अमरिका ‘जैविक युद्ध’ की तैयारी कर रहा है – रशिया का आरोप

अमरिकी हवाई दल की रशिया ‘जैविक’ नमूनों को इकठ्ठा कर रहा है, यह कबुली

मोस्को: अमरिका रशिया के खिलाफ जैविक युद्ध की तैयारी कर रहा है, ऐसा दावा रशियन संसद सदस्य और संशोधकों की ओरसे किया गया है। पिछले हफ्ते रशिया में हुई एक बैठक में राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने, देश के विविध वांशिक समूहों के और नागरिकों के ‘जैविक’ नमूने विदेशी यंत्रणाओं की ओरसे जमा किए जाने की बात सामने रखी थी। उसके बाद, अमरिकन हवाई दल की ओर से इस बारे हो रहा दावा कबूला गया था। इस पृष्ठभूमि पर, रशिया की ओरसे जैविक युद्ध के बारे में किया गया दावा ध्यान आकर्षित करने वाला साबित हुआ है।

पिछले हफ्ते राष्ट्राध्यक्ष पुतिन की अध्यक्षता में रशिया के ‘ह्युमन राइट्स कौंसिल’ की बैठक हुई। इस बैठक के दौरान रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने ‘जैविक’ नमूनों के बारे में जानकारी सामने रखी।

‘जैविक युद्ध’रशिया से विविध वांशिक समूह के लोगों के और विविध भौगोलिक क्षेत्र में रहने वाले नागरिकों के जैविक नमूने इकठ्ठा किए जा रहे हैं, इसकी जानकारी आपके पास है क्या? इन्हें क्यों इकठ्ठा किया जा रहा है, यही सबसे बड़ा सवाल है। विशिष्ट उद्देश्य से और व्यवसायिक स्तर पर इन चीजों को प्राप्त करने की मुहीम शुरू है। हम, रशियन नागरिक कुतूहल का कारण बन गए हैं। उनको जो कुछ करना है वो करें, हम हमें जो चाहिए वह निश्चित करेंगे’, इन शब्दों में पुतिन ने रशियन नागरिकों की जानकारी इकठ्ठा किए जाने का खुलासा किया।

रशियन राष्ट्रध्यक्ष ने इसके पीछे किसका हाथ है अथवा अन्य जानकारी देना टाला है, ऐसा है फिर भी, रशियन संसद सदस्य, संशोधक, गुप्तचर विभाग साथ ही प्रवक्ताओं ने इस मामले में प्रतिक्रिया देते समय, अमरिका पर ‘जैविक युद्ध’ की तैयारी करने का आरोप लगाया है। रशियन संसद की ‘कमिटी फॉर डिफेन्स एंड सिक्यूरिटी’ के उपप्रमुख फ्रांझ क्लिंटसेव्हिच ने जैविक युद्ध की संभावना जताई है।

अमरिका रशिया के खिलाफ जैविक युद्ध की तैयारी कर रहा है, ऐसा सीधा कहा नहीं जा सकता है, फिर भी कुल परिस्थिति को देखा जाए तो इसे पूरी तरह से नाकारा भी नहीं जा सकता। अगर अचानक जरुरत पड़ी, तो इस विकल्प को भी इस्तेमाल किया जा सकता है’, इन शब्दों में क्लिंटसेव्हिच ने अपने ‘फेसबुक’ पोस्ट में जैविक युद्ध की संभावना जताई है। कुछ रशियन मीडिया ने देश के संशोधकों का हवाला देते हुए जैविक युद्ध के बारे में दावे किए हैं। रशिया के ‘डीएनए प्रोजेक्ट’ के प्रमुख अलेक्झांडर कोरोब्को ने भी अमरिका की ओरसे चल रही गुप्तचर मुहीम पर एक खत के जरिए प्रश्नचिन्ह उपस्थित किया है।

रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने किए हुए खुलासे के बाद अमरिका के हवाई दल की ओर से ‘जैविक’ नमूने इकठ्ठा करने की मुहीम के बारे में खुलासा किया गया है। अमरिकी हवाई दल के ‘युएस एअर एज्युकेशन एंड ट्रेनिंग कमांड’के प्रवक्ता कॅप्टन ब्यु डाऊनी ने जैविक युद्ध की संभावना को ख़ारिज किया है। रशिया के जैविक नमूने संशोधन के लिए इकठ्ठा किए जा रहे हैं, ऐसा कॅप्टन डाऊनी ने स्पष्ट किया है। ‘मस्क्युलोस्केलेटल सिस्टम’ और जख्मों से संबंधित ‘बायोमार्कर्स’ का अभ्यास करने के लिए यह किया गया है, ऐसा भी उल्लेख किया गया है।

अमरिकी हवाई दल की वेबसाइट पर प्रसिद्द की गई जानकारी में, एक निजी कंपनी की ओर से इन ‘जैविक’ नमूनों की जानकारी इकठ्ठा किए जाने की बात सामने आई है। उसमें ‘आरएनए’ और ‘सिनोव्हायल टिशू’ के २७ नमूने चाहिए, ऐसी मांग की गई है। दौरान, रशिया में स्थित कुछ विदेशी ‘एनजीओज’ स्थानिक नागरिकों के जैविक घटकों की जानकारी इकठ्ठा कर रहे हैं, ऐसी जानकारी गुप्तचर संगठनों को मिल गई है, यह जानकारी राष्ट्राध्यक्ष पुतिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव्ह ने खोली है।

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