपत्ति से मरनेवालों के प्रति शोक व्यक्त किया।

इससे पहले वर्ष २०१६ में जर्मनी को बाढ़ से नुकसान पहुँचा था। तब २१ लोगों की मौत हुई थी। साथ ही पांच वर्ष पहले की इस आपत्ति की तीव्रता भी कम है। लेकिन, इस बार रिने नदी से आई बाढ़ की स्थिति काफी भयंकर थी, ऐसा प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है।

बेल्जियम में बाढ़ से २० लोगों के मरने की जानकारी सामने आ रही है। इसके अलावा नेदरलैण्ड, लक्जमबर्ग, स्वित्ज़र्लैंड भी इस बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। नेदरलैण्ड की मूज़ नदी भी उफान पर होने से बाढ़ की स्थिति निर्माण हुई है और स्थानीय लोगों को तुरंत बाढ़ के क्षेत्र से हटाने की कोशिश जारी है।

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