‘ईरान’ की सहायता कर रहीं चीनी कंपनियों पर अमरीका के प्रतिबंध

वॉशिंग्टन – ईरान के हथियार और अन्य लष्करी कार्यक्रमों के लिए सहायता प्रदान कर रही चीन की छह कंपनियों पर अमरीका ने प्रतिबंध लगाए हैं। अमरिकी विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ ने इन प्रतिबंधों का ऐलान किया है। कुछ दिन पहले ही संयुक्त राष्ट्रसंघ ने ईरान पर लगाए प्रतिबंधों का अवधि खत्म होने के बाद ईरान को हथियारों की बिक्री करनेवालों पर ही आगे से प्रतिबंध लगाए जाएंगे, यह इशारा अमरीका ने दिया था।

प्रतिबंध

ईरान की ‘आयआरआयएसएल’ और ‘हदास्को’ कंपनियों से कारोबार करनेवाली छह चीनी कंपनियां और दो नागरिकों पर प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं, यह जानकारी विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ ने साझा की। प्रतिबंध लगाए गए कंपनियों में रिच होल्डिंग ग्रूप (शांघाय) कंपनी लिमिटेड के साथ पांच शिपिंग कंपनियों का समावेश है। इन कंपनियों ने ईरान की हरकतों की जानकारी होने के बावजूद मिसाइल और अन्य हथियारों के लिए आवश्‍यक सामान की ढुलाई की, यह दावा अमरिकी विदेश विभाग ने अपने निवेदन में किया है। चीन की कंपनियों ने अमरीका ने ईरान पर लगाए प्रतिबंधों के बाद भी ईरानी कंपनियों को इससे बच निकलने का अवसर प्रदान किया था, यह आरोप भी अमरीका ने किया है। अमरीका ने इससे पहले र्इंधन क्षेत्र में ईरान से कारोबार करनेवाली चीनी कंपनियों पर प्रतिबंध लगाए थे।

प्रतिबंध

संयुक्त राष्ट्रसंघ ने ईरान पर लगाए प्रतिबंधों का अवधि रविवार के दिन पूरा हुआ। इन प्रतिबंधों की अवधि बढ़ाने की माँग अमरीका ने बीते महीने की थी। संयुक्त राष्ट्रसंघ की सुरक्षा परिषद के सामने अमरीका ने बीते महीने में इससे संबंधित प्रस्ताव भी दिया था। ईरान हथियारों से सज्जित होने पर खाड़ी क्षेत्र की सुरक्षा के लिए खतरा निर्माण होगा, यह इशारा अमरीका ने दिया था। लेकिन, संयुक्त राष्ट्रसंघ की सुरक्षा परिषद ने अमरीका का यह प्रस्ताव ठुकराया था। इस वजह से अमरीका ने अधिक आक्रामक भूमिका अपनाकर ईरान की सहायता कर रही विदेशी कंपनियों पर कार्रवाई करना शुरू किया है।

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