शरणार्थियों की वजह से देश को ट्रिलियन युरो का नुकसान होने की जर्मन अर्थविशेषज्ञ की चेतावनी

बर्लिन, दि. २१ (वृत्तसंस्था) – जर्मनी के नेता शरणार्थियों से देश को आर्थिक लाभ होने का आश्‍वासन दे रहे हैं| लेकिन असल में शरणार्थियों की वजह से देश की अर्थव्यवस्था को बडा नुकसान हो रहा होने की चेतावनी जर्मन अर्थविशेषज्ञ ने दी है| बर्नड् रॅफेलहुशेन नामक विशेषज्ञ ने चेतावनी में कहा है कि शरणार्थियों की वजह से जर्मनी की अर्थव्यवस्था पर ८७८ अब्ज से लेकर १.५ लाख करोड़ युरो इतना बडा बोझ गिर सकता है| इस चेतावनी की जर्मन अध्ययन मंच ने भी पुष्टि की है|

german - शरणार्थियोंपिछले साल जर्मनी में लगभग ११ लाख से ज़्यादा शरणार्थी दाखिल हुए हैं| अगले तीनचार सालों में यह संख्या २० से २५ लाख तक जाने की संभावना सरकारी एजन्सियाँ तथा अन्य गुटों द्वारा जतायी गयी है| इतनी बडी मात्रा में दाख़िल होनेवाले शरणार्थी, देश के उद्योग जगत् तथा अन्य क्षेत्रों में रहनेवाली श्रमिक बल की कमी को दूर करेंगे और इससे अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी, ऐसा दावा किया जा रहा है| शरणार्थियों के आने का समर्थन करनेवाले नेताओं तथा विश्‍लेषकों द्वारा इस बात पर ज़ोर दिया जा रहा है|

लेकिन पिछले कई महीनों से अलग अलग जर्मन एजन्सियों तथा अध्ययन मंचों ने, शरणार्थियों की वजह से अर्थव्यवस्था को होनेवाले नुकसान की जानकारी उजागर करना शुरू किया है| जर्मनी की स्थानीय प्रशासकीय एजन्सियों तथा केंद्रीय एजन्सियों ने बताया है कि शरणार्थियों के लिए सरकार को तक़रीबन १०० अरब युरो खर्च करने पड़ेंगे| जर्मन अर्थविशेषज्ञों और अध्ययन मंचो ने भी, इस मामले में आक्रामक रवैया अपनाया है|

बर्नड् रॅफेलहुशेन ने सलाह दी है कि अर्थव्यवस्था पर पड़नेवाला बोझ दूर करने के लिए शरणार्थियों पर भारी मात्रा में नियंत्रण रखनेवाली  अलग व्यवस्था विकसित करनी होगी| उन्होंने चेतावनी दी कि जर्मनी बहुत समय तक अनियंत्रित रहनेवाले शरणार्थियों के प्रवाहों को नहीं झेल सकता| उनकी इस चेतावनी की ‘मार्कट्विरशाफ्ट फाऊंडेशन’ नामक अध्ययन मंच ने भी पुष्टि की है| शरणार्थियों की अनियंत्रित बढ़ती मात्रा से देश को किसी भी तरह का लाभ नहीं होगा| अगर दूर की सोचें, तो देश को होनेवाला आर्थिक नुकसान बहुत भारी हो सकता है, ऐसा फाऊंडेशन के मुख्य मायकल ऐलफोर्ट ने बताया है|

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