सीरिया में हस्तक्षेप करने के मुद्दे पर रशिया ने दिया तुर्की को इशारा – इसी बीच अमरिका ने किया तुर्की का समर्थन

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरमास्को/अंकारा/वॉशिंग्टन: सीरिया में जारी संघर्ष के मुद्दे पर रशिया और तुर्की के बीच बने मतभेद तीव्र हुए है| सीरिया के इदलिब प्रांत से अस्साद हुकूमत को भगाने के लिए जल्द ही लष्करी मुहीम शुरू करने का इशारा तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष रेसेप एर्दोगन ने दिया है| तभी, सीरिया के संघर्ष में हस्तक्षेप ना करें, यह चेतावनी रशिया ने तुर्की को दी है| तभी अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने एर्दोगन से बातचीत करके सीरिया को लेकर तुर्की ने अपनाई भूमिका का समर्थन होने का ऐलान किया है|

सीरिया की अस्साद हुकूमत ने इदलिब में जारी लष्करी कार्रवाई को लेकर पिछले कुछ हफ्तों से रशिया और तुर्की के नेताओं की बातचीत हो रही थी| महीने के अंत तक सीरियन सेना इदलिब से बाहर निकले, यह मांग तुर्की ने रखी थी| पर, तुर्की की मांग नामंजूर करके यह बातचीत नाकाम होने का ऐलान रशिया ने किया था| इसके बाद राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन ने तुर्की की संसद में बोलते समय इदलिब में लष्करी मुहीम शुरू करने का ऐलान किया था|

अस्साद हुकूमत को इदलिब पर कभी भी वर्चस्व स्थापित करने नही देंगे| तुर्की के लिए इदलिब सुरक्षित रहना जरूरी है| इसी वजह से जल्द ही इदलिब पर कार्रवाई की जाएगी| इस कार्रवाई की तैयारी पुरी हो चुकी है| किसी भी रात में सीरियन सेना पर हमलें करेंगे, यह अंतिम चेतावनी है’, यह ऐलान तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष ने किया है| तुर्की ने रखी मांग पर सकारात्मक प्रतिसाद प्राप्त ना होने से इदलिब में कार्रवाई करने के लिए मजबूर होने के संकेत एर्दोगन ने दिए है|

एर्दोगन की इस चेतावनी के बाद गुस्सा हुए रशिया ने तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष को फटकार लगाई है| ‘सीरियन सेना को धमका रहा तुर्की सबसे पहले इदलिब में आतंकियों के विरोध में कार्रवाई करें| पर, यदि तुर्की ने सीरिया की लोकनियुक्त सरकार और सेना के विरोध में कार्रवाई करने का विचार किया तो वह तुर्की के लिए काफी बुरा साबित होगा’, यह इशारा रशियन राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन के प्रवक्ता दिमित्रि पेस्कोव्ह ने दिया है|

साथ ही सीरियन सेना की इदलिब में जारी कार्रवाई रोकने के लिए संयुक्त राष्ट्रसंघ की सुरक्षा परिषद में रखे गए प्रस्ताव पर रशिया ने आपत्ति जताई है| इदलिब में अभी भी आतंकी संगठना मौजूद है और उन्ही के वजह से देश की सुरक्षा के लिए खतरा बन सकता है| इसी वजह से सीरियन सेना इदलिब में मौजूद इन आतंकी संगठनों पर कार्रवाई कर रही है, यह दावा रशिया ने इस दौरान किया| पर, फ्रान्स और अन्य देशों ने रशिया की इस भूमिका पर नाराजगी व्यक्त की है|

इदलिब के मसले पर रशिया और तुर्की के बीच में मतभेद बने है तभी अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने एर्दोगन से संपर्क स्थापित करने की जानकारी सामने आ रही है| ‘तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष इदलिब में स्थित आतंकियों के विरोध में लड रहे है| इदलिब में लाखों लोग शिकार ना हो, इस लिए एर्दोगन की कोशिश जारी है’, यह दावा राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने पत्रकारों से की बातचीत के दौरान किया| साथ ही इदलिब में कार्रवाई करने के लिए तुर्की को अमरिका समर्थन रहेगा, यह ऐलान भी उन्हों ने किया|

इसी बीच, तुर्की ने इदलिब सुरक्षित रखने के लिए अमरिका के सामने ‘पैट्रिऑट’ हवाई सुरक्षा यंत्रणा प्रदान करने की मांग रखने की खबरें प्राप्त हो रही है| इस पर अमरिका का मत अभी प्राप्त नही हुआ है, फिर भी रशिया से ‘एस४००’ हवाई सुरक्षा यंत्रणा की खरीद कर रहे तुर्की को अब अमरिकी यंत्रणा की जरूरत महसूस हो रही है, यह बात ध्यान आकर्षित करनेवाली है|

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