अमरीका की विक्रमी महंगाई अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुँचानेवाली साबित होगी – विश्‍लेषकों का इशारा

महंगाईवॉशिंग्टन – अमरीका में महंगाई का विस्फोट हुआ है और इससे देश की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुँच सकता है, ऐसा इशारा विश्‍लेषकों ने दिया है। अमरीका की अर्थव्यवस्था में अहम स्थान रखनेवाले ‘पीसीई’ और ‘सीपीआई’ दो वर्गों के महंगाई निर्देशांक पिछले ४० वर्षों के विक्रमी स्तर पर पहुँचे हैं। रशिया-यूक्रैन युद्ध की पृष्ठभूमि पर यह महंगाई कम होने की संभावना खत्म हुई है। इस वजह से र्इंधन, अनाज, एवं अन्य आवश्‍यक उत्पादनों की कीमतों में बड़ी बढ़ोतरी होने से अमरिकी जनता का बजट डामाडोल होगा, यह इशारा विश्‍लेषक दे रहे हैं। इस बढ़ती महंगाई के लिए राष्ट्राध्यक्ष बायडेन की नीति ज़िम्मेदार होने का आरोप विशेषज्ञों ने लगाया है।

महंगाईअमरीका के वाणिज्य विभाग ने शुक्रवार को घोषित की हुई जानकारी के अनुसार इस वर्ष महंगाई में भारी ६.१ प्रतिशत बढ़ोतरी दर्ज़ हुई। यह वर्ष १९८२ के बाद दर्ज़ हुई सबसे बड़ी बढ़ोतरी है। अमरीका में महंगाई का दायरा दिखानेवाले ‘कंज्युमर प्राईस इंडेक्स’ निदेशांक में भी ७.५ प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है। यह बढ़ोतरी भी पिछले चार दशकों की सबसे बड़ी बढ़ोतरी है। अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने सरकार बनाने के साथ ही महंगाई निदेशांक में एक बार भी गिरावट नहीं आई है। नवंबर २०२० से लगातार १४ महीनों में अमरीका की महंगाई लगातार बढ़ रही है।

कोरोना की पृष्ठभूमि पर वैश्‍विक सप्लाई चेन में निर्माण हुई बाधा, र्इंधन एवं स्टील समेत कच्चे सामान की कीमतों की हुई बढ़ोतरी और कामगारों की किल्लत जैसे मुद्दे अमरीका में महंगाई बढ़ने के कारण बताए जा रहे हैं। लेकिन, इन मुद्दों के अलावा राष्ट्राध्यक्ष बायडेन की गलत नीति अमरीका में महंगाई अधिक बढ़ा रही है, यह आरोप विश्‍लेषक एवं आर्थिक विशेषज्ञों ने लगाया है। र्इंधन के दरों में बढ़ोतरी होने के दौरान अमरीका की र्इंधन कंपनियों पर लगाए गए प्रतिबंध, सामाजिक सुरक्षा के लिए किए जा रहे प्रावधानों के लिए फिज़ूल खर्च किए गए अरबों डॉलर्स जैसी नीति महंगाई अधिक बढ़ाने का कारण बनी है।

महंगाईरशिया-यूक्रैन के बीच जारी तनाव की वजह अमरीका में महंगाई अधिक बढ़ेगी, ऐसे संकेत प्राप्त हो रहे हैं। इस बढ़ती महंगाई की वजह से अमरीका की ‘फेडरल रिज़र्व’ को जल्द ही ब्याज दर बढ़ाने का निर्णय लेना पडेगा। यह निर्णय होने पर इसके अमरिकी अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक असर पड सकते हैं। सिर्फ अमरीका ही नहीं बल्कि, वैश्विक अर्थव्यवस्था को इससे नुकसान पहुँच सकता है, यह इशारा विश्‍लेषकों ने दिया है। कुछ दिन पहले अमरीका के कोषागार विभाग ने देश की अर्थव्यवस्था पर ३० लाख करोड़ डॉलर्स (३० ट्रिलियन) का भार होने का ऐलान किया था। बढ़ती महंगाई और कर्ज़ का बढ़ता भार अमरीका के आर्थिक विकास में रोड़ा बनेगा, यह चिंता विश्‍लेषक व्यक्त कर रहे हैं।

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