वैग्नर ग्रुप के सैनिक पोलैण्ड का ‘दौरा’ करना चाहते हैं – बेलारूस के राष्ट्राध्यक्ष लुकाशेन्को का सूचक बयान

मास्को – बेलारूस में मौजूद वैग्नर ग्रुप के पांच हजार सैनिक पोलैण्ड की राजधानी वार्सा और झेसोव्ह शहर का दौरा करना चाहते हैं, ऐसा सूचक बयान बेलारूस के राष्ट्राध्यक्ष लुकाशेन्को ने किया हैं। साथ ही पश्चिमी यूक्रेन का क्षेत्र पोलैण्ड के नियंत्रण में जाने का खतरा बयानकर करके इस तरह से यूक्रेन का हुआ विभाजन बर्दाश्त नहीं होगा, ऐसी चेतावनी भी राष्ट्राध्यक्ष लुकाशेन्को ने दी है। कुछ दिन पहले रशिया के राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने भी पूर्व यूक्रेन और बेलारूस के क्षेत्र पर पोलैण्ड की नज़र होने का आरोप लगाया था। उनके इस बयान पर पोलैण्ड ने रशियन राजदूत को समन भी थमाया है। 

वैग्नर ग्रुपयूक्रेन युद्ध में लड़ रही रशियन निजी सैन्य कंपनी वैग्नर ग्रुप के प्रमुख प्रिगोझिन ने राष्ट्राध्यक्ष पुतिन के विरोध में बगावत की थी। उनकी सैन्य कंपनी के सैनिकों ने सीधे मास्को की ओर कूच करने की खबरें भी प्राप्त हुई थी। लेकिन, बातचीत सफल होने के बाद उनका विद्रोह ठंड़ा हुआ और प्रिगोझिन अपने पांच हजार सैनिकों के साथ बेलारूस पहुंचे। इसके बाद उनका यह विद्रोह यानी राष्ट्राध्यक्ष पुतिन की रणनीति होने के दावे कुछ लोगों ने किए थे।

यूक्रेन युद्ध शुरू होने के साथ ही पोलैण्ड रशिया के खिलाफ यूक्रेन को सैन्य सहायता प्रदान कर रहा हैं। इसी वजह से पोलैण्ड की सीमा से जुड़े बेलारूस में वैग्नर ग्रुप के पांच हजार सैनिक तैनात करके रशिया ने पोलैण्ड को शह देने की तैयारी की है, ऐसे दावे प्रसिद्ध हुए थे। पोलैण्ड ने भी वैग्नर ग्रुप की बेलारूस में हुई तैनाती का गंभीर संज्ञान लेकर बेलारूस की सीमा पर अपने हजारों सैनिक तैनात किए हैं।

इसपर रशिया के राष्ट्राध्यक्ष पुतिन की तीखीं प्रतिक्रिया सामने आयी थी। बेलारूस विरोधी सैन्य कार्रवाई को रशिया पर हुआ हमला समझा जाएगा, यह इशारा भी राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने दिया था। साथ ही पोलैण्ड पूर्व यूक्रेन एवं बेलारूस का क्षेत्र हथिया ने की तैयारी में होने का आरोप भी राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने लगाया था। दूसरें विश्व युद्ध में सोवियत रशिया ने कब्ज़ा किए पूर्व पोलैण्ड का क्षेत्र उस समय के राष्ट्राध्यक्ष स्टैलिन ने लौटाया था, इसकी याद पोलैण्ड रखे, यह इशारा भी पुतिन ने दिया था।

इसपर पोलैण्ड ने तीव्र प्रतिक्रिया दर्ज़ की है और इस मामले में रशियन राजदूत को समन थमाया है। ऐसी स्थिति में रशिया के दौरे पर पहुंचे बेलारूस के राष्ट्राध्यक्ष ने अपने देश में मौजूद वैग्नर ग्रुप के सैनिक पोलैण्ड की राजधानी वार्सा और झेसोव का दौरा करना चाहते हैं, यह दावा किया। यूक्रेनी सेना को पोलैण्ड के इन दो प्रमुख शहरों से ही आवश्यक सामान की आपूर्ति हो रही हैं, इसका दाखिला देकर लुकाशेन्को ने यह सूचक बयान किया। इस वजह से पोलैण्ड ने अबतक यूक्रेन को जो भी सैन्य सहायता मुहैया की है, उसकी कीमत चुकाने के लिए उसे मज़बूर करने की तैयारी रशिया ने रखी होने के संकेत प्राप्त हो रहे हैं।

बेलारूस के राष्ट्राध्यक्ष लुकाशेन्को रशिया के घने सहयोगी हैं और रशिया अब उनके ज़रियेही पोलैण्ड को संदेश देती दिख रही हैं। पोलैण्ड को चेतावनी देने से पहले रशिया ने बेलारूस में अपने मिसाइलों का ज़खिरा और परमाणु हथियार भी तैनात किए हैं। इस वजह से रशिया और बेलारूस ने पोलैण्ड को आगाह करने की गंभीरता अधिक बढ़ी है।

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