‘इंडो-पैसिफिक’ क्षेत्र में चीन की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए ‘पर्ल हार्बर’ में अमरिका ने तैनात किए ‘बी-२ स्ट्रॅटेजिक बॉम्बर्स’

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तर

हवाई – शत्रू के सबसे उत्तम बचाव का भेद करने की के लिए सक्षम प्रगत और परमाणु हथियारों के वाहक ‘बी-२ बॉम्बर्स’ विमान ‘इंडो-पैसिफिक’ क्षेत्र के ‘पर्ल हार्बर’ अड्डे पर तैनात किए जाने की जानकारी अमरिका ने दी है| चीन ने पिछले हफ्ते में ही जहाज विरोधी ‘डीएफ-२६’ मिसाइल तैनात करने का ऐलान किया था| इस तैनाती को अमरिका ने सीधे ‘स्ट्रॅटेजिक बॉम्बर्स’ की तैनाती करके प्रत्युत्तर देने की बात इस नए ऐलान से दिखाई दे रही है|

‘बी-२ बॉम्बर्स’ की तैनाती से अमरिकी जनता के साथ अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भी अमरिकी रक्षा बलों की ‘इंडो-पैसिफिक’ क्षेत्र की क्षमता को लेकर यकीन होगा| यह विमान इस क्षेत्र में हमेशा के लिए नजर रखेंगे| अमरिका और सहयोग देशों की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालने के लिए हम आज भी तैयार है, इन शब्दों में अमरिका के ‘३९३ बॉम्ब स्क्वाड्रन’ के वरिष्ठ अधिकारी लेफ्टनंट कर्नल जोशुआ डॉर इन्होंने इन बॉम्बर्स की तैनाती की जानकारी दी|

‘बी-२ स्पिरिट बॉम्बर्स’ शत्रू देश का सबसे सही और प्रगत बचाव का भेद करने की क्षमता रखते है| साथ ही यह बॉम्बर्स शत्रू के अत्यंत अहम और संवेदनशील अड्डों को भी लक्ष्य कर सकते है, इन शब्दों में ‘पैसिफिक एअर फोर्सेस’ ने इन बॉम्बर्स का सामर्थ्य और इसकी तैनाती की ओर ध्यान आकर्षित किया| पारम्परिक और परमाणु मिसाइल छोडने की क्षमता से तैयार ‘बी-२ स्पिरिट बॉम्बर्स’ की हवाई में यह दुसरी तैनाती है| इसके पहले २०१८ में भी यह बॉम्बर्स हवाई द्विपों पर तैनात हुए थे|

पिछले कुछ महीनों में अमरिका और चीन में सामरिक तनाव अधिक से अधिक गंभीर हो रहा है और दोनों देश युद्ध के लिए तैयारी करने पर जोर दे रहे है, यह दिखाई दे रहा है| चीन ने ‘साऊथ चाइना सी’ के साथ ही ‘पैसिफिक क्षेत्र’ में अपना प्रभाव कायम रखने के लिए लष्करी तैनात बढाने की कोशिश कर रहा है| उसी समय अमरिका इस क्षेत्र में अपना प्रभाव बरकरार रखने के साथ चीन को चुनौती देने के लिए तेजीसे गतिविधियां कर रही है, यही इन बॉम्बर्स की तैनाती से दिखाई दे रहा है|

इस दौरान, जापान के ओकिनावा द्विपों के निकट अमरिका ने पहली बार मिसाइल का परीक्षण करने की तैयारी करने की बात सामने आ रही है| परीक्षण के लिए तय समय अभी सामने नही आया है, लेकिन इसमें ‘हायमार्स’ और ‘ऍटासीएमएस’ इन दो यंत्रणाओं का समावेश रहेगा, यह जानकारी जापानी प्रसार माध्यमों ने प्रसिद्ध की है|

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