निर्वासितों के मसले पर तुर्की जर्मनी और युरोपीय महासंघ को ब्लॅकमेल ना करें, जर्मनी की चेतावनी

बर्लिन, दि. २ (वृत्तसंस्था) – तुर्की को व्हिसा-फ्री ट्रॅव्हल की सुविधा मिलना सिर्फ़ उनपर ही निर्भर करता है और इस मसले पर जर्मनी तथा युरोपीय महासंघ को ‘ब्लॅकमेल’ करने की कोशिश नहीं होनी चाहिए, ऐसी क़रारी चेतावनी जर्मनी द्वारा दी गयी है| तुर्की के विदेश मंत्री द्वारा जर्मन अखबार को दिये गये इंटरव्यू में, अक्तूबर महीने की मर्यादा बताते हुए, निर्वासितों के मसले पर हुआ समझौते का पालन न करने की धमकी दी गयी थी| इस धमकी पर युरोप से तीख़ी प्रतिक्रिया आयी है और जर्मनी की चेतावनी उसी का हिस्सा है|

German-Economy-Ministerमार्च महीने में, युरोपीय महासंघ और तुर्की के बीच, निर्वासितों के मसले पर समझौता हुआ था| समझौते के अमल के मसले पर दोनों तरफ़ से तीव्र मतभेद होने की बात सामने आयी थी| तुर्की हमेशा से इस मुद्दे पर धमकियाँ देता आ रहा है| ‘युरोपीय महासंघ समझौते में दिये हुए अभिवचनों पर अमल नहीं कर रहा है’ ऐसा इल्ज़ाम तुर्की द्वारा लगाया गया है| लेकिन महासंघ ने पलटवार करते हुए, तुर्की अपेक्षित मानकों और नियमों को अंजाम देने में असफल हुआ होने का दावा किया है| इस दावे के साथ महासंघ ने, तुर्की के साथ ‘व्हिसा फ्री ट्रॅव्हल’ तथा ‘सदस्यत्व के मसले पर चर्चा’ इन मुद्दों पर फ़ैसला करना टाल दिया है|

syria refugee turkey_AFP (yahoo)इन मसलों को लेकर तुर्की में काफ़ी नाराज़गी है और पिछले सप्ताह में ही, तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष रेसेप एर्दोगन ने इस मामले पर युरोप को धमकाया भी था| एर्दोगन के बाद तुर्की के विदेश मंत्री मेवलुत कावुसोग्लु ने भी, अक्तूबर महीने तक तुर्की को ‘व्हिसा फ्री ट्रॅव्हल’ की छूट ना मिली, तो निर्वासितों के समझौते को अंजाम देने से रोकने की चेतावनी दी है| इस चेतावनी को जर्मनी के व्हाईस चॅन्सेलर ने क़रारा जवाब दिया है|

‘व्हिसा फ्री ट्रॅव्हल की छूट चाहिये या नहीं, यह पूरी तरह तुर्की पर ही निर्भर करता है| इस मामले में वह जर्मनी और युरोपीय महासंघ को ब्लॅकमेल नहीं कर सकता’, ऐसे तीखे शब्दों में जर्मन व्हाईस चैन्सेलर सिग्मार गॅब्रिएल ने तुर्की पर कड़ा प्रहार किया है| तुर्की में मृत्युदंड की सज़ा पर चल रहीं गतिविधियों पर भी गॅब्रिएल ने तुर्की को फटकार दी है|

‘मृत्युदंड जैसे बातों को फिर से मान्यता देकर तुर्की खुद को युरोप से दूर ले जा रहा है| यह युरोपीय महासंघ के ‘चार्टर ऑफ फंडामेंटल राईट्स’ का भंग है और चार्टर युरोपीय महासंघ का अविभिन्न अंग है| तुर्की अगर महासंघ का हिस्सा होना चाहता है, तो उन्हें चार्टर का स्वीकार करते हुए उसपर अमल करना होगा| महासंघ के मानकों का पालन करना है या नहीं, यह पूरी तरह तुर्की पर ही निर्भर करता है’, इन शब्दों में जर्मन व्हाईस चैन्सेलर ने तुर्की को सुनाया है|

जर्मन व्हाईस चैन्सेलर ने की हुई आलोचना की युरोपीय महासंघ ने पुष्टि की है| महासंघ की प्रवक्ता मिना अँद्रिवा ने, इस मामले पर कमिशन के अध्यक्ष जीन क्लॉड जंकर द्वारा भूमिका स्पष्ट की गयी होने की बात कही| ‘तुर्की व्हिसा फ्री ट्रॅव्हल चाहता है तो उसे मानकों को पूरा करना ही होगा, ऐसा जंकर ने बारबार बताया है’, इन शब्दों में अँद्रिवा ने महासंघ की नीति स्पष्ट कर दी|

तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष रेसेप एर्दोगन ने, युरोपीय महासंघ पर बेईमानी का इल्ज़ाम लगाते हुए, ‘लगभग ३० लाख निर्वासितों को युरोप में छोड देने की’ धमकी दी थी| तुर्की के कई नेताओं ने पहले भी इस मसले पर काफ़ी आक्रामक बयान दिये हैं| इन बयानों के बीच, युरोप और तुर्की के बीच निर्वासितों के मसले पर हुआ समझौता असफल होने का डर कमिशन के अध्यक्ष जीन क्लॉड जंकर ने जताया था|

तुर्की और ऑस्ट्रिया के विदेश मंत्रियों में शब्दों की लड़ाई

turkey-Austriaयुरोप और तुर्की के बीच हुए निर्वासितों के समझौते का मसला फिर एक बार चर्चा में आते हुए दिखायी पड़ रहा है| युरोपीय कमिशन के प्रमुख और जर्मन व्हाईस चैन्सेलर ने इस मसले पर आक्रामक बयान देने के बाद, अब ऑस्ट्रिया के विदेश मंत्री भी इस विवाद में कूद पड़े हैं| तुर्की द्वारा दी जा रहीं धमकियों को युरोप बर्दाश्त नहीं करेगा, ऐसे शब्दों में ऑस्ट्रिया के विदेश मंत्री सेबास्टियन कर्टझ ने इसपर प्रतिक्रिया दी है|

तुर्की के विदेश मंत्री मेवलुत कावुसोग्लु ने चेतावनी दी थी किे अगर ‘व्हिसा फ्री ट्रॅव्हल’ की सुविधा ना मिली, तो तुर्की ‘निर्वासितों का स्वीकार करने का वचन’ और ‘मार्च में हुए समझौते को अंजाम देने का वचन’ इनसे मुक़र जायेगा| उसपर पलटवार करते हुए ऑस्ट्रिया के विदेश मंत्री ने कहा कि तुर्की के विदेश मंत्री ने दी धमकी उन्हें मंजूर नहीं| उन्होंने आगे बताया कि युरोप ऐसी धमकियों से नहीं डरेगा और अपनी सरहद की रक्षा करने के लिए पूरी कोशिश करेगा|

ऑस्ट्रिया के विदेश मंत्री की इस बात का तुर्की के विदेश मंत्री ने जवाब दिया है| उन्होंने नाराज़गी जताते हुए कहा कि उनकी बातें चेतावनी के तौर पर नहीं थीं, बल्कि सिर्फ़ अभिव्यक्तीस्वतंत्रता के हिस्से के तौर पर व्यक्त हुई राय थी|

 

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