भारत के बजट का अमरिकी उद्योग जगत ने किया स्वागत

नवी दिल्ली/वाशिंग्टन: ‘भारतीय अर्थव्यवस्था अगले पांच वर्षों में पांच ट्रिलियन डॉलर्स के मुकाम पर पहुंचेगी| वर्ष २०१९ का बजट इसकी नींव रखनेवाला है’, ऐसा केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारामन ने कहा था| उनके इस बजट का अमरिकी उद्योग जगत स्वागत कर रहा है| इस बजट में भारत के विकास के साथ ही अमरिकी उद्योग विश्‍व और निवेष के लिए काफी बडा अवसर होने का दावा अमरिका के वरिष्ठ अधिकारी भी कर रहे है|

वर्ष २०१९ का यह बजट भविष्य को सामने रखकर सुधार करने के नजरिए के साथ पेश किया गया है, ऐसा यूएस इंडिया बिजनेस कौन्सिल की अध्यक्षा निशा बिस्वाल ने कहा है| किसानों की आय दोगुनी करने का प्रावधान, विदेशी निवेष की मात्रा बढाने का निर्णय स्वागतार्ह होने की बात विस्वाल ने स्पष्ट की| कुछ क्षेत्रों में विदेशी निवेष की मर्यादा १०० प्रतिशत तक बढाने का ऐलान काफी अहम है, यह दावा बिस्वाल ने किया|

‘यूएसआईबीसी’ के सदस्य होनेवाले उद्योगों को भारत का यह बजट प्रोत्साहित कर रहा है| खास तौर पर भारतीयों को कुशलता देने के लिए की गई पहल और ‘डेटा एनालिटिक्स’, ‘आर्टिफिशल इंटेलिजन्स’ और ‘रोबोटिक्स’ इन क्षेत्रों की ओर इस बजट में विशेष ध्यान दिया गया है| इसके जरिए रोजगार निर्माण को गति देने के लिए की गई कोशिश सराहना के काबिल है| साथ ही अंतरिक्ष और हवाई क्षेत्र का विकास करके भारत को इस क्षेत्र का अंतरराष्ट्रीय केंद्र करने के लिए सरकार की कोशिश लक्षणीय है, यह दावा बिस्वाल ने किया| यह भारत सरकार ने दिखाई दूरदर्शिता के संकेत देनेवाला है, ऐसा बिस्वाल ने कहा है|

अगले दौर में अमरिका भारत के साथ सहयोग करके भारत के विकास के लिए अधिक से अधिक कोशिश करेगी, ऐसा बिस्वाल ने कहा| वही, यूएस इंडिया स्ट्रॅटेजिक फोरम के अध्यक्ष मुकेश अघी ने भी इस बजट का स्वागत किया| यह बजट सर्वसमावेशक है और सामाजिक विकास की ओर ध्यान केंद्रीत करनेवाला साबित हो रहा है| इसके साथ ही गृहनिर्माण, पेयजल और रोजगार निर्माण के लिए दी गई प्राथमिकता इस बजट में सबसे अहम है’, यह दावा भी अघी ने किया|

भारत सरकार विदेशी निवेष की ओर आर्थिक स्रोत के तौर पर देख रही है, यह काफी बडी बात है, यह कहकर अघी ने इस सोच से अमरिकी निवेषकों के लिए काफी बडा अवसर प्राप्त हो रहा है, इस बात की ओर ध्यान आकर्षित किया|

हवाई क्षेत्र, बिमा क्षेत्र, माध्यम एवं सिंगल रिटेल क्षेत्र में विदेशी निवेष की मात्रा बढाने का सकारात्मक निर्णय किया गया है, यह दावा इस दौरान अघी ने किया है|

इस दौरान, पीछले कुछ महीनों से भारत और अमरिका में व्यापारी विवाद तीव्र होने के संकेत प्राप्त हो रहे थे| इसकी तीव्रता अमरिका और चीन के बीच शुरू व्यापारयुद्ध इतनी नही है| अगले दिनों में इस विवाद का यकिनन हल निकलेगा, यह विश्‍वास भी दोनों देशों के अर्थशास्त्री व्यक्त कर रहे थे| अमरिका के विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ की यात्रा के दौरान भी इस विवाद का मुद्दा आगे रहा| इसपर जवाब देते समय अमरिकी विदेशमंत्री ने दो मित्रों में भी मतभेद हो सकते है, लेकिन इस पर संयम से हल निकालना मुमकिन हो सकता है, यह सूचक विधान किया था|

इसके बाद जापान के ‘ओसाका’ में हुई ‘जी२०’ बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प की बैठक हुई थी| इस बैठक पर व्यापारी विवाद का साया ना हो, इसका ध्यान दोनों नेताओं ने रखा था| भारत और अमरिका के संबंध इसके पहले कभी भी नही थे इतने अच्छे होने की बात इस दौरान राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने स्पष्ट की थी|

साथ ही भारत के साथ अमरिका जल्द ही बिग बिझनेस डील करेगी, यह ऐलान राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने ओसाका की बैठक के दौरान की थी| इस वजह से भारत और अमरिका में व्यापार के मुद्दे पर शुरू हुआ विवाद खतम होने के संकेत स्पष्ट तौर पर प्राप्त होने लगे है| अमरिकी उद्योग क्षेत्र ने भारत के बजट पर व्यक्त की हुई प्रतिक्रिया यही बात रेखांकित कर रही है|

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