रशिया के मुद्दे पर पोलैण्ड और हंगरी में तनाव – पोलैण्ड के उप-प्रधानमंत्री की हंगरी पर आलोचना

russia-poland-hungary-2वार्सा/बुडापेस्ट – हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ऑर्बन जब तक रशिया के संबंधों की भूमिका में बदलाव नहीं करते तब तक पोलैण्ड और हंगरी के संबंध पहले जैसे अच्छे नहीं हो सकते, ऐसा इशारा पोलैण्ड के उप-प्रधानमंत्री जारोस्लाव काज़िन्स्कि ने दिया| रशिया ने यूक्रैन पर हमला करने के बाद पोलैण्ड ने रशिया के खिलाफ आक्रामक भूमिका अपनाई है| साथ ही दूसरी ओर हंगरी ने रशिया का विरोध करना टाल दिया है और ईंधन सहयोग जारी रखने का वादा भी किया है| इस विरोधी भूमिका की वजह से दोनों देशों में तनाव निर्माण हुआ है और यह तनाव आगे भी जारी रहेगा, ऐसे संकेत मिल रहे हैं|

‘रशिया ने यूक्रैन पर किए हमले के खिलाफ सख्त भूमिका लेना ऑर्बन टाल रहे हैं| ऑर्बन के इस इन्कार पर हमारी भूमिका काफी नकारात्मक है| बुचा में क्या हुआ यह हमने नहीं देखा, ऐसा ऑर्बन कह रहे हैं| ऐसा है तो उन्हें आँखों के डाक्टर की ज़रूरत है, ऐसा हमें लगता है| ऑर्बन ने उनकी जीत के बाद पोलैण्ड के साथ अच्छे संबंध चाहिएं, ऐसा कहा| ऑर्बन की रशिया संबंधित भूमिका में बदलाव हुआ तो ही यह मुमकिन है| लेकिन, इसमें बदलाव नहीं हुआ तो पोलैण्ड और हंगरी के बीच पहले की तरह संबंध बनाए रखना मुमकिन नहीं है’, ऐसा इशारा पोलैण्ड के उप-प्रधानमंत्री जारोस्लाव ने दिया|

russia-poland-hungary-1कुछ दिन पहले पोलैण्ड के प्रधानमंत्री मैत्युस्झ मोराविकी ने भी हंगरी को लक्ष्य किया था| हंगरी रशिया के पक्ष में भूमिका अपना रहा है और वह रशिया से संबंध कभी नहीं तोड़ेगा, यह इशारा मोराविकी ने दिया था| रशिया पर लगाए गए प्रतिबंधों का विरोध करने में हंगरी आगे होने का आरोप भी उन्होंने लगाया था| रशिया-यूक्रैन युद्ध से पहले हंगरी और पोलैण्ड दोनों देशों में आपसी गहरे संबंध माने जाते थे| इन देशों ने यूरोपिय महासंघ के कुछ निर्णयों के खिलाफ आक्रामक भूमिका अपनाई थी|

इसी बीच, यूरोपिय महासंघ ही नाटो के आर्थिक संबंध संभालने वाला विभाग बना है, ऐसी आलोचना रशिया के विदेश विभाग की प्रवक्ता मारिया ज़ाखारोवा ने की है| महासंघ के विदेश प्रमुख एवं अन्य अफ़सरों ने यूक्रैन संघर्ष के मुद्दे पर किए बयान पर ज़ाखारोवा ने ऐसी फटकार लगाई है|

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