अवैध मार्ग से घुसपैठ करने वाले शरणार्थियों के झुंड़ रोकने के लिए अमरीका ने कनाड़ा के साथ किया समझौता

ओटावा/वॉशिंग्टन – मेक्सिको के साथ ही कनाड़ा से जुड़ी सीमा से शरणार्थियों की घुसपैठ रोकने के लिए अमरीका ने कनाड़ा के साथ नया समझौता किया है। अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन कनाड़ा के दौरे पर हैं और इस दौरान चर्चा के बाद इस समझौते का ऐलान किया गया। इस समझौते के अनुसार अमरीका और कनाड़ा दोनों देश सीमा से घुसपैठ करने की कोशिश करने वाले शरणार्थियों को प्रवेश देने से इन्कार करके वापस भेज सकते हैं। साल २०२२ में अमरीका-कनाड़ा की सीमा से लगभग एक लाख से अधिक शरणाथियों ने घुसपैठ करने की कोशिश करने की जानकारी सामने आयी थी। 

घुसपैठअमरीका में पिछले कुछ सालों से अवैध घुसपैठ का मुद्दा लगातार चर्चा का विषय बना हुआ है। अमरीका की दक्षिण सीमा से जुड़े मेक्सिको से अवैध शरणार्थियों के झुंड अमरीका में लगातार घुसपैठ कर रहे हैं। पूर्व राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प की सख्त नीति के कारण यह घुसपैठ कुछ हद तक कम हुई थी। लेकिन, राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने सीमा के अधिकांश प्रतिबंध शिथिल करने के बाद हर महीने लाखों शरणार्थी अमरीका में घुसपैठ कर रहे हैं। हाल ही में घोषित आंकड़ों के अनुसार पिछले पांच महीनों में १० लाख से अधिक शरणार्थी मेक्सिको की सीमा से अवैध घुसपैठ करने की कोशिश करते हुए पाए गए हैं। 

मेक्सिको की सीमा के अलावा कनाड़ा की सीमा से हो रही घुसपैठ का मुद्दा भी चर्चा का विषय बना हुआ है। इससे पहले साल २००४ में किए गए समझौते के अनुसार दोनों देशों की सीमा पर स्थित अधिकृत ‘एन्ट्री पॉईंटस्‌‍’ पर शरणार्थियों को रोकने का प्रावधान किया गया था। लेकिन, दोनों देशों में मौजूद १०० से अधिक अधिकृत ‘एन्ट्री पॉईंटस्‌‍’ के अलावा कई अवैध मार्ग सीमा पर बने हुए हैं। इन मार्गों से भी भारी मात्रा में घुसपैठ हो रही है और मानवी तस्करी करने वाले गिरोह भी सक्रीय हैं।

अमरीका और कनाड़ा के बीच तकरीबन ९ हज़ार किलोमीटर लंबी सीमा रेखा है। इस सीमा से साल २०२१ में २७ हज़ार लोगों ने घुसपैठ करने की कोशिश की थी। मात्र एक साल में इनकी संख्या बढ़कर १ लाख ९ हज़ार तक जा पहुंचने से अब कनाड़ा सीमा का भी मेक्सिको की सीमा की तरह घुसपैठ करने के लिए इस्तेमाल शुरू होने के संकेत प्राप्त हुए हैं। इसकी वजह से यह भी गंभीर समस्या होने की बात मानी जा रही है। अमरीका के संसद में भी इससे संबंधित मुद्दा उठाया गया था। इसके मद्देनज़र बायडेन प्रशासन हरकत में आने की बात नए समझौते से दिख रही है। नए समझौते में दोनों देशों की सीमा से किसी भी हिस्से में अवैध घुसपैठ करने की कोशिश होती है तो इन शरणार्थियों को वापस भेजने का प्रावधान है।

अमरीका और कनाड़ा ने इस समझौते का स्वागत किया है। नए समझौते के कारण शरणार्थियों की घुसपैठ रोकने में सहायता होगी, ऐसा दावा दोनों देशों ने किया है। लेकिन, कनाड़ा में इस समझौते की आलोचना हो रही है और इस समझौते की वजह से मानवी तस्करी करने वाले गिरोहों का प्रभाव अधिक बढ़ेगा, ऐसी नाराज़गी स्वयंसेवी गुटों ने व्यक्त की है।

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