बढ़ते हुए कर्ज़ का भुगतान करने की असफलता के कारण विकसनशील देशों में अस्थिरता बढ़ेगी – ‘ब्लूमबर्ग’ का दावा

वॉशिंग्टन – विश्व के विकसनशील देशों की अर्थव्यवस्थाओं पर कर्ज़ का भार बढ़ रहा है और वे इसका भुगतान करने में असफल हो रहे है। इस वजह से इन देशों का समावेश कर्ज़ डुबानेवाले (डिफॉल्टर) की सूचि में होगा और इससे राजनीतिक और सामाजिक परिणाम इन देशों को भुगतने पड़ेंगे, ऐसा दावा ‘ब्लूमबर्ग’ नामक वेबसाईट ने किया है। इससे संबंधित वृत्त में लेबनान और श्रीलंका का दाखिला देते हुए यह चेतावनी दी गई है कि, पाकिस्तान, इजिप्ट, ट्युनिशिया, घाना और एल-साल्वादोर जैसे देशों में भी ऐसी स्थिति निर्माण हो सकती है।

कर्ज़ का भुगतानदक्षिण एशिया के श्रीलंका में पिछले छह महीनों में जनता के असंतोष का दो बार विस्फोट देखा गया। लेबनान, अर्जेंटिना जैसे देशों में भी सरकार विरोधी प्रदर्शन हो रहे हैं। पाकिस्तान में नई सरकार गठित हुई है फिर भी आर्थिक और राजनीतिक मोर्चे पर अस्थिरता अभी कायम है। इसके साथ ही विकसनशील देश के तौर पर जाने जा रहे लगभग १९ देशों की स्थिति चिंताजनक और अस्थिर होने का बयान ‘ब्लूमबर्ग’ ने अपने वृत्त में किया है। इन देशों पर लगभग २३७ अरब डॉलर्स का भार होने की जानकारी इस वृत्त में है।

कर्ज़ का भुगतानकम आय वाले देशों में कर्ज़ का खतरा और इससे उभरनेवाले संकट का मुद्दा अब कल्पना का विषय नहीं रहा। कुछ देशों में इसकी अनुभूति हो रही है, इन शब्दों में ‘वर्ल्ड बैंक’ के आर्थिक विशेषज्ञ कारमेन राईनहार्ट ने संभावित संकट पर ध्यान आकर्षित किया। अनाज की बढ़ती कीमतें और सामान की किल्लत के मुद्दे राजनीतिक अस्थिरता का विस्फोट करा सकते हैं। श्रीलंका जैसी घटनाएं अन्य देशों में भी दोहराई जा सकती हैं, ऐसी चेतावनी बर्कलेज्‌‍ के विश्लेषक ख्रिस्तीन केलर ने दी।

अफ्रीका के इजिप्ट, घाना और ट्युनिशिया जैसें देशों में विदेशी मुद्रा की किल्लत है। इस वजह से कर्ज़ का भुगतान करने में कठिनाई हो सकती है और यह स्थिति अस्थिरता में परिवर्तीत होने का ड़र है, ऐसी चेतावनी मुडीज्‌‍ वित्तसंस्था ने दी है। अर्जेंटिना जैसा देश कुल नौं बार विदेशी कर्ज़ का भुगतान करने में असफल रहा है। इस देश में फिलहाल सरकार विरोधी प्रदर्शन हो रहे हैं और निवेशक एवं वित्तसंस्थाओं में चिंता का माहौल है। जून में विदेशी निवेशकों ने विकसनशील देशों के बाज़ार से कुल चार अरब डॉलर्स निकालने की जानकारी सामने आयी है।

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