पाकिस्तान में हुई श्रीलंकन नागरिक की हत्या पर तीव्र प्रतिक्रिया

कोलंबो/इस्लामाबाद – पाकिस्तान के सियालकोट शहर में चरमपंथियों ने दिनदहाड़े श्रीलंकन नागरिक की क्रूरता से हत्या करने के बाद श्रीलंका का गुस्सा फूटा है| पाकिस्तान की सरकार इस हत्या से संबंधित हरएक पर सख्त कार्रवाई करे, यह मॉंग श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने की है| पाकिस्तान ने भी इस पर श्रीलंका की सरकार को आश्‍वस्त किया है| लेकिन, बीते महीने प्रधानमंत्री इम्रान खान ने स्वयं हिंसा करने वाले चरमपंथियों के सामने घुटने टेके थे और वही आज पूरे विश्‍व के सामने पाकिस्तान को बेइज्जत कर रहा है, ऐसी तीव्र आलोचना पाकिस्तान में हो रही है|

Khan-Rajpaksheपाकिस्तान के औद्योगिक शहर के नाम से पहचाने जानेवाले सियालकोट की नामांकित गारमेंट कंपनी के मैनेजर प्रियांथा कुमार की शुक्रवार के दिन भरी सड़क पर चरमपंथियों की भीड़ ने हत्या की| श्रीलंकन नागरिक की इस हत्या का वीडियो बनाकर इसे चरमपंथियों ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया और साथ ही कुछ विकृत पाकिस्तानी नागरिकों ने श्रीलंकन नागरिक को जिंदा जलाने की क्रूरता करनेवाले की पीठ थपथपाई| इसी दौरान कुछ लोगों ने इस दुर्भाग्यशाली घटना के साथ सेल्फी खींचने की बात भी सामने आ रही है|

अपने देश में घटी इस घटना पर पाकिस्तान में तीव्र गुस्सा भी जताया जा रहा है| इस निर्मम हत्या के लिए ज़िम्मेदार ‘तेहरिक ए लबैक’ के चरमपंथी गुट का प्रमुख साद रिज़वी और उसके सैंकड़ों समर्थकों की पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इम्रान खान ने बीते महीने ही रिह किया था| पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के पुलिसकर्मी की हत्या का आरोप वाले और पाकिस्तान की व्यवस्था को चुनौती देनेवाले लबैक के नेताओं को छोड़कर प्रधानमंत्री इम्रान खान ने इस चरमपंथी संगठन के सामने घुटने टेके हैं, ऐसी आलोचना हुई थी|

शुक्रवार की घटना के बाद पाकिस्तान की जनता, नेता और माध्यम गंभीर इशारे देने लगे हैं| पाकिस्तान की ही यंत्रणा ने पाले यह ज़हरीले सांप आनेवाले दिनों में पाकिस्तान को ही ड़सेंगे, यह चिंता पाकिस्तान में जताई जा रही है| तो श्रीलंकन नागरिक की यह हत्या अपवाद की घटना नहीं थी, इस ओर भी कुछ लोग ध्यान आकर्षित कर रहे हैं|

इससे पहले २०११ में पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के गवर्नर सलमान तासिर ने अपने देश के ईशनिंदा विरोधी कानून की आलोचना की थी| इसके बाद तासिर के अंगरक्षक ने ही उन्हें २७ गोलियॉं मारकर उनकी हत्या कर दी थी| तासिर के अंगरक्षक की इस हरकत का पाकिस्तान के तकरीबन ५०० चरमपंथी प्रचारकों ने समर्थन किया था| तथा अंगरक्षक की हिराई के लिए हिंसक प्रदर्शन भी किए थे| तब पाकिस्तान सरकार और यंत्रणाओं ने इसके खिलाफ सख्त भूमिका अपनाने के बजाए चरमपंथियों के सामने झुकने का रवैया दिखाया था| प्रधानमंत्री इम्रान खान भी बिल्कुल ऐसा ही कर रहे हैं, ऐसी आलोचना पाकिस्तान के विश्‍लेषक कर रहे हैं|

इसी बीच श्रीलंकन नागरिक की हत्या होने पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिक्रिया दर्ज़ हुई है और मानव अधिकार संगठन ने पाकिस्तान की सरकार को लताड़ा है| इस घटना के पीछे लबैक के चरमपंथी होने की बात स्पष्ट होने से आनेवाले दिनों में यूरोपिय महासंघ भी पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई कर सकता है, ऐसे संकेत प्राप्त हो रहे हैं|

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