१३ दिनों की जंग में युक्रैन की हालाथ खराब होने के बाद यूक्रैन के राष्ट्राध्यक्ष झेलेन्स्की रशिया से चर्चा करने के लिए तैयार

राष्ट्राध्यक्ष झेलेन्स्कीकिव – १३ दिनों के युद्ध में यूक्रैन का काफी बड़ा नुकसान होने के बाद राष्ट्राध्यक्ष वोलोदिमीर झेलेन्स्की ने रशिया की मॉंगों पर बातचीत करने की तैयारी दिखाई| यूक्रैन को शामिल करने का साहस नाटो नहीं रखती, यह ऐलान करके झेलेन्स्की ने यूक्रैन तटस्थ रहने के लिए तैयार होने का बयान किया हैं| साथ ही रशिया ने कब्ज़ा किए हुए क्रिमिया, लुहान्स और डोनेस्क के मुद्दे पर भी चर्चा हो सकती हैं, ऐसा यूक्रैन के राष्ट्राध्यक्ष ने कहा हैं|

रशिया और यूक्रैन के प्रतिनिधि बेलारूस में चर्चा कर रहे थे| दोनों देशों के चर्चा का यह तीसरा चरण था| इसमें रशिया ने अपनी मॉंग फिर एक बार यूक्रैन के शिष्टमंड़ल के सामने रखी| इन मॉंगों के साथ ही यूक्रैन को रशिया ने अंतिम इशारा भी दिया था| इन मॉंगों के साथ ही यूक्रैन को रशिया ने अंतिम इशारा भी दिया था| राष्ट्राध्यक्ष झेलेन्स्की ने ही यह जानकारी माध्यमोें को प्रदान की| रशिया के आखरी इशारे के सामने हम झुकेंगे नहीं, लेकिन रशिया की मॉंगों पर चर्चा करने के लिए हम तैयार हैं, यह झेलेन्स्की ने स्पष्ट किया|

यूक्रैन नाटो में शामिल ना हो, यही रशिया की पहली शर्त थी| लेकिन, अब नाटो ही हमें शामिल कराने के लिए तैयार नहीं, ऐसा कहकर नाटो रशिया से ड़रती हैं, ऐसी आलोचना झेलेन्स्की ने की| १३ दिनों के युद्ध में यूक्रैन की स्थिति काफी खराब हुई हैं और इसके बाद राष्ट्राध्यक्ष झेलेन्स्की अब रशिया की प्रमुख मॉंग स्वीकार रहे हैं| इसके अलावा रशिया से क्रिमिया का भूभाग फिर से प्राप्त करने के दावे करनेवाले झेलेन्स्की अब क्रिमिया को लेकर रशिया से समझौता करने के लिए तैयार हुए हैं|

डोंबास प्रांत के लुहान्स्क और डोनेस्क स्वतंत्र देश होने का ऐलान रशिया ने किया था| इसके बारे में भी चर्चा हो सकती हैं, ऐसा कहकर झेलेन्स्की ने अब यह संकेत किए है कि, रशिया की लगभग सभी प्रमुख मॉंगे स्वीकार करने के लिए यूक्रैन तैयार हैं| लेकिन, ऐसा होने के बावजूद अमरीका ने यूक्रैन के पड़ोसी देशों में भारी मात्रा में हथियार भेजे गए हैं और इसी वजह से यूक्रैन का युद्ध अधिक संहारक होगा, यह संभावना भी सामने आ रही हैं| इस पृष्ठभूमि पर झेलेन्स्की ने अपनाई समझौते की भूमिका यानी बनाव हैं या सच में उन्हें युद्ध को रोकना हैं, यह अभी पूरा स्पष्ट नहीं हुआ हैं|

यूक्रैन के पांच शहरों में युद्धविराम का ऐलान करने के बाद भी रशियन सेना ने यूक्रैन के अन्य हिस्सों पर नियंत्रण पाने के लिए जोरदार गतिविधियॉं जारी रखी हैं| खारकिव शहर में रशियन सेना के जनरल विटाली गेरासिमो को ढ़ेर करने की जानकारी यूक्रैन ने सार्वजनिक की हैं| तभी, अमरीका के रक्षा मुख्यालय पेंटॅगॉन ने यूरोपिय देश में अमरीका के लगभग एक लाख सैनिक तैनात होने का ऐलान किया हैं| साथ ही नाटो ने यूक्रैन का युद्ध यूक्रैन के बाहरी इलाकों में ना फैलें, यह इशारा दिया हैं| यूक्रैन को हथियारों की आपूर्ति कर रहें पोलैण्ड एवं अन्य पड़ोसी देशों पर रशिया हमलें करेगी, यह दावे किए जा रहे हैं| इस पृष्ठभूमि पर नाटो ने यह इशारा दिया| साथ ही यूक्रैन युद्ध की आग में यूरोप के अन्य देश भी झुलस जाएँगे, यह स्पष्ट होने पर यूरोपिय देशों की भूमिका में बड़े बदलाव होते दिख रहे हैं|

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