लोकतंत्र, युवाशक्ति और स्थिरता के कारण विश्व को भारत से उम्मीदें हैं – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

नई दिल्ली – वैश्विक स्तर पर भारत चमकता सितारा बनकर सामने आ रहा है, ऐसा बयान अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोश ने किया है। इसी बीच अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जारी उथल-पुथल का सामना करने की भारत की क्षमता अन्य देशों की तुलना में अधिक है, ऐसी गवाही वैश्विक बैंक ने दी है। भारत की अर्थव्यवस्था की बुनियादी नींव मज़बूत होने की वजह से यह मुमकीन हुआ है, ऐसा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा। मध्य प्रदेश में आयोजित ‘ग्लोबल इन्वेस्टर समिट २०२५’ को वर्चुअली संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने यह संदेश दिया।

इस वित्तीय वर्ष में भारत में विदेशी निवेश बढ़कर १०० अरब डॉलर्स हो जाएगा, ऐसी कड़ी संभावना जताई जा रही है। यूक्रेन युद्ध और अन्य भू-राजनीतिक उथल-पुथल के कारण पूरे विश्व के प्रमुख देशों की अर्थव्यवस्थाएं संकट से घिरी हुई हैं और ऐसे में भारत आश्वासक विकास दर से प्रगति कर रहा है। इसका प्रभाव अंतरराष्ट्रीय निवेशकों पर पडा है। इसकी वजह से भारत में हो रहा निवेश आनेवाले दिनों में अधिक बढ़ेगा, ऐसे दावे किए जा रहे हैं। ऐसी स्थिति में भारत सरकार विदेशी निवेश अधिक मात्रा में आकर्षित करने के लिए कदम उठा रही है और भारतीय नेता देश ने पिछले कुछ सालों में किए प्रगति के लगातार दाखिले दे रहे हैं।

‘ग्लोबल इन्वेस्टर समिट २०२५’ में बोलते हुए प्रधानमंत्री ने भारतीय अर्थव्यवस्था की नींव मज़बूत होने का बयान करके इससे पूरे विश्व में काफी बड़ी उथल-पुथल जारी होने के बावजूद भारत आर्थिक विकास कर रहा है, यह दावा किया जा रहा है। भारत का मज़बूत लोकतंत्र, जनसंख्या में युवाओं की बडी संख्या और राजनीतिक स्थिरता की वजह से अंतरराष्ट्रीय वित्तसंस्था भारत को लेकर यह आशावाद दिखा रही है, ऐसा प्रधानमंत्री ने कहा। कोरोना जैसी सदि में एक बार सामने आनेवाली भयंकर महामारी के बावजूद भारत ने अपने प्रगति की राह छोड़ी नहीं है। इस दौर में भी भारत ने आर्थिक सुधार जारी रखे थे, इस पर प्रधानमंत्री ने ध्यान आकर्षित किया।

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