बढ़ती महंगाई की पृष्ठभूमि पर अमरीका को महामंदी का खतरा – आर्थिक विशेषज्ञ की चेतावनी

बढ़ती महंगाईवॉशिंग्टन – अमरीका में बढ़ रही अभूतपूर्व महंगाई और शेअर बाजार की गिरावट के मद्देनज़र आनेवाले साल के दौरान अमरीका को बड़ी आर्थिक मंदी का खतरा है, ऐसी चेतावनी आर्थिक विशेषज्ञ लैरी समर्स ने दी। समर्स ने अमरीका के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष बराक ओबामा के कार्यकाल में बतौर सलाहगार काम किया है। इस वजह से उनका इशारा ध्यान आकर्षित करता है। अमरीका के बाद यूरोप के प्रमुख देशों में भी आर्थिक गिरावट के संकेत प्राप्त हो रहे हैं। ब्रिटेन एवं जर्मनी में महंगाई विक्रमी स्तर पर पहुँची है और ‘कॉस्ट ऑफ लिविंग क्राइसिस’ का ड़र जताया जा रहा है।

बढ़ती महंगाईअमरीका में पिछले हफ्ते महंगाई निदेशांक की नई जानकारी सार्वजनीक की गई। इसके अनुसार अमरीका में महंगाई विक्रमी ८.६ प्रतिशत के स्तर पर पहुँची है। इसमें अनाज़, और रोज़मर्रा का जरुरी सामान एवं ईंधन की कीमतों की अभूतपूर्व बढ़ोतरी का समावेश है। ईंधन के दर भारी ४९ प्रतिशत बढ़े हैं। अमरीका में ईंधन की कीमतें प्रति गैलन पांच डॉलर्स से अधिक हुए हैं और यह ऐतिहासिक बढ़ोतरी साबित हुई है। अनाज़, और रोज़मर्रा के जरुरी सामान की कीमतें लगभग १२ प्रतिशत बढ़ी हैं।

बढ़ती महंगाई‘अभूतपूर्व महंगाई और बढ़ती बेरोज़गारी के मद्देनज़र अमरीका को अगले दो सालों में आर्थिक मंदी का सामना करना होगा। ग्राहकों से उत्पादन की माँग सबसे निचले स्तर पर पहुँची है। शेअर बाज़ारों की गिरावट जारी है। यह सभी बाते अमरीका को अगले साल मंदी के खतरे का सामना करना होगा, इसके संकेत दे रही हैं। ईंधन की कीमत अहम मुद्दा है और इसकी तेज़ बढ़ोतरी से अमरीका की स्थिति और भी बिगड़ सकती है’, ऐसी चेतावनी अमरिकी आर्थिक विशेषज्ञ लैरी समर्स ने दी। आर्थिक विशेषज्ञ लैरी समर्स ने ईंधन की कीमत पर चेतावनी देने के साथ ही सोमवार को अमरीका के शेअर बाज़ार की गिरावट आई।

जनवरी से जून के दौरान अमरिकी शेअर निर्देशांक की २० प्रतिशत गिरावट हुई हैं। इसी बीच अमरीका के बाद यूरोप की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं को भी झटके लग रहे हैं। जर्मनी में महंगाई निर्देशांक ७.९ प्रतिशत तक पहुँचा हैं। यह पिछले ५० सालों की विक्रमी बढ़ोतरी हैं। ईंधन की बढ़ती कीमतें ही इसका प्रमुख कारण बताया जा रहा हैं। ब्रिटेन में भी ईंधन की कीमतें बढ़ी हैं और यूरोपिय देशों को ‘कॉस्ट ऑफ लिविंगक्राइसीस’ का सामना करना होगा, ऐसी चेतावनी ज़िम्मेदार विश्लेषकों ने दी हैं।

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