रशियन मिसाइलें लक्ष्य करने के लिए नाटो ने पोलंड-रोमानिया में तैनात यंत्रणा प्रगत करने का तय किया – अमरिकी समाचार पत्र का दावा

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरवाशिंग्टन – रशिया की सीमा के निकट पूर्वीय यूरोपिय देशों में तैनात मिसाइल विरोधी यंत्रणा प्रगत करने के लिए नाटो ने गतिविधियां शुरू की है| रशिया के बैलस्टिक और क्रूज मिसाइलों का खतरा ध्यान में रखकर नाटो ने यह निर्णय किया है, यह जानकारी अमरिका के प्रमुख समाचार पत्र ने दी| अमरिका की प्रगत ‘एजिस’ यंत्रणा नाटो यूरोपिय देशों में तैनात कर सकती है, यह दावा इस समाचार पत्र ने किया है| पीछले हफ्ते में हुई बैठक में नाटो के महासचिव जेन्स स्टोल्टनबर्ग ने इस निर्णय की जानकारी दी|

पीछले सप्ताह में ही रशियन राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने अमरिका के साथ ‘इंटरमिजिएट रेंज न्युक्लिअर फोर्सेस’ (आईएनएफ) समझौते से पीछे हटने संबंधी कागजों पर हस्ताक्षर किए| साथ ही अमरिका और रशिया ने किया ऐतिहासिक ‘आईएनएफ’ समझौता खतम हुआ है और इस वजह से पूर्वीय यूरोपिय देशों की सुरक्षा खतरे में आने की चिंता यूरोपिय नेता और माध्यम व्यक्त कर रहे है| इस पृष्ठभूमि पर पीछले हफ्ते में नाटो ने बुलाई बैठक में नाटो प्रमुख स्टोल्टनबर्ग ने पूर्वीय यूरोपिय देशों में तैनात की हुई ‘एजिस’ बैसल्टिक मिसाइल विरोधी यंत्रणा प्रगत करने का ऐलान किया|

इसके लिए पोलंड और रोमानिया में तैनात यंत्रणा प्रगत करने का विधान स्टोल्टनबर्ग ने किया था| साथ ही इन दोनों देशों में तैनात एजिस यंत्रणा प्रगत करने का निर्णय रशिया के विरोध में नही है, यह बात नोटा के प्रमुख ने स्पष्ट की| लेकिन, अमरिका में द न्युयॉर्क टाईम्स ने अमरिकी अधिकारियों के दाखिले से प्रसिद्ध किए समाचार में नाटो रशिया का खतरा ध्यान में रखकर ‘एजिस’ प्रगत कर रही है, ऐसा कहा है| रशिया के बैलस्टिक एवं क्रूज मिसाइलों का विचार करके नाटो ने यह कदम बढाया है, ऐसा अमरिकी समाचार पत्र का कहना है| अमरिका की यह यंत्रणा प्रगत करते समय नया राडार, सॉफ्टवेअर और इंटरसेप्टर का प्रयोग होगा, यह दावा अमरिकी समाचार पत्र ने किया है| पर, अमरिका ने अभीतक इस बारे में अधिकारिक ऐलान किया नही है|

इस दौरान अमरिका और रशिया के बीच बना ‘आईएनएफ’ समझौता टुटने से अपनी सुरक्षा के लिए खतरा बना है, यह डर यूरोपिय देश व्यक्त कर रहे है| वही, इस वर्ष के आखिरी दिनों तक परमाणु हथियार प्रतिबंध के संबंधी नए समझौते पर अमरिका और रशिया गंभीरता से विचार कर रहे है| इस समझौते में चीन को भी शामिल करने पर अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प और रशियन राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने ‘जी२०’ की बैठक के दौरान बातचीत की थी|

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