पैरासेल द्वीप समूह के करीब गश्त लगाकर अमरीका की चीन के प्रतिबंधों को चुनौती

सेऊल – ‘साऊथ चायना सी’ क्षेत्र में चीन की बढ़ती एकाधिकारशाही को अमरीका जोरदार जवाब दे रही है। बुधवार को अमरीका के विध्वंसक ने साऊथ चायना सी के पैरासेल द्वीप समूह के करीब गश्त लगायी। इसके ज़रिये चीन ने वर्णित समुद्री क्षेत्र पर लगाए प्रतिबंधों को चुनौती देने का ऐलान अमरीका ने किया। साथ ही अंतरराष्ट्रीय नियम चीन को किसी भी तरह से समुद्री क्षेत्र एवं फैले हुए द्वीपसमुह के इर्द-गिर्द ‘बेसलाईन’ बनाने की अनुमति नहीं देते, इन शब्दों में अमरीका ने चीन को फटकार लगायी। इसी बीच, चीन ने अपने विध्वंसक भेजकर अमरीका के विध्वंसक को खदेड़ने का दावा किया है।

अमरिकी नौसेना के ‘सेव्हन्थ फ्लीट’ ने ‘इंडो-पैसिफिक‘ क्षेत्र में अपनी गतिविधियां बढ़ाने का ऐलान किया था। उसके अनुसार अमरीका का विमान वाहक ‘यूएसएस रोनाल्ड रीगन’ युद्धपोत अपने पूरे बेड़े के साथ इस समुद्री क्षेत्र में गश्त लगाने के लिए रवाना हुई है। इसी के एक हिस्से के तौर पर ‘यूएसएस बेनफोल्ड’ नामक मिसाइल युद्धपोत ने बुधवार सुबह साऊथ चायना सी के क्षेत्र से सफर किया। अमरिकी नौसेना की ‘सेव्हन्थ फ्लीट’ के प्रवक्ता लेफ्टनंट निकोलस लिंगो ने यह जानकारी प्रदान की।

अमरिकी विध्वंसक ने अंतरराष्ट्रीय समुद्री यातायात के नियमों के दायरे में रहकर दूसरी बार यह गश्त पूरी की, ऐसा लेफ्टनंट लिंगो ने स्पष्ट किया। पैरासेल द्वीप समूह के करीब अपने विध्वंसक ने गश्त लगाने की जानकारी अमरिकी नौसेना के प्रवक्ता ने साझा की। ‘अंतरराष्ट्रीय नियमों के अनुसार इस समुद्री क्षेत्र से हर देश के जहाज़ और विध्वंसक मुक्त तौर पर यातायात करने का अधिकार रखते हैं। इस समुद्री क्षेत्र पर एकतरफा नियम थोंपने की कोई भी हरकत या कोशिश अवैध है’, ऐसी आलोचना लेफ्टनंट लिंगो ने की।

पूरे साऊथ चायना सी के इर्द-गिर्द ‘बेसलाईन’ बनाकर चीन अंतरराष्ट्रीय समुद्री क्षेत्र पर भी दावा जताने की कोशिश कर रहा है, ऐसा आरोप अमरिकी नौसेना के प्रवक्ता ने लगाया। चीन की इस गैर-कानूनी हरकत को अंतरराष्ट्रीय नियमों में कोई स्थान नहीं है, ऐसी फटकार लेफ्टनंट लिंगो ने लगाई। पैरासेल द्वीप समूह साऊथ चायना सी क्षेत्र का विवादित हिस्सा जाना जाता है। लगभग १५० छोटे-बड़े द्वीपों के इस समूह पर चीन, वियतनाम और ताइवान भी अपना अधिकार जता रहे हैं।

लेकिन, पैरासेल यानी शिसा द्वीप समूह हमारी ही समुद्री सीमा का हिस्सा है, ऐसा कहकर चीन ने इस द्वीप का सैन्यकीकरण किया, यह आरोप अमरीका लगा रही है। फिलहाल इस द्वीप समूह पर चीन के १,४०० सैनिक तैनात होने की बात ‘सीआईए वर्ल्ड फैक्ट बुक’ में कही गयी है। इस द्वीपसमूह पर स्थित सैन्य अड्डा, राड़ार यंत्रणा और अन्य रक्षा उपकरणों के सैटेलाईटस्‌‍ से प्राप्त हुए फोटो पहले ही प्रसिद्ध किए गए थे। अमरीका की विध्वंसक ने इस द्वीप समूह के करीब गश्त लगाने से चीन बेचैन हुआ है। अमरीका ही इस समुद्री क्षेत्र के लिए खतरा होने का आरोप चीन ने लगाया है।

ऐसे में कुछ ही घंटे पहले अमरीका ने चीन को साऊथ चायना सी क्षेत्र में उकसानेवाली हरकतें बंद करने की सूचना की थी। साथ ही यह इशारा भी दिया था कि, फिलिपाईन्स के समुद्री हितसंबंधों की सुरक्षा अमरीका करेगी। इसी बीच आग्नेय एशियाई देश अमरीका के खेल का प्यादा ना बनें, ऐसी चेतावनी चीन के विदेशमंत्री वैंग ई ने दी।

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