अमरीका ईरान पर लगाए गए प्रतिबंध अधिक व्यापक करेगी

प्रतिबंधवॉशिंग्टन/तेहरान – ईरान के परमाणु एवं मिसाइल कार्यक्रम समेत सेना से संबंधित प्रतिबंधों के दायरे में बढ़ोतरी करने का ऐलान अमरिकी विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ ने किया है। ईरान ने होर्मुज़ की खाड़ी में किए युद्धाभ्यास के दौरान अमरिकी विमान वाहक युद्धपोत की प्रतिकृति ध्वस्त करने के बाद अमरीका ने इन प्रतिबंधों का ऐलान किया। इसी बीच अमरीका के प्रतिबंधों से ड़रकर ईरान अपना परमाणु कार्यक्रम बंद नहीं करेगा, यह बात ईरान के सर्वोच्च नेता आयातुल्ला खामेनी ने स्पष्ट की है।

ईरान ने दो दिन पहले होर्मुज़ की खाड़ी में ‘लाईव फायरिंग’ का युद्धाभ्यास किया। इस दौरान ईरान के ‘रि्वोल्युशनरी गार्डस्‌’ ने अमरीका की निमित्झ युद्धपोत की प्रतिकृति रखकर उसे हमला करके नष्ट किया था। साथ ही अमरीका ने खाड़ी क्षेत्र में स्थित अपने हितसंबंधों की सुरक्षा के लिए तैनात की हुई ‘थाड’ यंत्रणा ध्वस्त करने का युद्धाभ्यास भी ईरान ने किया था। ईरान का यह युद्धाभ्यास अमरीका एवं इस क्षेत्र में स्थित अमरीका के मित्रदेशों के लिए इशारा होने की बात कही जा रही है। ईरान का यह युद्धाभ्यास ख़त्म होने के कुछ घंटे बाद ही अमरीका ने ईरान पर नए प्रतिबंध लगाने के संकेत दिए।

ईरान के परमाणु और मिसाइल कार्यक्रम एवं सेना से संबंधित 22 चीजों पर अमरीका प्रतिबंध लगाएगी, यह बात अमरिकी विदेशमंत्री ने स्पष्ट की। साथ ही ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ से संबंधित कंपनियां एवं व्यक्तियों के विरोध में भी कार्रवाई होगी, ऐसा पोम्पिओ ने कहा। इसके अलावा संयुक्त राष्ट्रसंघ की सुरक्षा परीषद ईरान पर लगाए गए प्रतिबंधों की अवधि में बढ़ोतरी करे, यह आवाहन अमरीका ने किया है। नए प्रतिबंध लगाने को लेकर अमरीका ने दिए इशारे पर ईरान के सर्वोच्च नेता आयातुल्ला खामेनी ने कड़ी फ़टकार लगाई है और ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम से पीछे नहीं हटेगा, यह बयान भी खामेनी ने किया है।

प्रतिबंध

प्रतिबंधों के ज़रिए अमरीका ईरान पर आर्थिक दबाव बढ़ाने की कोशिश कर रही है, यह आरोप खामेनी ने किया। इस आर्थिक दबाव के साथ ही ईरान की हुकूमत के विरोध में जनता के प्रदर्शन भड़काने की कोशिश अमरीका कर रही है, यह दावा ईरान के सर्वोच्च नेता ने किया। ईरान के नेताओं ने इससे पहले भी अपने देश में जारी प्रदर्शनों के लिए अमरीका ज़िम्मेदार होने का आरोप किया था। साथ ही अमरीका के प्रतिबंधों की वज़ह से ईरान की अर्थव्यस्था पर दबाव बढ़ रहा है, यह आलोचना भी की थी। पिछले वर्ष से अमरीका ने लगाए प्रतिबंधों की वजह से ईरान की अर्थव्यवस्था को 50 अरब डॉलर्स का नुकसान होने की जानकारी ईरान के राष्ट्राध्यक्ष हसन रोहानी ने प्रदान की थी।

इसी बीच होर्मुज़ की खाड़ी में ईरान का युद्धाभ्यास ख़त्म होने के बाद ईरान के तबरीज़ में स्थित रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ के लष्करी अड्डे पर विस्फोट होने की जानाकारी सामने आ रही है। स्थानिय लोगों के दाखिले से इस्रायली समाचार पत्र ने यह जानकारी जारी की। लेकिन, ईरान के सरकारी माध्यम यह विस्फ़ोट नहीं बल्कि पटाखों का आवाज़ होने की बात कह रहे हैं। इससे ईरान में संदिग्ध विस्फोट होने की घटनाओं के रहस्य में और भी बढ़ोतरी हो रही है।

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